ब्राजील (फिल्म)
ब्राज़िल | |
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निर्देशक | टेरी गिलियम |
लेखक |
टेरी गिलियम टॉम स्टोपार्ड चार्ल्स मैक्योन |
निर्माता | एरनन मिल्कन |
अभिनेता |
जोनाथन प्राइसी किम ग्रिस्ट माइकेल पालिन रॉबर्ट डी नीरो कैथरीन हेलमंड बॉब हॉस्किन्स इयान होल्म |
छायाकार | रोजर प्रैट |
संपादक | जूलियन डॉयले |
संगीतकार | माइकेल कामेन |
निर्माण कंपनी |
रिजेंसी इंटरप्राइजेज |
वितरक |
युनिवर्सल स्टूडियोज ट्वेंटीथ सेन्च्युरी फॉक्स |
प्रदर्शन तिथियाँ |
फ़रवरी 20, 1985(France) फ़रवरी 22, 1985 (United Kingdom) |
लम्बाई |
132 मिनट |
देश | यूनाइटेड किंगडम |
भाषा | en |
लागत | $15 मिलियन |
कुल कारोबार | $9,929,000 (संयुक्त राज्य अमेरिका) |
ब्राज़ील एक1985 की फिल्म है जिसका निर्देशन टैरी गिलियम ने किया है। इसे टैरी गिलियम, चार्ल्स मैककियोन औरटॉम स्टोपर्ड व् कलाकार जोनैथन प्राइस ने लिखा था। इस फिल्म में रॉबर्ट डि नीरो, किम ग्रीस्ट, माइकेल पेलिन, कैथरीन हेल्मौंड, बॉब हौस्किंस और इयान होम हैं। जौन शाल्ज़ी की रफ गाइड टू साइ-फाइ मूवीस ने फिल्म के वर्णन में लिखा है कि यह "मनहूसव्यंग्य" की तरह है।
यह फिल्म एक व्यक्ति सैम लॉरी (जोनैथन प्राइस) पर केन्द्रित है जो अपने सपनों में आने वाली एक औरत को खोजने का प्रयास कर रहा है, वह व्यक्ति एक ऐसी नौकरी कर रहा है जो उसके दिमाग को सुन्न होने कि स्थिति तक थका देती है और वह एक छोटे से घर में अपनी ज़िन्दगी बिता रहा है, जोकि एक मनहूस वातावरण में है जहाँ बुरे रखरखाव (और एक हद तक अद्भुद) वाले उपकरणों पर निर्भरता बहुत ही ज्यादा है। ब्राज़ील की सत्तावादी, सर्वाधिकारवादीसरकारजॉर्ज ऑरवेल के नाइन्टीन एट्टी फोर में चित्रित सरकार का स्मरण कराती है, अंतर सिर्फ यह है कि इस फिल्म में मसखरापन, हंसी-मजाक है और इसमें एक 'वरिष्ठ नेता' के चरित्र की कमी है .
फिल्म समीक्षक औरद बैटल ऑफ़ ब्राज़ील के लेखक, जैक मैथ्यूस, फिल्म के वर्णन में कहते हैं "यह इस अधिकांशतः दुष्क्रियाशील और सत्तावादी औद्योगिक संसार पर व्यंग्य है, जो गिलियम को सारी ज़िन्दगी परेशान करता रहा."[1] हालांकि यूरोप में एक सफलता फिल्म उत्तरी अमेरिका अपनी आरंभिक रिलीज में असफल रहा था। हालाँकि यह फिल्म यूरोप में सफल थी, नॉर्थअमेरिका में जारी होने के शुरूआती समय में यह सफल नहीं रही थी। तब ही से यह एक विशेष मत की फिल्मबन गयी है।
इस फिल्म का नाम पुनरावर्तित शीर्षक गीत, "एक्वारेला ड़ू ब्रासील" पर रखा गया है।
प्लॉट (कथानक)
[संपादित करें]यह फिल्म एक काल्पनिक ब्रिटेन के वातावरण पर आधारित है और सैम लॉरी (जोनैथन प्राइस) पर केन्द्रित है जोकि एक निम्न दर्जे का सरकारी कर्मचारी है और जिसे दिन में बारबार एकसुन्दर अविवाहित युवती को बचाने के सपने आते हैं। एक दिन उसे एक गलती को ठीक करने का काम दिया जाता है जोकि एक प्रिंटर में एक मक्खी के फंस जाने के कारण होती है, इस मक्खी के फंस जाने के कारण प्रिंटर से एक फ़ाइल के छपने में कुछ गलतियाँ हो जाती हैं, जिसके फलस्वरूप एक मामले में संदिग्ध आतंकवादी आर्चीबाल्ड "हैरी" टटल की जगह पर पूछ्ताछ के दौरान मिस्टर आर्चीबाल्ड बटल को जेल में डाल दिया जाता है और उनकी मृत्यु हो जाती है। जब सैम बटल की विधवा पत्नी से मिलने जाता है, तो वह पता है कि, जिल क्लेटन (किम ग्रीस्ट), जोकि बटल परिवार के घर के ऊपर रहने वाली उनकी पड़ोसी है, वह बिलकुल उस लड़की जैसी है जोकि उसके सपनों में आती है। जिल यह पता लगाने में मिसेज़ बटल की मदद करने की कोशिश कर रही है, कि उनके पति के साथ क्या हुआ था, लेकिन वह नौकरशाही के साथ बातचीत करते करते परेशान हो चुकी है। उसे पता नहीं होता है, पर अब वह अनजाने में टटल की आतंकवादी दोस्त समझी जाने लगती है क्यूंकि वह सरकारी नौकरों के इस राज़ का खुलासा करना चाहती है कि उन्होंने टटल की जगह पर बटल को गिरफ्तार कर लिया, जोकि अपनी इस गलती को कभी