ऐफेनाइट

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ज्वालामुखीय विस्फोट में फेंका गया यह बेसाल्ट के इस टुकड़े में सूक्ष्मढांचे बिना सूक्ष्मदर्शी के नहीं देखे जा सकते

अदृश्यक्रिस्टली या ऐफेनाइट (Aphanite) ऐसे आग्नेय शैल होते हैं जिनके सूक्ष्मढांचे के क्रिस्टल का आकार इतना छोटा होता है कि उन्हें देखेने के लिए सूक्ष्मदर्शी आवश्यक है। इसके विपरीत फैनेराइट शैल (दृश्यक्रिस्टली) के सूक्ष्मढांचे का आकार बड़ा होता है और उन्हें बिना सूक्ष्मदर्शी (माइक्रोस्कोप) की सहायता के देखा जा सकता है। ऐफेनाइट शैल तब बनते हैं जब मैग्मा तीव्रता से ठण्डा होता है, जिस से क्रिस्टल आकार बड़ा होने का समय नहीं मिलता। यह अक्सर ज्वालामुखीय स्थितियों में देखा जा सकता है।[1] अदृश्यक्रिस्टलियों की रचना ओबसिडियन जैसे ज्वालामुखीय काँच से भिन्न होती है, क्योंकि ज्वालामुखीय काँचों का ढाँचा अक्रिस्टलीय होता है और वे देखने में काँच जैसे होते हैं।[2]

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. Monroe, James Stewart; Wicander, Reed; Hazlett, Richard W. (2007). "4". In Dodson, Keith (ed.). Physical Geology: Exploring the Earth. Earth Sciences (6 ed.). USA: Thompson Brooks/Cole. p. 115. ISBN 0495011487.
  2. Bates and Jackson, 1984, Dictionary of Geological Terms, 3rd ed., Prepared by the American Geological Institute