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गुजरात ज़िला

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(ज़िला गुजरात से अनुप्रेषित)
पाकिस्तानी पंजाब प्रांत में गुजरात ज़िला (लाल रंग में)
अगर आप भारत के गुजरात राज्य पर जानकारी ढूंढ रहें हैं तो गुजरात का लेख देखिये

गुजरात (उर्दू: گجرات‎, अंग्रेज़ी: Gujrat) पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक ज़िला है। गुजरात ज़िले की राजधानी गुजरात शहर है। इस ज़िले की तीन तहसीलें हैं - गुजरात, खारियाँ और सराय आलमगीर। यह ज़िला पाकिस्तानी पंजाब प्रान्त के पूर्वोत्तर में स्थित है। इसकी सीमाएँ पूर्वोत्तर में पाक-अधिकृत कश्मीर के मीरपुर ज़िले से, पश्चिमोत्तर में झेलम नदी से जो इसे झेलम ज़िले से अलग करती है, पूर्व और दक्षिण पूर्व में चेनाब नदी से जो इसे गुजराँवाला ज़िले से और सियालकोट ज़िले से अलग करती है और पश्चिम में मंडी बहाउद्दीन ज़िले से लगतीं हैं। कृपया ध्यान देन कि एक ही नाम होने के बावजूद पाकिस्तानी पंजाब के गुजरात ज़िले का भारत के गुजरात राज्य से कोई लेना-देना नहीं है।

झंग ज़िले में सन् २०११ में २९,४८,००८ लोगों की आबादी थी। इसका क्षेत्रफल क़रीब ३,१९२ वर्ग किमी है। ऐतिहासिक रूप से यह राजा पोरस के राज्य का हिस्सा हुआ करता था जिसे सिकंदर ने जुलाई ३२६ ईसापूर्व में फ़तेह कर लिया। चार साल बाद यवनों के खिलाफ़ हुए राष्ट्रीय भारतीय जागरण में चन्द्रगुप्त मौर्य ने इसपर क़ब्ज़ा करके इसे अपने साम्राज्य में शामिल कर लिया। सम्राट अशोक की मृत्यु तक यह मौर्य साम्राज्य के अधीन रहा लेकिन फिर हिंद-यवन राजा दिमित्रियस ने २३१ में इसपर नियंत्रण कर लिया। १२० ईसापूर्व के आसपास इसपर हिंद-पार्थी राजा मोगा का राज हुआ। पहली शताब्दी ईसवी में पूरे पंजाब पर युएझ़ी लोगों का क़ब्ज़ा हुआ और यह ज़िला भी उसमें शामिल था। उसके बाद इसपर गुज्जर लोगों का राज हुआ और इस ज़िले का नाम उन्हीं लोगों से आता है।[1]

गुजरात ज़िले के कुछ नज़ारे

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इन्हें भी देखें

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बाहरी कड़ियाँ

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सन्दर्भ

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  1. Imperial gazetteer of India, Volume 12 Archived 2013-09-29 at the वेबैक मशीन, Sir William Wilson Hunter, Great Britain. India Office, Clarendon Press, 1908, ... part of the kingdom of Porus, who was defeated by Alexander, probably in the Karri plain beyond the Jammu border, in July, 326 BC ; but four years later was conquered by Chandragupta Maurya in the national rising which took place on the death of Alexander. It remained under the Mauryas until shortly after the death of Asoka in 231 ...