स्वीकार नहीं करेंगे। जब सैम उससे बात करने की कोशिश करता है, तो वह बहुत ही ज्यादा सावधान रहती है और सैम को पूरा विवरण देने से बचती है, उसे इस बात कि चिंता रहती है कि सरकार उसे खोज निकालेगी. इस समय के दौरान, सैम वास्तविक हैरी टटल (रॉबर्ट डि नीरो) के संपर्क में आता है, जो इस समय एक भागा हुआ एयर कंडीशन विशेषज्ञ है और पहले सरकारी कर्मचारी था लेकिन अधिक कागज़ी काम के कारण उसने सरकारी नौकरी छोड़ दी थी। टटल उन दो सरकारी कर्मचारियों से निपटने में सैम की मदद करता है जो सैम के घर पर टूटे एयर कंडिश्नर को बनाने में लगे हैं।
सैम यह तय करता है कि जिल के बारे में जानने का एकमात्र तरीका "इंफौर्मेशन रिट्रीवल" में स्थानांतरण है, जहाँ से वह उसकी वर्गीकृत सूचना तक पहुँच सकता है। वह अपनी माँ इडा (कैथरीन हेल्मौंड) से मदद के लिए प्रार्थना करता है क्यूंकि उसकी पहुँच ऊंचे अधिकारियों तक है और वह अपने बेटे को अह पद दिलवाने में उसकी मदद कर सकती है, वह व्यर्थ में ही, कॉस्मेटिक सर्जन डाक्टर जेफ (जिम ब्रॉडबेंट) के संरक्षण में प्लास्टिक सर्जरी में नवीन परिवर्तन लाने की सनक से ग्रस्त है। इस बात से खुश होकर कि अंततः उसके बेटे ने कुछ तो महत्वाकांक्षा दिखाई - इसके पहले वह उन सभी पदोन्नतियों को अस्वीकार कर देता था जिसकी व्यवस्था उसकी माँ करती थी - सैम की माँ इंफौर्मेशन रिट्रीवल विभाग में सैम की पदोन्नति होने की व्यवस्था कर देती है। अंततः सैम को जिल के बारे में सभी सूचना मिल जाती है और वह उसके गिरफ्तार हो पाने से पहले उसे खोज निकालता है, इसके बाद उसे मृत दिखाने के लिए उससे सम्बंधित अभी सूचनाओं को झूठा साबित करता है, इससे वह सरकारी अधिकारियों (नौकरशाही) के चक्करों से बच जाती है। अपने पद के गलत इस्तेमाल के लिए सैम को सरकार द्वारा बन्दूक की नोक पर गिरफ्तार कर लिया जाता है, लेकिन इससे पहले सैम और जिल एक रोमांटिक रात, साथ में गुजारते हैं।
सैम को अपने मित्र जैक लिंट (माइकेल पेलिन) के द्वारा प्रताड़ित किये जाने के लिए एक बड़े, खाली गोल कमरे में (जो पावर स्टेशन कूलिंग टावर के अन्दर का दृश्य है) एक कुर्सी से बांध दिया जाता है, क्यूंकि अब यह मन जा रहा है कि वह भी जिल और टटल के साथ किसी आतंकवादी योजना में शामिल है। हालाँकि, जैक उसे कुछ कर पाता, इससे पहले ही बंधक बना टटल और अन्य सदस्य मंत्रालय पर धावा बोल देते हैं। बंधकों का समूह जैक को गोली मार देता है, सैम को बचा लेता है और भागने से पहले मंत्रालय के भवन को विस्फोट द्वारा उड़ा देता है। सैम और टटल एक साथ भागते हैं, पर टटल मंत्रालय भवन के अवशेष के ढेर के बीच कहीं खो जाता है। सैम अपनी माँ के पास भागता है जो अपने एक मित्र की अन्तिमक्रिया में शामिल हो रही थी, जिसकी मृत्यु अत्यधिक कॉस्मेटिक सर्जरी कारण हो जाती है। वहां पर सैम यह पाता है कि उसकी माँ अब जिल कि तरह दिख रही है और युवा प्रशंसकों का एक समूह उसकी खुशामद कर रहा था, यह देखकर सैम एक खुले बॉक्स में गिर जाता है और पाता है कि वह सतहविहीन है। वह अपने सपनों में एक काल्पनिक दुनिया में पहुँच जाता है, और पुलिस और काल्पनिक दैत्यों के तारों से बनी नलियों के ढेर से बचने का प्रयास करता है। उस ढेर के शीर्ष पर उसे एक दरवाज़ा मिलता है, वह इससे होकर गुजरता है और यह देखकर हैरान रह जाता है कि जिल उसे एक ट्रेलर पर बैठकर ले जा रही है। दोनों एक साथ मिलकर उस शहर से चले जाते हैं।
हालाँकि, अंत में यह दिखा दिया जाता है कि यह खुशहाल अंत सिर्फ सैम के मष्तिष्क में ही घटित हो रहा है; जबकि वास्तव में सैम, जैक और उपमंत्री मिस्टर हेल्पमैन (पीटर वॉघन) की निगरानी में कुर्सी से बंधा हुआ है। जब वह दोनों यह देखते हैं कि सैम मुस्कुरा रहा है और "ब्राज़ील" गाना गा रहा है तो वह असामान्य लगता है, वह दोनों यह तय कर लेते है कि सैम पागल हो चुका है और कमरे से बहार निकल जाते हैं, इसके साथ ही फिल्म ख़त्म हो जाती है।
कलाकार
