अंतरिक्ष उड़ान (Spaceflight) अंतरिक्ष में गुज़रने वाली प्रक्षेपिक उड़ान होती है। अंतरिक्ष उड़ान में अंतरिक्ष यानों का प्रयोग होता है, जो मानव-सहित या मानव-रहित हो सकते हैं। मानवीय अंतरिक्ष उड़ान में अमेरिकी द्वारा करी गई अपोलो चंद्र यात्रा कार्यक्रम और सोवियत संघ (और उसके अंत के बाद रूस) द्वारा संचालित सोयूज़ कार्यक्रम शामिल हैं। मानव-रहित अंतरिक्ष उड़ान में पृथ्वी की कक्षा में परिक्रमा करते सैंकड़ो उपग्रह तथा पृथ्वी की कक्षा छोड़कर अन्य ग्रहों, क्षुद्रग्रहों व उपग्रहों की ओर जाने वाले भारत के मंगलयान जैसे अंतरिक्ष शोध यान शामिल हैं।
एक्सोमार्स ट्रेस गैस आर्बिटर या टीजीओ (ExoMars Trace Gas Orbiter या TGO) यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) और रूसी संघीय अंतरिक्ष एजेंसी (रोसकॉस्मोस) के बीच एक सहयोगी परियोजना है। यूरोपीय नेतृत्व के हिस्से के रूप में एक वातावरण अनुसंधान ऑरबिटर और श्चियापारेल्ली प्रदर्शन लैंडर 2016 मे एक्सोमार्स परियोजना के रूप में भेजा जाने वाला अभियान है। [5][6] यह अंतरिक्ष यान 19 अक्टूबर 2016 15:24 यु.टी.सी पर मंगल पर पंहुचा।
यूरी गगारिन (Yuri Gagarin) (9 मार्च 1934 – 27 मार्च 1968), भूतपूर्व सोवियत संघ के पायलट और अंतरिक्षयात्री थे। १२ अप्रैल, १९६१ को अंतरिक्ष में जाने वाले वो प्रथम मानव थे।
अन्तरिक्ष की यात्रा करने के बाद गगारिन अंतर्राष्ट्रीय सेलेब्रिटी बन चुके थे और उन्हें कई तरह के पदक और खिताबों से सम्मानित किया गया था। उन खिताबों में से एक ख़िताब था हीरो ऑफ़ द सोवियत यूनियन। उसने वोस्तोक 1 नामक अन्तरिक्ष यान में अपनी यात्रा की थी।
१९६८ जब वे मिग १५ (MiG-15) नामक प्रशिक्षण विमान का संचालक कर रहे थे तो, विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण उनकी मृत्यु हो गयी।
यूरी गगारिन पदक उनके सम्मान में सम्मानित किया जाता है।