घूँघट
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भारतीय उपमहाद्वीप में हिन्दू, सिख और जैन स्त्रियाँ अपना चेहरा साड़ी के आंचल या 'पल्लू' से या किसी ओढ़नी आदि से ढकतीं हैं, इसे ही घूँघट कहते हैं। घूँघट को घुमटा, ओढ़नी, लाज, चुनरी, झुण्ड आदि नामों से भी जाना जाता है। प्रायः बड़ों के सामनों आने पर स्त्रियाँ घूँघ्त ओढ़ लेतीं हैं। घूँघट के लिए प्रायः दुपट्टा भी प्रयुक्त होता है। घूंघट की प्रथा अब हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश , उत्तर प्रदेश और बिहार आदि हिन्दी क्षेत्रों के अलावा अन्य क्षेत्रों में बहुत कम हो गयी है।[1][2]