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निर्माण
[संपादित करें]लेखन
[संपादित करें]गिलियम ने कहानी को विकसित किया और कथानक का पहला मसौदा चार्ल्स एल्वरसन के साथ लिखा, जिन्हें इस काम के लिए पैसे दिए गए थे पर अंत में उन्हें फिल्म के लिए श्रेय नहीं दिया गया था। लगभग 20 वर्ष तक, गिलियम इस बात से इनकार करते रहे की एल्वरसन ने इस फिल्म की कहानी में कोई भी वास्तविक योगदान दिया है। लेकिन फिर जब पहला मसौदा छापा गया और एल्वरसन की फ़ाइल से वास्तविक कहानी के विकास से सम्बंधित कागज़ प्राप्त हुए, तो गिलियम ने अनिच्छापूर्वक कहानी बदल दी। पर अब तक एल्वरसन के लिए फिल में श्रेय पाने या असफल ऑस्कर नामांकन सूची में स्थान पाने के लिए थोड़ी देर हो चुकी थी। उन्होंने कहा कि ऑस्कर में नामांकन पाने से उन्हें कोई आपत्ति नहीं होती, हालाँकि उन्होंने इस कथा या तैयार फिल्म के बारे में बहुत विचार नहीं किया था। इसके आगे के मसौदे पर[2] गिलियम, मैककियोन और स्टोपर्ड ने मिलकर काम किया। ब्राज़ील का निर्माण शीर्षक द मिनिस्ट्री और 1984 ½ के अंतर्गत हुआ था, दूसरा शीर्षक सिर्फ ऑरवेल की 1984 ही नहीं बल्कि फेडेरिको फेलिनी की 8½ के भी समान था, यह वह निर्देशक हैं जिनका नाम गिलियम अपने निर्देशन की दृश्य शैली को प्रभावित करने वाले निर्देशक के रूप में अक्सर लेते हैं।[3] फिल्म के निर्माण के दौरान, अन्य कई कार्यवाहक शीर्षकों का भी नाम आया, जिसमे ब्राज़ील शीर्षक, जोकि फिल्म की प्रमुख धुन एस्केपिस्ट के नाम से जुड़ा है, को सुनिश्चित करने से पहले द मिनिस्ट्री ऑफ़ टॉर्चर, हाउ आई लर्न्ड टू लिव विद द सिस्टम - सो फार[4] और सो दैट्स वाई द बर्जियौसिस सक्स[5][5], पर विचार किया गया था।
गिलियम कभी-कभी इस फिल्म को अपनी "काल्पनिक तिकड़ी" की द्वितीय फिल्म के रूप में बताते हैं, जिनमे पहली टाइम बैंडिट्स (1981) और अंतिम द एडवेंचर्स ऑफ़ बैरन मंचौसे न (1989) थी।[1] यह सभी "हमारे अजीबोगरीब तरीके से व्यवस्थित समाज के सनकीपन और किसी भी संभव माध्यम द्वारा इससे पलायन की इच्छा" के बारे में हैं।[1] यह तीनों फ़िल्में इन संघर्षों पर केन्द्रित हैं और कलापनाओं के द्वारा इनसे पलायन का प्रयास करती हैं - टाइम बैंडिट्स में यह एक बच्चे की दृष्टि से, ब्राज़ील में एक व्यक्ति की दृष्टे से जोकि अपने तीसरे दशक में चल रहा है और मंचौसेन, में यह एक बड़ी उम्र के व्यक्ति की द्रष्टि से किया गया है।
गिलियम ने कहा है कि ब्राज़ील जॉर्ज ऑरवेल की 1984 से प्रेरित है- जिसे कभी ना पढ़ने की बात उन्होंने स्वीकार की है[6] - लेकिन यह फिल्म ऑरवेल के समान भविष्य में देखकर नहीं बल्कि आज के दृष्टिकोण से लिखी गयी है। गिलियम के शब्दों में, उनकी फिल्म का नाम "द नाइनटीन एट्टी-फो र फॉर 1984" था।
पात्र-चयन
[संपादित करें]रॉबर्ट डि नीरो, वास्तव में जैक की भूमिका करना चाहते थे, लेकिन गिलियम पहले ही वह भूमिका माइकेल पेलिन को देने का वादा कर चुके थे। डि नीरो फिर भी फिल्म में रहने के इच्छुक थे इसलिए उन्हें जैक के स्थान पर टटल की भूमिका में ले लिया गया।[6]
टैरी गिलियम की बेटी होली गिलियम ने जैक लिंट की बेटी होली की भूमिका की है।[6] गिलियम स्वयं भी इस फिल्म में एक छोटी, महत्त्वपूर्ण, सिगरेट पीते हुए रहस्यमय आदमी की भूमिका में दिखाई पड़ते हैं, जो बटल परिवार से मिलने के लिए जाते समय सैम की जासूसी कर रहा था।
कला डिजाइन
