बाबा बिशनदास मंदिर निमोठ

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हरियाणा प्रान्त के जिला रेवाड़ी में जिला मुख्यालय से 28 किलोमीटर की दूरी पर गाँव निमोठ [1]स्थित है | यहाँ पर बाबा बिशनदास का प्राचीन मंदिर एवं समाधी स्थल है। मंदिर की प्राचीनता के विषय में प्रमाणिक रूप से तो नहीं कहा जा सकता , परन्तु अनुमानित रूप से ये कहा जा सकता है की मंदिर लगभग 350 से 400 वर्ष पुराना है।


मंदिर के आकर्षण[संपादित करें]

बाबा बिशनदास के मंदिर एवं समाधी स्थल के अतिरिक्त मंदिर परिसर के अन्दर ही शिव मंदिर , राम- हनुमान मंदिर , विश्वकर्मा मंदिर , शनि मंदिर , एवं श्री कृष्ण की प्रतिमा स्थित है | मंदिर प्रांगण काफी भव्य व रमणीय है | मंदिर के अन्दर एक पुस्तकालय भी है जहाँ दैनिक समाचार पत्रों के अतिरिक्त अन्य धार्मिक सामग्री उपलब्ध है |


मंदिर में लगने वाले मेले[संपादित करें]

बाबा बिशनदास मंदिर [2]में वर्ष में दो बार मेले लगते हैं , जिनमे हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं | ये मेले चैत्र शुक्ल प्रतिपदा , और भाद्रपद शुक्ल द्वादशी को लगते हैं | मेलों के दौरान कुश्ती , कबड्डी , लम्बी व् ऊँची कूद , वालीवाल इत्यादि विभिन्न प्रतियोगिताएं मंदिर कमेटी के द्वारा गाँव वासियों के सहयोग से करवाई जाती हैं , जिसमें दूर दूर से खिलाडी भाग लेने पहुँचते हैं |

कैसे पहुँचे[संपादित करें]

गाँव निमोठ डहीना[3] से कुण्ड मार्ग पर स्थित है , बस द्वारा रेवाड़ी से महेंद्रगढ़ रोड पर स्थित डहीना उतरें और कुण्ड जाने वाली बस से निमोठ पहुँच सकते हैं | मंदिर तक पक्की सड़क बनी हुई है जो की निकटवर्ती गाँव कपूरी तक जाती है | इसी प्रकार रेवाड़ी से नारनौल रोड पर कुण्ड उतर कर भी निमोठ पहुंचा जा सकता है | गाँव निमोठ अपने सीमावर्ती गाँवों ढाणी ठेठरबाढ,धवाना,कपूरी, रामबास,जैनाबाद,मंदोला से पक्की सड़कों द्वारा जुड़ा हुआ है इसलिए सड़क मार्ग से किसी भी छोर से आसानी से पहुंचा जा सकता है | निकटवर्ती रेलवे स्टेशन 4 किलोमीटर दूरी पर डहिना जैनाबाद[4] है जो की दिल्ली बीकानेर मार्ग पर स्थित है | यहाँ पैसेंजर ट्रेनों के अतिरिक्त कुछ एक्सप्रेस ट्रेनों का भी ठहराव होता है।

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. "2". मूल से 29 मार्च 2019 को पुरालेखित.
  2. :[[28.2730636,76.363216],[28.272306,76.36276269999999]];tbs:lrf:!2m1!1e2!2m1!1e16!3sIAE,lf:1,lf_ui:2 "5".
  3. "3". मूल से 2 दिसंबर 2017 को पुरालेखित.
  4. "4". मूल से 6 अक्तूबर 2019 को पुरालेखित.