"आँख": अवतरणों में अंतर
No edit summary टैग: Reverted मोबाइल संपादन मोबाइल एप सम्पादन Android app edit |
No edit summary टैग: Reverted मोबाइल संपादन मोबाइल एप सम्पादन Android app edit |
||
पंक्ति 4: | पंक्ति 4: | ||
'''आँख''' या '''नेत्र''' जीवधारियों का वह अंग है जो प्रकाश के प्रति संवेदनशील है। यह प्रकाश को संसूचित करके उसे तंत्रिका कोशिकाओ द्वारा विद्युत-रासायनिक संवेदों में बदल देता है। उच्चस्तरीय जन्तुओं की आँखें एक जटिल प्रकाशीय तंत्र की तरह होती हैं जो आसपास के वातावरण से प्रकाश एकत्र करता है; मध्यपट के द्वारा आंख में प्रवेश करने वाले प्रकाश की तीव्रता का नियंत्रण करता है; इस प्रकाश को लेंसों की सहायता से सही स्थान पर केंद्रित करता है (जिससे [[प्रतिबिम्ब]] बनता है); इस प्रतिबिम्ब को विद्युत संकेतों में बदलता है; इन संकेतों को तंत्रिका कोशिकाओ के माध्यम से [[मस्तिष्क]] के पास भेजता है। |
'''आँख''' या '''नेत्र''' जीवधारियों का वह अंग है जो प्रकाश के प्रति संवेदनशील है। यह प्रकाश को संसूचित करके उसे तंत्रिका कोशिकाओ द्वारा विद्युत-रासायनिक संवेदों में बदल देता है। उच्चस्तरीय जन्तुओं की आँखें एक जटिल प्रकाशीय तंत्र की तरह होती हैं जो आसपास के वातावरण से प्रकाश एकत्र करता है; मध्यपट के द्वारा आंख में प्रवेश करने वाले प्रकाश की तीव्रता का नियंत्रण करता है; इस प्रकाश को लेंसों की सहायता से सही स्थान पर केंद्रित करता है (जिससे [[प्रतिबिम्ब]] बनता है); इस प्रतिबिम्ब को विद्युत संकेतों में बदलता है; इन संकेतों को तंत्रिका कोशिकाओ के माध्यम से [[मस्तिष्क]] के पास भेजता है। |
||
अाँख यह खूप महत्त्वपूर्ण अवयव है क्योंकि |
अाँख यह खूप महत्त्वपूर्ण अवयव है क्योंकि आँखें यदि नही हो तो हम कुछ भी देख नही सकते है और उसका अनुभव भी नही ले सकते है।अाँखे यह खूप नाजूक होती है। इसलिए योग्य सावधानी बरतना चाहिए। आँखें या नेत्र जीवधारियों का वह अंग है जो प्रकाश के प्रति संवेदनशील है. यह प्रकाश को संसूचित करके उसे तंत्रिका कोशिका द्वारे विद्युत-रासायनिक संवेदों में बदलते. उच्चस्तरीय जंतू की आँखें एक जटिल प्रकाशीय तंत्र जो आसपास के वातावरण से प्रकाश एकत्र करते है और मध्यपटल द्वारा आँखें प्रवेश करनेवाले प्रकाश की तीव्रता का नियंत्रण करती है. इस प्रकाश को लेंसच्या सहायता से योग्य स्थान पर केंद्रित करती है. (ज्या द्वारे प्रतिबिम्ब बनते है); इस प्रतिबिम्ब को विद्युत संकेत बदलते है. इन संकेताे को तंत्रिका कोशिकाओ के माध्यम से मस्तिष्क के पास भाजी जाती है |
||
⚫ | |||
⚫ | |||
== संरचना == |
== संरचना == |
14:40, 9 दिसम्बर 2020 का अवतरण
आँख या नेत्र जीवधारियों का वह अंग है जो प्रकाश के प्रति संवेदनशील है। यह प्रकाश को संसूचित करके उसे तंत्रिका कोशिकाओ द्वारा विद्युत-रासायनिक संवेदों में बदल देता है। उच्चस्तरीय जन्तुओं की आँखें एक जटिल प्रकाशीय तंत्र की तरह होती हैं जो आसपास के वातावरण से प्रकाश एकत्र करता है; मध्यपट के द्वारा आंख में प्रवेश करने वाले प्रकाश की तीव्रता का नियंत्रण करता है; इस प्रकाश को लेंसों की सहायता से सही स्थान पर केंद्रित करता है (जिससे प्रतिबिम्ब बनता है); इस प्रतिबिम्ब को विद्युत संकेतों में बदलता है; इन संकेतों को तंत्रिका कोशिकाओ के माध्यम से मस्तिष्क के पास भेजता है।
अाँख यह खूप महत्त्वपूर्ण अवयव है क्योंकि आँखें यदि नही हो तो हम कुछ भी देख नही सकते है और उसका अनुभव भी नही ले सकते है।अाँखे यह खूप नाजूक होती है। इसलिए योग्य सावधानी बरतना चाहिए। आँखें या नेत्र जीवधारियों का वह अंग है जो प्रकाश के प्रति संवेदनशील है. यह प्रकाश को संसूचित करके उसे तंत्रिका कोशिका द्वारे विद्युत-रासायनिक संवेदों में बदलते. उच्चस्तरीय जंतू की आँखें एक जटिल प्रकाशीय तंत्र जो आसपास के वातावरण से प्रकाश एकत्र करते है और मध्यपटल द्वारा आँखें प्रवेश करनेवाले प्रकाश की तीव्रता का नियंत्रण करती है. इस प्रकाश को लेंसच्या सहायता से योग्य स्थान पर केंद्रित करती है. (ज्या द्वारे प्रतिबिम्ब बनते है); इस प्रतिबिम्ब को विद्युत संकेत बदलते है. इन संकेताे को तंत्रिका कोशिकाओ के माध्यम से मस्तिष्क के पास भाजी जाती है आँखेो का रंग व वर्णन
संरचना
आंखे के विभिन्न भाग इस प्रकार है-
- श्वेतपटल
- रक्तक
- दृष्टिपटल
- नेत्रश्लेष्मला (कंजंक्टिभा)
- स्वच्छमण्डल
- परितारिका
- पुतली
- पूर्वकाल कक्ष
- पश्च कक्ष
- नेत्रोद
- नेत्रकाचाभ द्रव
- रोमक पिंड
इन्हें भी देखें
- मानव नेत्र
- नेत्रविज्ञान (Ophthalmology)