[संपादित करें]द विलेज वौयेस के माइकेल एटकिंसन ने लिखा, "गिलियम यह समझते थे कि सभी भविष्य आधारित फ़िल्में अंततः एक अजीब तरीके से उस निर्दोष अतीत को ताज़ा कर देती हैं जिसमे वह बनाई गयी थीं और उन्होंने इस सिद्धांत को एक सुसंगत हास्य सौंदर्य में बदल दिया."[7] इसको उनके साथी फिल्म-निर्माताओं जीन-पीयरे जेंयुएट और मार्क कैरो द्वारा[7] "प्राचीन-भविष्यवाद"*- का नाम दिया गया। साधारणतया इसे "साई-फाइ नोईर" कहते हैं, यह "एक दृष्टिकोण है इस बात का कि 1940 के एक फिल्मकार की दृष्टि से देखे जाने पर 1980 का काल कैसा प्रतीत होता."[8] यह फ्रिट्ज़ लेंग की फिल्मों (विशेषतया मेट्रोपोलिस एंड एम) यां हम्फ्री बोगार्ट: "दूसरी ओर, सैम की वास्तविकता में 40 के दशक की विधा का असर है, अभिनीत फिल्म विधा पिक्चर्स से ली गयी शैलियों और निर्माण डिजाइनों का एक संकलक किन्तु सुसंगत मिश्रण है। कुछ दृश्यों का फिल्मांकन शिकार पर निकले हम्फ्री बोगार्ट की स्मृति के लिए ही किया गया है और एक चरित्र (हार्वे लाइम) को द थर्ड मैन के हैरी लाइम के श्रद्धांजलि के रूप में नामांकित किया जा सकता है।"[8]कई समीक्षकों को 1920 के मौलिक, अधिक भयानक, जर्मन अभिव्यक्तिवाद के भी विभिन्न प्रभाव दिखाई पड़े, जोकि 1940 की फ़िल्मी विधा के पूर्वज थे, सामान्यतया यह प्रभाव तब दृष्टिगत होता है जब यह देखा जाता है कि किस प्रकार गिलियम ने प्रकाश व्यवस्था और सेट की डिजाइन का चतुराई पूर्वक इस्तेमाल किया है।[9][10]
प्रकाश व्यवस्था व् सेट के डिजाइन के सम्बन्ध में संकलक कला-मर्मज्ञता और प्रत्येक विस्तार के प्रति ध्यान, गिलियम के चौड़ी लेंसों व् झुकाव युक्त कैमरे के कोण के विशिष्ट शौक के साथ संयोजित हो चुके थे; यह उन साधारण दर्शकों के हिसाब से कुछ ज्यादा ही चौड़ी हो जाती थीं जिन्हें मुख्यधारा की हॉलीवुड फिल्मों की आदत थी, गिलियम फिल्म के चौड़े कोणों के लिए जाने वाले दृश्यों को 14 मिमी (जिस), 11 मिमी और 9.8 मिमी लेंसों से लेते थे, इनमे से बाद के लेंसों का प्रयोग उस समय के अनुसार टेक्नोलॉजी का नवीकरण था, क्यूंकि यह उस समय की इतनी छोटी फोकस दूरी वाली पहली ऐसी लेन्से थी जो आँखों पर फिश-आई प्रभाव नहीं डालती थीं।[11] वास्तव में, इतने वर्षों में ब्राज़ील के बाद से कई बार प्रयोग किये जाने के कारण, 14 मिमी की लेंस अब अनौपचारिक रूप से फिल्म निर्माताओं के बीच "द गिलियम" के नाम से जानी जाने लगी है।[12]
एक दृश्य तत्व जोकि फिल्म में प्रमुखता से दिखाई पड़ता है वह नलियों का है, विशेषकर सांप के जैसी तारों से बनी नालियां, जिनका प्रयोग आधुनिक निर्माण में किया गया है। फिल्म की शुरुआत एक विज्ञापन से होती है, जिसमे घर के लिए विभिन्न शैलियों में उपलब्ध नलिकाओं के बारे में बताया गया है, यह दृश्य एक दुकान में रखे टेलीविज़न पर दिखाया जाता है, जो उसी समय आतंकवादियों द्वारा किये गए विस्फोट में उड़ा दी जाती है।
सैम के घर में एक दीवार प्रमुख रूप से दिखाई जाती है जिसमे पूरी दीवार पर धातु की पट्टियाँ लगी हुई हैं, जोकि एक बहुत ही पुराने और जटिल एयर कंडिश्नर को छुपाती हैं- और छद्म एन्जीनियर टटल ही एक मात्र व्यक्ति है जो इस काम को कर पाता है। बाद में, सैम एक रेस्तरां में खाना खाता है जहाँ एक बड़ी सजावटी कलाकृति रखी है, जिसके फूल वास्तव में तार से बनी नलिकाएं हैं। इसके भी बाद, जब सैम विद्रोह की दृष्टि से देर रात में अपने ऑफिस हटा है, तब सरकारी भवन के हॉल का खालीपन रखरखाव करने वाले आदमी की ज़मीन चमकने वाली मशीन के द्वारा दूर किया जाता है, जोकि तारों से बनी नलिकाओं की लम्बी रस्सी को खींचती है।
बटल के मध्यमवर्गीय घर में, लोगों को नलिकाओं के लिए जगह देनी पड़ती है, जोकि वास्तव में उनके रोजमर्रा के कामों के दौरान रूकावट पैदा करती हैं। सैम के घर में, शुरुआत में इस तरह की नलिकाएं दिखाई नहीं पड़ती लेकिन बाद में जब वह टूटटी हैं तो उनकी उपस्थिति का आभास एक हल्के स्वर के रूप में सुनायी पड़ता है। अभिलेख विभाग में, यह नलिकाएं आसानी से चरों ओर दिखाई पड़ती हैं, लेकिन सिर्फ सभी व्यक्तियों के सर के ऊपर. अंततः, भयभीत सूचना मंत्रालय में बहुत कम ऐसी नलिकाएं दिखाई पड़ती हैं।
संगीत
