ग्रंथो को जलवाना और विद्वानों को दफनाना
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ग्रंथो को जलवाना और विद्वानों को दफनाना (चीनी: 焚書坑儒) यह वे घटनाएँ है जो चिन राजवंश के प्रथम सम्राट चिन शी हुआंग के शासन काल में घटी थी जिसमे सम्राट द्वारा कई ग्रंथो को जलवाया गया था और ४६० कुन्फ़्यूशिवादी विद्वानों को ज़िन्दा दफनाया गया था। सम्राट न्यायवादी थे और यह ग्रंथ सौ विचारधाराओ से संबंधित थी,जो की न्यायवाद के विचारो के विरुद्ध थी, यही कारण था की सम्राट ने इन पुस्तकों को जलवाने और विद्वानों को ज़िन्दा दफ़नाने का आदेश दिया था।
कई विद्वान इन घटनाओ को काल्पनि मानते है और हान राजवंश के इतिहासकारों द्वारा चिन राजवंश को कलंकित करने का प्रयास मानते हैं। [1][2][3]
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ Goldin (2005), पृ॰ 151.
- ↑ Nylan (2001), पृ॰प॰ 29-30.
- ↑ Kern (2010), पृ॰प॰ 111-112.