चार्ल्स कैनिंग
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द राइट ऑनरेबल अर्ल कैनिंग The Earl Canning KG GCB KSI PC | |
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पद बहाल 28 फरवरी 1856 – 21 मार्च 1862 | |
राजा | विक्टोरिया |
पूर्वा धिकारी | लॉर्ड डलहौजी |
उत्तरा धिकारी | एल्गिन के अर्ल |
पद बहाल 1 नवंबर 1858 – 21 मार्च 1862 | |
राजा | विक्टोरिया |
प्रधानमंत्री | वैकौण्ट पामर्स्टन अर्ल आफ डार्बी |
पूर्वा धिकारी | स्थिति स्थापित |
उत्तरा धिकारी | एल्गिन के अर्ल |
पद बहाल 2 मार्च 1846 – 30 जून 1846 | |
राजा | विक्टोरिया |
प्रधानमंत्री | सर रॉबर्ट पील, बीटी |
पूर्वा धिकारी | लिंकन के अर्ल |
उत्तरा धिकारी | विस्काउंट मोरपेथ |
पद बहाल 5 जनवरी 1853 – 30 जनवरी 1855 | |
राजा | विक्टोरिया |
प्रधानमंत्री | अर्ल आफ आबर्डीन |
पूर्वा धिकारी | हार्डविक के अर्ल |
उत्तरा धिकारी | ड्यूक ऑफ अर्गिलोl |
जन्म | 14 दिसम्बर 1812 ब्रॉम्पटन, लंडन |
मृत्यु | 17 जून 1862 ग्रोसवेनर स्क्वायर, लंडन | (उम्र 49 वर्ष)
राष्ट्रीयता | British |
राजनीतिक दल | Conservative en:Peelite |
जीवन संगी | माननीय. शार्लोट स्टुअर्ट (वि॰ 1835; नि॰ 1861) |
शैक्षिक सम्बद्धता | क्राइस्ट चर्च, ऑक्सफोर्ड |
चार्ल्स कैनिंग, प्रथम अर्ल कैनिंग, केजी, जीसीबी, केएसआई, पीसी (14 दिसंबर 1812 - 17 जून 1862), जिसे विस्काउंट कैनिंग और क्लेमेंसी कैनिंग के नाम से भी जाना जाता है, |1857 के भारतीय विद्रोह[1] के दौरान एक ब्रिटिश राजनेता और भारत के गवर्नर-जनरल थे। और विद्रोह को कुचलने के बाद 1858 में ईस्ट इंडिया कंपनी से महारानी विक्टोरिया के ताज को सत्ता हस्तांतरण के बाद भारत का पहले वायसराय बने।[2]
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ Raman, Praveen (2017). Canning. Praveenraman.
- ↑ "Proclamation by the Queen in Council to the Princes, Chiefs and people of India". British Library. 1 November 1858. मूल से 5 अक्तूबर 2021 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 December 2018.