[संपादित करें]एरी बैरोसो का 1939 का गाना "एक्वारेला डू ब्राज़ील" ("वाटरकलर ऑफ़ ब्राज़ील", प्रायः सिर्फ "ब्राज़ील") का एक संस्करण जो विशेष रूप से जियोफ मुल्डौर द्वारा गाया गया है, वह फिल्म की प्रमुख स्वर पंक्ति के रूप में बारबार इस्तेमाल किया गया है, हालाँकि इसके अतिरिक्त अन्य पार्श्व संगीत का भी प्रयोग किया गया है। माइकेल केमेन, जिन्होंने यह संगीत बनाया, ने वास्तव में "ब्राज़ील" को केट बुश की आवाज़ में रिकॉर्ड किया था। यह रिकॉर्डिंग वास्तविक फिल्म या वास्तविक गानों को जारी करने के दौरान शामिल नहीं की गयी थी; हालाँकि, इसे बाद में गानों के पुनः प्रदर्शन के दौरान जारी कर दिया गया था।
विषय-वस्तु
[संपादित करें]![]() | इस section में मूल शोध या अप्रमाणित दावे हो सकते हैं। कृपया संदर्भ जोड़ कर लेख को सुधारने में मदद करें। अधिक जानकारी के लिए संवाद पृष्ठ देखें। (May 2010) |
इस लेख में सत्यापन हेतु अतिरिक्त संदर्भ अथवा स्रोतों की आवश्यकता है। कृपया विश्वसनीय स्रोत जोड़कर इस लेख में सुधार करें। स्रोतहीन सामग्री को चुनौती दी जा सकती है और हटाया भी जा सकता है। (May 2010) स्रोत खोजें: "ब्राजील" फिल्म – समाचार · अखबार पुरालेख · किताबें · विद्वान · जेस्टोर (JSTOR) |
गिलियम जिस कथा का वर्णन करते हैं वह इस सर्वाधिकारवादी समाज के उन तरीकों के रूप में उपभोक्तावाद पर विद्रूप हंसी की दृष्टि डालती है, जिसका प्रयोग यह समाज लोगों का ध्यान अपनी अन्तर्निहित अमानवता से हटाने के लिए करता है। बाह्य दृश्यों में, यह दिखाया गया है की लोग सामानों से भरी गाड़ियों को रास्तो पर ले जा रहे हैं। एक दृश्य में, पीतल का बैंड ले जा रहा एक व्यक्ति एक चिन्ह लिये हुए हैं, जिस पर लिखा है "क्राइस्ट के उपभोक्ता," जब एक छोटी बच्ची से पूछा जाता है की उसे क्रिसमस पर क्या चाहिए तो अह तुरंत उत्तर देती है "मेरा खुद का एक क्रेडिट कार्ड!" जब सैम को एक कुर्सी से बंधा जा रहा था और उसे प्रताड़ना दी जानी थी, तब एक पुलिस अधिकारी उसे बताता है कि, "इससे जूझने की कोशिश मत करो, बेटा! "ज़ल्दी से स्वीकार कर लो, अन्यथा तुम अपनी साख योग्यता को खतरे में डाल लोगे."
इसी प्रकार, निजी खुशियों और कल्याण से ऊपर वृथा अहंकार और प्रतिष्ठा के अर्थहीन विचारों के उत्कर्ष का पूरी फिल्म के दौरान प्रदर्शन किया गया है। सैम की माँ और उसकी मित्र, मिसेज़ टेरेन, संसार के उच्च वर्ग के प्रतिनिधि के रूप में जवान और सुन्दर दिखने की सनक के रूप में अनेकों कॉस्मेटिक सर्जरी करवाते हैं। यहाँ तक की जब बगल में आतंकवादी हमले हो रहे थे, उस समय भी उन लोगों की चिंता का विषय एक नयी सर्जरी तालिका का मूल्य था।
सैम दुर्भावना रखने वाले चरित्रों से इतना आहात नहीं था जितना कि विशाल, औपचारिक और उदासीन सामाजिक व्यवस्था से था, जोकि सिर्फ अपनी खातिर पाखंड और आदर्शवादिता, दोनों का दिखावा करती है। निजी तौर पर कोई भी खलनायक दुर्भावना युक्त यां परपीड़क नहीं है, वह सिर्फ अपना कर्त्तव्य निभा रहे हैं। परिणाम स्वरुप, फिल्म की प्रमुख विषयवस्तु अज्ञात, संस्कारित और आत्माविहीन मशीनरी की निरर्थकता है, जोकि आधुनिक समाज में वयस्क जीवन की आवश्यकताओं को पूरा करते हैं। यह निर्थक, अज्ञात मशीनरी इस तथ्य में भी स्पष्ट है कि फिल्म का पूरा कथानक (वास्तव में) एक मक्खी के द्वारा गति में आता है, जिसके बारे में कोई नहीं जानता. अंत में, किसी अन्य को नहीं बल्कि दर्शक को सभी घटनाओं और उनके कारणों या किस प्रकार प्रत्येक व्यक्ति अपने पात्र में उपयुक्त बैठता है, के बारे में पूरी जानकारी होती है। सैम, एक सर्वाधिक सचेतन चरित्र के रूप में, दुर्घटनाओं की श्रंखला के माध्यम से पहेली के टुकड़ों के संपर्क में आता है, जबकि उसका ध्यान पूर्णतया अपनी प्रेमिका को खोजने और बचाने पर केन्द्रित है; जिल अंतिम क्षण तक अपने ऊपर आने वाले खतरे के प्रति अनजान प्रतीत होती है; और जैक और साथ ही साथ उसके पीछे जुड़ा पूरा तंत्र जोकि मिस्टर हेल्पमैन के रूप में प्रस्तुत है, उन्होंने स्वयं को ही बेवकूफ बनाने वाली विस्तृत विनाश और आतंकवाद से सम्बंधित कहानी बना ली है जिसके द्वारा वह स्वयं किये गए गलत कार्यों की व्याख्या देते हैं। इसके अतिरिक्त अनेक रयूब गोल्डबर्ग मशीन, जैसे कि एक जो सैम के खुद के घर में है, जिसका रोजमर्रा का जीवन पूरी तरह स्वचालित है, भी इस निरर्थक, स्वचालित आवश्यकताओं वाले संसार की व्याख्या करती हैं।
