मार्तंडराव मुकने
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हिज हाइनेस महाराजा श्रीमंत सरकार मार्तंडराव मलहारराव मुकने | |
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जव्हार के मुकने महाराजा | |
१६ नवंबर १९१७ | |
पिताजी | मलहारराव मुकने |
पुत्र | महाराजा यशवंत राव मुकने |
जन्म | राजकुमार मार्तंड |
निधन | 1927 |
घराना | मुकने राजवंश |
माता | सरस्वतीबाई मुकने |
धर्म | हिन्दू कोली |
महाराजा मार्तंडराव मुकने उर्फ विक्रमसाहजी मुकने (पांचवें) (१७ नवंबर १८८५ - १० दिसंबर १९२७) जव्हार रियासत के कोली महाराजा थे। मार्तंडराव महाराजा मल्हारराव मुकने के छोटे पुत्र थे। मार्तंडराव नरेन्द्रमण्डल के सदस्य थे।[1][2]
महाराजा मार्तंडराव मुकने महाराजा गणपतराव मुकने के छोटे भाई थे। महाराजा गणपतराव मुकने की मृत्यु के पश्चात महाराजा मार्तंडराव मुकने ने १६ नवंबर १९१७ को जव्हार रियासत की राजगद्दी संभाली थी। उन्होंने राज्य में कृषि क्षेत्र में सुधार किया। उन्होंने प्रथम विश्व युद्ध में लड़ाई लड़ी और उन्हें ब्रिटिश सरकार ने वंशानुगत 9-बंदूक की सलामी से सम्मानित किया गया। 1927 में उनका निधन हो गया जब उनका बेटा यशवंत राव मुकने केवल दस साल का था। उनका उत्तराधिकारी उनका बेटा बना।
संदर्भ
[संपादित करें]- ↑ "Indian Princely States before 1947 A-J". www.worldstatesmen.org. मूल से 5 जनवरी 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2020-04-18.
- ↑ "Indian states before 1947 A-J". rulers.org. मूल से 15 जुलाई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2020-04-18.