"गोंद": अवतरणों में अंतर
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[[File:Corymbia calophylla kino.jpg|thumb|right|एक वृक्ष से स्रावित होता गोंद]] |
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'''गोंद''' [[पौधा]] का एक [[उत्सर्जन|उत्सर्जी पदार्थ]] है जो [[कोशिका भित्ति]] के [[सेलूलोज]] के अपघटन के फलस्वरूप बनता है। सूखे हुए अवस्था में यह [[रवा]] के रूप में पाया जाता है, किन्तु पानी में डालने पर यह फूलकर चिपचिपा बन जाता है। इसका उपयोग कागज आदि विभिन्न पदार्थों के चिपकाने में होता है। |
'''गोंद''' [[पौधा]] का एक [[उत्सर्जन|उत्सर्जी पदार्थ]] है जो [[कोशिका भित्ति]] के [[सेलूलोज]] के अपघटन के फलस्वरूप बनता है। सूखे हुए अवस्था में यह [[रवा]] के रूप में पाया जाता है, किन्तु पानी में डालने पर यह फूलकर चिपचिपा बन जाता है। इसका उपयोग कागज आदि विभिन्न पदार्थों के चिपकाने में होता है। अकेशिया सेनीगल से हमें सबसे अच्छा गोंद मिलता है। [[बबूल]], [[आम]] और [[नीम]] आदि पौधों से भी गोंद निकलता है इसका उपयोग दवा बनाने एवं विभिन्न उद्योग धंधों में होता है। |
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15:39, 30 नवम्बर 2009 का अवतरण
गोंद पौधा का एक उत्सर्जी पदार्थ है जो कोशिका भित्ति के सेलूलोज के अपघटन के फलस्वरूप बनता है। सूखे हुए अवस्था में यह रवा के रूप में पाया जाता है, किन्तु पानी में डालने पर यह फूलकर चिपचिपा बन जाता है। इसका उपयोग कागज आदि विभिन्न पदार्थों के चिपकाने में होता है। अकेशिया सेनीगल से हमें सबसे अच्छा गोंद मिलता है। बबूल, आम और नीम आदि पौधों से भी गोंद निकलता है इसका उपयोग दवा बनाने एवं विभिन्न उद्योग धंधों में होता है।