क्लॉड शैनन
क्लॉड शैनन | |
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क्लॉड एलवुड शैनन (1916-2001) | |
जन्म |
30 अप्रैल 1916 पेटोस्की, मिशिगन, संयुक्त राज्य अमेरिका |
मृत्यु |
फ़रवरी 24, 2001 मेडफ़र्ड, मैसाचूसिट्स, संयुक्त राज्य अमेरिका | (उम्र 84 वर्ष)
आवास | संयुक्त राज्य अमेरिका |
राष्ट्रीयता | अमेरिकन |
क्षेत्र | गणित व इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग |
संस्थान |
बेल लेबोरेटरीज मैसाचुसेट्स प्रौद्योगिकी संस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडी |
शिक्षा |
यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन मैसाचुसेट्स प्रौद्योगिकी संस्थान |
डॉक्टरी सलाहकार | फ्रैंक लॉरेन हिचकॉक |
डॉक्टरी शिष्य |
डैनी हिलिस इवान एडवर्ड सदरलैंड विलियम रॉबर्ट सदरलैंड हेनरिक अर्नस्ट |
प्रसिद्धि |
सूचना सिद्धांत |
उल्लेखनीय सम्मान |
इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रिकल एन्ड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर्स (आई॰ई॰ई॰ई॰) मेडल ऑफ ऑनर क्योटो प्राइज़ हार्वे प्राइज़ (1972) |
क्लॉड एलवुड शैनन (अंग्रेज़ी: Claude Elwood Shannon) (अप्रैल 30, 1916 – फरवरी 24, 2001) एक अमेरिकी गणितज्ञ, इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर और बीज-लेखक (कोड राइटर) थे, जिन्हें "सूचना सिद्धांत के पिता" के रूप में जाना जाता है।[1][2] शैनन 1948 में सूचना सिद्धांत की स्थापना के विषय में प्रकाशित अपने ऐतिहासिक पत्र के लिए प्रसिद्ध हैं, परन्तु इन्हें दोनों, डिजिटल कंप्यूटर और डिजिटल सर्किट डिजाइन सिद्धांत के संस्थापक का श्रेय भी दिया जाता है। जब यह मैसाचुसेट्स प्रौद्योगिकी संस्थान में 21 वर्षीय स्नातकोत्तर के छात्र थे तब इन्होंने एक शोध-प्रबन्ध लिखा जिसमें इन्होंने प्रदर्शित किया कि बूलीय बीजगणित का विद्युत अनुप्रयोग किसी भी तार्किक, संख्यात्मक संबंध का निर्माण व हल कर सकता है। यह दावा किया जाता है कि यह स्नातकोत्तर का शोध-प्रबन्ध सम्पूर्ण इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण था।[3] शैनन ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान और उसके पश्चात् कोड तोड़ने के बुनियादी कार्य सहित क्रिप्ट-विश्लेषण के क्षेत्र में भी योगदान दिया।
प्रारंभिक जीवन
[संपादित करें]शैनन पेटोस्की, मिशिगन में पैदा हुए थे। इनके पिता, क्लॉड सीनियर (1862–1934), प्रारंभिक न्यू जर्सी आबादकारों के वंशज, एक स्वनिर्मित व्यापारी थे और कुछ समय के लिए प्रोबेट के न्यायाधीश। इनकी माँ, मैबल वुल्फ शैनन (1890–1945), जर्मन आप्रवासियों की बेटी, एक जर्मन भाषा की शिक्षिका व कई वर्षों तक गेलॉर्ड हाई स्कूल, मिशिगन की प्रधानाचार्या रहीं थी। शैनन ने अपने जीवन के प्रारंभिक 16 वर्ष गेलॉर्ड, मिशिगन, में बिताए थे, जहाँ इन्होंने पब्लिक स्कूल में शिक्षा ग्रहन की व 1932 में गेलॉर्ड हाई स्कूल से स्नातक हुए। शैनन ने यांत्रिक चीजों के प्रति अपना झुकाव दिखाया। इनके सबसे प्रिय विषय विज्ञान और गणित थे और घर पर यह कई तरह के उपकरणों का निर्माण करते थे जिनमें शामिल हैं विमानों के मॉडल, रेडियो नियंत्रित मॉडल नाव और उनके घर से आधा मील दूर स्थित अपने मित्र के घर तक की वायरलेस टेलीग्राफ प्रणाली। बड़े होते हुए इन्होंने वेस्टर्न यूनियन के लिए सन्देशवाहक के रूप में काम किया। इनके बचपन के नायक थॉमस एडीसन थे, जिनके बारे में इन्हें बाद में पता चला कि वह इनके दूर के चचेरे भाई थे। दोनों जॉन ओग्डन, एक औपनिवेशिक नेता व कई प्रतिष्ठित लोगों के पूर्वज, के वंशज थे।[4][5]
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ doi:10.1098/rsbm.2009.0015
This citation will be automatically completed in the next few minutes. You can jump the queue or expand by hand - ↑ "Bell Labs Advances Intelligent Networks" (अंग्रेज़ी में). bell-labs.com. Bell Laboratories. नवंबर 1, 2006. मूल से 4 फ़रवरी 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि दिसम्बर 23, 2011.
- ↑ Poundstone, William (2006). Fortune's Formula: The Untold Story of the Scientific Betting System That Beat the Casinos and Wall Street. Farrar, Straus and Giroux. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0809045990.
- ↑ "MIT Professor Claude Shannon dies; was founder of digital communications" (अंग्रेज़ी में). कैम्ब्रिज, मैसाचुसेट्स: MIT news. फरवरी 27, 2001. मूल से 21 जनवरी 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि दिसम्बर 23, 2011.
- ↑ CLAUDE ELWOOD SHANNON, Collected Papers, Edited by N.J.A Sloane and Aaron D. Wyner, IEEE press, ISBN 0-7803-0434-9