जनक पलटा मगिलिगन
डॉ श्रीमती जनक पलटा मगिलिगन | |
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जन्म |
16 फ़रवरी ,1948 जलंधर, पंजाब, भारत |
पेशा | सामाजिक कार्यकर्ता |
कार्यकाल | 1965 -आज भी सितम्बर 18,2017 |
जीवनसाथी | स्वर्गीय श्री जेम्स आर मगिलिगन |
पुरस्कार | पद्मश्री 2015 |
वेबसाइट http://jimmymcgilligancentre.org/ |
डॉ श्रीमती जनक पलटा मगिलिगन एक भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता हैं। वह इंदौर जिले के सनावदिया गाँव में स्थित 'जिम्मी मगिलिगन सेंटर फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट' की संस्थापिका व निदेशिका है, जो कि गैर सरकारी संगठन है। [1] वह ग्रामीण महिलाओं के बारली विकास संस्थान के पूर्व निदेशक भी है।,[1][2] स्त्री-पुरुष की समानता जैसी बहाई शिक्षाओं का प्रसार और महिला सशक्तिकरण करना उनका जीवन लक्ष्य है।
जनक पलटा मगिलिगन का जन्म पंजाबी परिवार में हुआ था। उन्होंने मास्टर डिग्री (एमए) अंग्रेजी साहित्य में और राजनीति विज्ञान में किया। राजनीतिक विज्ञान में एमफिल की और "जनजातीय और ग्रामीण महिलाओं के प्रशिक्षण के माध्यम से अक्षय विकास में डॉक्टरेट की डिग्री (पीएचडी) प्राप्त की। उन्होनेने 26 वर्षों तक बरली ग्रामीण महिला विकास संस्थान के निदेशक के रूप में सेवा दी और इसी बरली संस्थान के निदेशक मंडल के संस्थापक निदेशक हैं और संस्थान के बोर्ड पिछले 32 वर्षों में सदस्य के रूप में सेवारत है। वे बहाई हैं और बहाई धर्म की शिक्षाओं जैसे ईश्वर एक है, सभी धर्मों का स्रोत एक है , विश्व शांति और विश्व एकता के लिए कार्य कर रही हैं।
सम्मान एवं पुरस्कार
[संपादित करें]- वर्ष 2001 में उत्कृष्ट महिला सामाजिक कार्यकर्ता पुरस्कार, राष्ट्रीय अम्बेडकर साहित्य सम्मान और ग्रामीण एवं जनजातीय महिला सशक्तिकरण पुरस्कार,
- वर्ष 2005 में महिला समाजसेवी सम्मान
- वर्ष 2006 में जनजातीय महिला सेवा पुरस्कार
- वर्ष 2008 में मध्यप्रदेश सरकार ने 'राजमाता विजयराजे सिंधिया समाजसेवा पुरस्कार'
- 2010 में लक्ष्मी मेनन साक्षरता पुरस्कार,
- 2011 में नवोन्मुखी सामाजिक शिक्षक पुरस्कार
- 2012 में लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड
- 2013 में सौहार्द पुरस्कार के साथ साथ वूमन ऑफ सब्सटेंस अवॉर्ड
उन्हें मध्यप्रदेश सरकार की ओर से मध्यप्रदेश गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया है।