यह निरर्थकता शुरुआत से ही, फिल्म के सबसे गंभीर हास्यदुखद मोड़ के दौरान सबसे सशक्त रूप से दृष्टिगोचर होती है।
इस बात पर चर्चा की जा सकती है कि फिल्म में "आतंकवादियों" का अस्तित्व (अर्थात, जिल लेटन, बटल/टटल और सैम, सभी पे आतंकवादी होने का आरोप है) और अनेकों "आतंकवादी" गतिविधियाँ (अर्थात, रेस्तरां और दुकानों पर विस्फोट, कार विस्फोट) अस्पष्ट कर दिया गया है - इसकी बहुत सम्भावना है कि आतंकवाद का प्रमुख खतरा सरकार की शंतिपूरने विक्रेंदिकरण की नीति में है, जिससे वह अपनी तमाम गलतियों को छुपाती है और एक अन्य दुश्मन को बलि के बकरे के रूप में प्रस्तुत कर देती है। दर्शकों को अवश्य ही फिल्म की इस केंद्रीय विषयवस्तु की व्याख्या अपने सन्दर्भ में करनी चाहिए- और इस तथ्य को पहचानना चाहिए कि विप्रीताताया- शायद वास्तव में कोई आतंकवादी हैं ही नहीं.[4]
इस बात के कोई प्रत्यक्ष सबूत नहीं हैं कि जिल का विस्फोटों से कोई सम्बन्ध नहीं है, या यहाँ तक कि टटल ने कोई भी आतंकी कार्य किया है जिसके लिए सरकार उसे दोषी मान रही है- वह आत्मा रक्षा के लिए बन्दूक रखता है और एक मात्र अवसर जब वह विस्फोट में संलग्न दिखाई पड़ता है वह भी बाद में सैम का एक स्वप्न दृश्य निकलता है। सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण रूप से, जब जिल उत्तेजित होकर सैम से यह पूछती है कि क्या उसने वास्तव में कभी किसी आतंकवादी को देखा है, तो वह कोई प्रतिक्रिया नहीं दे पाता, क्यूंकि वह पहली बार यह सोचता है कि उसने कभी किसी वास्तविक आतंकवादी को नहीं देखा है। चूँकि फिल्म में कहीं भी यह नहीं दिखाया जाता कि वास्तव में विस्फोटों के लिए कौन ज़िम्मेदार है, इसलिए इसकी खोज करने का काम दर्शकों पर ही छोड़ दिया गया है।
प्रदर्शन
[संपादित करें]सिनेमा घरों में प्रदर्शन (रिलीज़)
[संपादित करें]यह फिल्म एर्नन मिल्चन की कंपनी एम्बेसी इंटनेशनल पिक्चर्स (जोसेफ़ इ. लिवाइन की एम्बेसी पिक्चर्स के द्वारा भ्रमित न हों) द्वारा निर्मित है। फिल्म का वास्तविक कट जो गिलियम द्वारा तैयार है वह 142 मिनट लम्बा है और उसका अंत निराशाजनक है। इस संस्करण को ट्वेंटीयथ सेंचुरी फॉक्स द्वारा यूएस के बहार अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जारी किया गया था।
यूएस का वितरण युनिवर्सल के द्वारा देखा गया था। युनिवर्सल के अधिकारियों को लगा कि फिल्म का अंत अच्छा नहीं लग रहा है और युनिवर्सल के अध्यक्ष सिड शीन्बर्ग ने फिल्म को प्रसन्नतापूर्ण अंत देने के लिए एक नाटकीय अंत के पुनर्सम्पदन पर जोर दिया, लेकिन गिलियम इससे नितांत असहमत थे। विशेष मत आधारित काल्पनिक विज्ञान फिल्म ब्लेड रनर (1982) के सामान, जोकि तीन वर्ष पूर्व प्रदर्शित हुई थी, ही ब्राज़ील का एक संस्करण भी मूवी स्टूडियो द्वारा बनाया गया जिसका अंत उपभोक्ताओं की रूचि के अनुसार रखा गया। फिल्म के प्रदर्शन के कोई आसार न दिखाई पड़ने पर और काफी देर हो जाने के बाद, गिलियम ने व्यवसायिक पत्रिका वैराइटी में एक पूरे पन्ने का विज्ञापन दिया जिसमे शीन्बर्ग से यह अनुरोध किया गया था कि वह ब्राज़ील को इसके वास्तविक संस्करण में ही जारी करने की आज्ञा दें. अंततः, जब गिलियम ने फिल्म का निजी प्रदर्शन (बिना स्टूडियो की आज्ञा के) कर लिया और ब्राज़ील को लॉस एंजेल्स फिल्म क्रिटिक एसोसिएशन द्वारा "सर्वश्रेष्ठ फिल्म" का पुरस्कार मिला, जिसने युनिवर्सल को 1985 में गिलियम द्वारा निरीक्षित, 131 मिनट वाले एक परिष्कृत संस्करण को जारी करने की अनुमति देने के लिया प्रेरित किया।[1][13]
वीडियो रिलीज
