वस्त्र
वस्त्र या कपड़ा एक मानव-निर्मित चीज है जो प्राकृतिक या कृत्रिम तंतुओं के नेटवर्क से निर्मित होती है। इन तंतुओं को सूत या धागा कहते हैं। धागे का निर्माण कच्चे ऊन, कपास (रूई) या किसी अन्य पदार्थ को करघे की सहायता से ऐंठकर किया जाता है। एक फ्लेक्सिबल सामग्री है जिसमें कृत्रिम फायबर धागे का समावेश रहता है। लंबे धागे का उत्पादन करने के लिए ऊन, फ्लेक्स, सूती अथवा अन्य कच्चे तंतु कपाट्या से तैयार किए जाते हैं। कपडे बुनना, क्रॉसिंग, गाठना, बुनाई, टॅटिंग, फेलिंग, ब्रेडिंग करके कपडा तैयार किया जाता है। भारत में कोरी, बलाई, जुलाहे, मोमिन, खत्री प्रमुख जातियां है जिन्होंने कपड़ा बनाने की कला के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। आजकल मशीनी से कपड़ा बनाया जाता है।
कराची, पाकिस्तानचे वस्त्रोद्योग
फॅब्रिक, कापड आणि साहित्य टेक्सटाईल समसामयिक व्यवसायात (जसे टेलरिंग आणि ड्रेसमेकिंग) वस्त्रोद्योग समानार्थी म्हणून वापरले जातात. फॅब्रिक हे विणकाम, बुद्धिमत्ता, प्रसार, क्रॉसिंग किंवा बंधनाद्वारे तयार केलेली सामग्री आहे जी उत्पादनासाठी वापरली जाऊ शकते.
बायो वॉश क्लॉथ और कंघी वॉश क्लॉथ में क्याअंतर होता है।[संपादित करें]
बायो वॉश क्लॉथ हमेशा मुलायम रहेंगे और इसकी मोटाई भी अच्छी होगी।
और जब आप उस वस्त्र को अपने हाथ में पकड़ेंगे, तो आपके हाथमे एक अद्वितीय फिलिंग होगी।
जैसे कि यह बहुत नरम और बहुत चिकना दिखता है और आपको लगता है कि यह कपड़ा अन्य सभी कपड़ों से अलग है। तो आप उन कपड़ों पर ज्यादा ध्यान देते है।
कपड़ों में जीएसएम क्या होता है.[संपादित करें]
और आपको यह भी जानना होगा कि जब आप टी-शर्ट या अन्य कोय कपड़े खरीदने जाते हैं, तो आपको कुछ मदद मिलेगी, क्यों कपड़े में जीएसएम शब्द का उपयोग किया जाता है। और GSM शब्द का पूरा नाम क्या है?
उपयोग[संपादित करें]
वस्त्रों का उपयोग विभिन्न वर्गों में होता है जिनमें से सबसे आम कपड़ों के लिए और बैग और टोकरी जैसे कंटेनरों के लिए है। घर में, वस्त्रों का उपयोग कालीन, गद्देदार फर्नीचर, पर्दों, तौलिये, टेबल, बेड और अन्य सपाट सतहों के लिए कवरिंग और कला में किया जाता है। [1]. कार्यस्थल में, वस्त्रों का उपयोग औद्योगिक और वैज्ञानिक प्रक्रियाओं जैसे फ़िल्टरिंग में किया जा सकता है। इसके विविध उपयोगों में झंडे, बैकपैक, टेंट, जाल, रूमाल, सफाई के कपड़े, और गुब्बारे, पतंग, पाल और पैराशूट जैसे परिवहन उपकरण शामिल हैं।[2]
उपयोग:[संपादित करें]
- पहनने के कपड़े
- झोला (बैग)
- टोकरी
- कार्पेट
- परदा
- तौलिया
- मेजपोस
- छन्ना (फिल्टर)
- तंबू
- जाली (जैसे मच्छरदानी)
- रूमाल
- उडनछतरी
- गुब्बारे
- किसी द्रव (जैसे पानी) को लाने-ले जाने के लिये 'पाइप' बनाने हेतु
आदि
छपाई (प्रिन्ट)[संपादित करें]
वस्त्रों पर कोई आवर्ती पैटर्न छापने को प्रिन्ट करना कहते हैं। ऐतिहासिक रूप से वस्त्रों पर छपाई दो हजार ईसा पूर्व से हो रही है। छपाई का आरम्भ भारत से हुआ।
टिशू (उत्तक) एवं उनकी विशेषताएँ[संपादित करें]
नाम | विशेषताएँ | उपयोग |
---|---|---|
पापलीन | घना, सूती कपड़ा | पहनावा |
वेल्वेट | पहनावा, पर्नीचर | |
डेनिम | जीन |
इन्हें भी देखें[संपादित करें]
बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
- कपड़ा छपाई तकनीक का सफ़र (ज्ञानदर्पण)
- वस्त्र उद्योग : समावेशी विकास का एक सशक्त माध्यम
- वस्त्र
- भारत का वैज्ञानिक चिन्तन : वस्त्र उद्योग
- Textiles and Costumes in Early India
- भारतीय वस्त्र उद्योग
- कपड़े का बिजनेस करने की जानकारी
- वस्त्र समिति, भारत सरकार (DVBW TTSurekhEn फॉण्ट में)
- Textile Information and Advice Textile News.
- Global Textile and Clothing Trade Textile and Clothing Information and Reporting.
- The Museum of International Folk Art
- Weaving document archive
- Textiles Nanotechnology Laboratory at Cornell University
- Textile Technology - Textile Machinery, News and Directory
- Tex.in - Textile & Apparel Directory & WWW Database
- ↑ www.twinkl.com https://www.twinkl.com/teaching-wiki/textile-art#:~:text=Textile%20art%20is%20art%20that,hundreds%20of%20thousands%20of%20years. अभिगमन तिथि 2022-01-16. गायब अथवा खाली
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(मदद) - ↑ Kiron, Mazharul Islam (2021-02-10). "Industrial Textiles and Their Applications". Textile Learner (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2022-01-16.