गरदेज़

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निर्देशांक: 33°36′N 69°13′E / 33.6°N 69.22°E / 33.6; 69.22
गरदेज़
Gardez / ګردېز
गरदेज़ का बाला हिसार क़िला
गरदेज़ का बाला हिसार क़िला
गरदेज़ का बाला हिसार क़िला

गरदेज़

प्रांत पकतिया
निर्देशांक 33°36′N 69°13′E / 33.6°N 69.22°E / 33.6; 69.22
जनसंख्या  (2008) 70,000
Area
 - Elevation

2,294 मी॰ (7,526 फीट)
Time zone UTC+4:30 Kabul

गरदेज़ (पश्तो: ګردېز‎, अंग्रेजी: Gardez) पूर्वी अफ़्ग़ानिस्तान का एक शहर है। यह पकतिया प्रान्त की राजधानी भी है और पाकिस्तान की सीमा के नज़दीक है। गरदेज़ शहर की सन् २००८ में आबादी लगभग ७०,००० अनुमानित की गई थी, जिनमें से अधिकतर पश्तो-भाषी पठान थे। यह शहर एक बड़ी वादी में स्थित है जिसके उत्तर, पूर्व और पश्चिम में हिन्दु कुश के पर्वत हैं। यह शहर २,३०० मीटर की ऊँचाई पर है और गुफ़ाओं और सुरंगों वाले प्रसिद्ध तोरा बोरा इलाक़े के पास है। शहर से रूद-ए-गरदेज़ (यानि गरदेज़ नदी) निकलती है जो आब-ए-इस्तादा नामक झील में जाकर ख़त्म हो जाती है।

गरदेज़ ग़ज़नी से पाकिस्तान और काबुल से ख़ोस्त जाने वाले रास्तों के चौराहे पर स्थित है। इस वजह से यह पूर्वी अफ़्ग़ानिस्तान में व्यापार का केंद्र रहा है और इसने बहुत से आक्रामकों के हमले सहे हैं। दो हज़ार साल से भी अधिक पहले सिकंदर महान द्वारा आसपास की पहाड़ियों पर पहरे के लिए बनवाई गई पत्थर की चौकियाँ आज भी धीरे-धीरे टूट रहीं हैं। गरदेज़ के बीच में ऊँचाई पर बाला हिसार क़िला (بالا حصار‎, Bala Hisar) है, जिसका मतलब 'ऊँचाई का क़िला' होता है।[1]

मोहल्ले[संपादित करें]

गरदेज़ के बीच में बाला हिसार क़िला है और यह शहर चार भागों में बांटा जाता है:

  • बाज़ार-ए-कोहना, यानि पुराना बाज़ार
  • क़ारा-ए-आहंगरान, यानि लोहारों का मोहल्ला ('आहंग' फ़ारसी में लोहे को कहते हैं)
  • क़ारा-ए-अर्जाख़ेल, यानि अर्जाख़ेल मोहल्ला
  • नवाबाद, यानि नया शहर जहाँ इस नगर के नए घर, नया बाज़ार और प्रशासन केंद्र स्थित है

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. AUP takes the reins from US soldiers in Gardez Archived 2012-03-02 at the वेबैक मशीन, Ken Scar, 7th Mobile Public Affairs Detachment, 22 Feb 2012, ... The city of Gardez is located at the junction between two important roads that cut through a huge alpine valley. Surrounded by the mountains of the Hindu Kush, which boil up from the valley floor to the north, east and west, it is the axis of commerce for a huge area of eastern Afghanistan, and has been a strategic location for armies throughout this country’s long history of conflict. Observation posts built by Alexander the Great are still crumbling on the hilltops just outside the city limits ...