[संपादित करें]नॉर्थ अमेरिका में, यह फिल्म वीएचएस और लेसरडिस्क पर 132 मिनट के यूएस वर्ज़न पर जारी की गई थी। पहले वास्तविक यूरोपीय कट का एक कुछ परिष्कृत 142 मिनट का वर्ज़न एक 5-डिस्क क्राईटेरियन कलेक्शन लेसर डिस्क बॉक्स में 1996 में उपलब्ध कराया गया था, वर्तमान में यह डीवीडी में उपलब्ध है (निर्देशक की कमेंट्री में इस ओर "पांचवां और अंतिम कट" कहकर संकेत किया गया है, यह एक बिलकुल खाली समय और दिनांक प्रदर्शित करने वाली स्क्रीन के स्थान पर अमेरिकन क्लाउड ओपनिंग का प्रयोग करता है).[6]
शीन्बर्ग द्वारा सम्पादित, 94 मिनट का तथाकथित "लव कौन्कर्स ऑल" वर्ज़न, संघीय टेलीविज़न पर दिखाया गया था और पहली बार उपभोक्ताओं को विक्रय के लिए एक अलग डिस्क के रूप में क्राईटेरियन कलेक्शन लेसर डिस्क बॉक्स के सेट में उपलब्ध कराया गया था और इसके बाद 1999 में तीन डिस्क युक्ता डीवीडी उपलब्ध करायी गयी थी (इन दोनों में ही जैक मैथ्यू की पुस्तक का एक खास डाक्यूमेंट्री वर्ज़न भी था, जिसमे गिलियम के नए साक्षात्कार और वास्तविक पुस्तक के लिए सिड शीन्बर्ग द्वारा टेप के माध्यम से अभिलिखित साक्षात्कार भी है।)
इस बॉक्स सेट ने पहली बार चलचित्र को उसके सही अनुपात में प्रदर्शित किया, लेकिन वास्तविक डीवीडी पर जारी वर्ज़न नयी और चौड़ी टीवी के लिए परिष्कृत नहीं है। सितम्बर 5, 2006 को क्राईटेरियन द्वारा फिल्म का नया 16:9 परिष्कृत संस्करण, एक पूर्ण सेट और अलग से मात्र फिल्म की डिस्क, दोनों ही रूपों में जारी कर दिया गया।
आलोचनात्मक प्रतिक्रियाएं
[संपादित करें]फिल्म को रौटेन टोमेटोस के टोमेटोमीटर पर 97 प्रतिशत मिले, जिसमे 40 में से 39 समीक्षकों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी. 12 समीक्षाओं के आधार पर इसे मेटाक्रिटिक में 88 अंक मिले.[14]
शिकागो सन टाइम्स के फिल्म समीक्षक रॉजर एबर्ट ने फिल्म को पसंद नहीं किया और इसे 4 में से 2 स्टार दिए, उन्होंने कहा, "यह अनेकों विशेष प्रभावों, शानदार सेट, विनाश संबंधी भविष्य सूचक दृश्यों और अनुशासन की सामान्य कमी में भरपूर है," और साथ ही साथ इस फिल्म को समझ पाना भी बहुत कठिन है। मैंने इस दोबार देखा है और अब भी मई पूरे विश्वास के साथ नहीं कह सकता की कौन सा चरित्र क्या है, या वे किस प्रकार उपयुक्त हैं।"[15] लॉस एंजेल्स टाइम्स के आलोचक केनेथ टूरेन ने फिल्म के वर्णन में कहा है की "यह डाक्टर स्ट्रेंजलव के बाद व्यंग्यात्मक राजनीतिक सिनेमा का सबसे सशक्त नमूना है।"[1] द न्यू यार्क टाइम्स के जेनेट मसलिन फिल्म के जारी होने के बाद इसके प्रति बहुत सकारात्मक थे, उन्होंने कहा "टैरी गिलियम की ब्राज़ील, एक अत्यंत निराशाजनक भविष्य का मस्ती बहरे अंदाज़ में और विनोदपूर्वक देखा गया दृश्य है, यह हास्य की शक्ति द्वारा गंभीर विचारों, यहाँ तक की शांत विचारों को भी रेखांकित करने का एक सर्वोत्तम उदहारण है।"
2004 में टोटल फिल्म ने ब्राज़ील को अब तक की 20 वीं महान ब्रिटिश फिल्म की उपाधि दी. 2005 में टाइम फिल्म्स के समीक्षक रिचर्ड कौरलिस ने और रिचर्ड शिकेल ने ब्राज़ील को अब तक की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों की अव्यवस्थित सूची में स्थान दिया. 2006 में चैनल 4 ने ब्राज़ील को "50 फिल्म्स टू सी बिफोर यू डाई", में स्थान देने के लिए अपना मत दिया, यह इसके फिल्मफोर पर प्रसारण के कुछ पहले की बात है।
वायर्ड ने ब्राज़ील को शीर्ष 20 साइ-फाइ फिल्मों की सूची में पांचवां स्थान दिया.[16] एंटरटेनमेंट वीकली ने ब्राज़ील को 1982 से अब तक, काल्पनिक विज्ञान पर आधारित जारी सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में छठां स्थान दिया.[17] पत्रिका ने अपनी "द टॉप 50 कल्ट फिल्म" की सूची में भी इस फिल्म को #13वां स्थान दिया.[18]
यह फिल्म दो एकेडेमी अवार्ड के लिए नामांकित भी हुई थी; वास्तविक पटकथा और सर्वश्रेष्ठ कला निर्देशन (नौरमैन गर्वुड, मैगी ग्रे).[19] क्लाइव जेम्स के ऑनलाइन कार्यक्रम टॉकिंग इन द लाइब्रेरी में दिए गए एक साक्षात्कार में गिलियम ने कहा, उसे आश्चर्य है पर ब्राज़ील अमेरिका के दूर दक्षिणी इलाकों में भी लोगों की पसंदीदा फिल्म है।
अन्य कार्यों के लिए सांस्कृतिक संदर्भ
[संपादित करें]- फिल्म के अंत में मंत्रालय भवन से भागने के दौरान, सरकारी सैनिकों द्वारा गया गया प्रसिद्द हास्य गाना "ओडेसा स्टेप्स" फिल्म द बेटलशिप पोटेमकिन से लिया गया है। जार के सैनिकों द्वारा माँ की हत्या किये जाने के बाद, एक बच्चा ले जाने वाली गाडी के सीढ़ियों से गिरने की जगह पर, दरबान की हत्या के शीघ्र बाद दरबान का वैक्यूम क्लीनर सीढ़ियों से गिरने लगता है।
- फिल्म प्रायः एक अस्पष्ट प्रारूप का उल्लेख करती है जिसे 27B/6 कहा जाता है। 27B कैननबरी स्क्वायर, जॉर्ज ऑरवेल का लन्दन का पता था, जब वह नाइनटीन एट्टी-फोर लिख रहे थे।[20]
प्रभाव
[संपादित करें]ब्राज़ील के तकनीकी पक्ष ने फिल्म π में मैक्स कोहेन के घर की डिजाइन को प्रभावित किया।[21]
अन्य फ़िल्में जिन्हें ब्राज़ील की चलचित्रकला, सेट डिजाइन, व्यंग्यों और/या उदास, अवास्तविक वातावरण से प्रेरणा मिली, में जीन पियरे जेन्युएट और मार्क कैरो की दो फ़िल्में डेलिकेटसें (1991) और द सिटी ऑफ़ लौस्ट चिल्ड्रेन (1995),[22] व् कोएन ब्रदर्स की द हड्सकर प्रॉक्सी (1994)[23][24] शामिल हैं।
भविष्यसूची वीडियो गेम, फालआउट 3 में दिखाई पड़ने वाला एक नष्टप्राय वाहन, बिलकुल ही वैसा दिखायी पड़ता है जैसे निजी वाहन का प्रयोग लॉरी बटल के घर मिलने के लिए जाते समय करता है।
ब्राज़ील, स्टीमपुंक उप संस्कृति के लेखकों और कलाकारों के लिए एक प्रेरणा स्रोत के रूप में पहचानी जाती है।[25][26][26]
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]- बीएफआई की शीर्ष 100 ब्रिटिश फ़िल्में
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ अ आ इ ई उ मैथ्यूस, जैक (1996). "ब्राजील का सपना" (निबंध के साथ रिलीज मानदंड संग्रह डीवीडी)."ड्रीमिंग ब्राज़ील" (क्राईटेरियन कलेक्शन डीवीडी के जारी होने पर संलग्न निबंध).
- ↑ ब्राजील (अब तक की 54 वीं सर्वश्रेष्ठ ब्रिटिश फिल्म का विकास) . ओरियन बुक्स लिमिटेड, 2001, बॉब मैककेब द्वारा संपादित. आइएसबीएन 0-7528-3792-3
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- ↑ सी. जेरी कट्नर (1994): ब्राइट लाइट फिल्म्स जर्नल, न .12 (वसंत 1994)
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- ↑ Sheehan, Henry (2006). "A shot to remember: Terry Gilliam on Brazil's rescue scene". DGA Quartely: Craft Journal of the Directors Guild of America. II (3). Archived from the original on 3 जुलाई 2007. Retrieved 2009-10-31.
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ignored (help) - ↑ स्टब्स, फिल:"टेरी Gilliam Tideland वार्ता" ड्रीम्स, Archived 2011-05-11 at the वेबैक मशीन
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(help)[मृत कड़ियाँ] - ↑ "The Top 50 Cult Films". Entertainment Weekly. May 23, 2003.
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- ↑ अ आ पीटर बेबर्गल steampunk की उम्र संस्मरण भविष्य मिलता है, पीतल screws के साथ शामिल हो ध्यान Archived 2008-05-05 at the वेबैक मशीन बोस्टन ग्लोब, 26 अगस्त 2007
अतिरिक्त पठन सामग्री
[संपादित करें]- जैक मैथ्यूस, द बैटल ऑफ़ ब्राज़ील (1987), आइएसबीऍन 0-517-56538-2.
बाहरी कड़ियाँ
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विकिसूक्ति पर ब्राजील (फिल्म) से सम्बन्धित उद्धरण हैं। |
- Brazil इंटरनेट मूवी डेटाबेस पर
- रौटेन टोमेटोस में ब्राज़ील
- वाइड कोण: closeup टेरी Gilliam फ़ाइलें - ब्राज़ील पर साक्षात्कार और निर्माण कहानियां
- टैरी गिलियम, टॉम स्टोपर्ड & चार्ल्स मैककियोन, वेबसाइट
- डीजीए पत्रिका का गिलियम के साथ साक्षात्कार
- हामेल, जेम्स कीथ. आधुनिकता और Mise-en-दृश्य: टेरी Gilliam और ब्राजील, चित्रों से: जर्नल ऑफ़ फिल्म एंड पॉपुलर कल्चर
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