उत्तर अमेरिका की अर्थव्यवस्था
जनसंख्या: | ५२.८ करोड़ |
जीडीपी (पीपीपी) (२००९): | १६,९८१ अरब डॉलर |
जीडीपी (मुद्रा) (२००९): | १६,२७९ अरब डॉलर |
जीडीपी/व्यक्ति (पीपीपी) (२००९): | २५,२६३ $ |
जीडीपी/व्यक्ति (मुद्रा) (२००९): | २४,१५५ $ |
प्रति व्यक्ति जीडीपी की वार्षिक वृद्धि दर: |
१.८४% (१९९०-२००२) |
सर्वाधिक धनी १०% की आय: | ३२.९% |
लखपति*: | ३२ लाख (०.६५%) |
बेरोज़गारी | १०% |
* दस लाख डॉलर से ऊपर |
विकास अर्थशास्त्र |
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क्षेत्रानुसार अर्थव्यवस्थाएं |
आर्थिक विकास के सिद्धांत |
श्रेणियाँ |
सूचियाँ |
उत्तर अमेरिका की अर्थव्यवस्था के अन्तर्गत ५२.८ करोड़ से अधिक लोग आते हैं जो २३ सम्प्रभुता सम्पन्न देशों और १५ अधिनस्थ क्षेत्रों में निवास करते हैं। इस अर्थतन्त्र के अन्तर्गत उत्तर में कनाडा और अमेरिका जैसे देश है, जो संसार के सर्वाधिक धनी और विकसित देशों में हैं और मध्य अमेरिका और कैरिबियाई देश भी जो अपेक्षाकृत कम विकसित या विकासशील हैं। इन दोनों छोरों के बीच स्थित है मेक्सिको जो एक नवीन औद्योगिक देश है और उत्तर अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौते (नाफ़्टा) का सदस्य है और एकमात्र लातिन अमेरिकी देश है जो ओईसीडी का सदस्य है।
संयुक्त राज्य अमेरिका संज्ञात्मक और क्रय शक्ति दोनों ही आधार पर इस क्षेत्र की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है जबकि सन्त लूसिया (संज्ञात्मक) और डोमिनिका (क्रय शक्ति) के आधार पर उत्तर अमेरिका की सबसे छोटी अर्थव्यवस्थाएँ हैं।
इतिहास
[संपादित करें]बीस के दशक का तीव्र विकास
[संपादित करें]प्रथम विश्व युद्ध के परिणामस्वरूप, उत्तर अमेरिकी देशों में सामाजिक और आर्थिक वृद्धि हुई। इस घटनावृत्त के फलस्वरूप इन देशों को बहुत लाभ पहुँचा जैसे, बड़े पैमाने पर विज्ञापनों का उत्थान, जिसके कारण बहुत आर्थिक समृद्धि आई।[1]
तीस के दशक की "महामन्दी"
[संपादित करें]महामन्दी, उत्तर अमेरिका में अक्टूबर १९२९ में आरम्भ हुई थी। इसका कारण आमतौर पर शेयर बाजार का काले शुक्रवार के दिन धराशाई होने को माना जाता है लेकिन यह वास्तविक कारण नहीं था।[2] विशेष रूप से कनाडा और अमेरिका की अर्थव्यवस्थाओं में भारी गिरावट आई, १९२९ से १९३३ के मध्य अमेरिकी अर्थव्यवस्था में ३७% और कनाडियाई अर्थव्यवस्था में ४३% की गिरावट आई।[3] १९३३ में अर्थव्यवस्था अपने न्यूनतम स्थर पर पहुँच गई। दूसरे विश्व युद्ध के कारण माल की मांग में उछाल आया जिसके कारण महामंदी का अंत हुआ।
महामन्दी के बाद के वर्षों में उत्तर अमेरिका की अर्थव्यवस्थाओं में सरकारी हस्तक्षेप बढ़ा। अमेरिका में न्यू डील के अंतर्गत बेरोज़गारी बीमा लाया गया, न्यूनतम वेतन और काम करने के घण्टे निश्चित कर दिए गए।[4] कनाडा में भी इसी प्रकार के सुधार किए गए।[5] महामंदी के दौरान मेक्सिकों में कुछ महत्वपूर्ण बैंकों का राष्ट्रीयकरण कर दिया गया और १९३७ में रेलमार्गों का और १९३८ में तेल उद्योग का भी राष्ट्रीयकरण कर दिया गया।
द्वितीय विश्व युद्ध
[संपादित करें]दूसरे विश्व युद्ध के दौरान, बहुत से पुरुष सेना में भर्ती हो गए और उत्पादकों ने महिलाओं का स्वागत किया। पहले ये काम महिलाओं के लिए बन्द थे लेकिन उपकरणों की भारी माँग के कारण और पुरुष कर्मचारियों के सेना में भर्ती होने के कारण महिलाओं को इन कारखानों में काम करने की छूट मिल गई। स्पष्ट रूप से कहें तो कार्यकर्ताओं की कमी के कारण उत्तर अमेरिका में बेरोज़गारी लगभग समाप्त हो गई।
शीत युद्ध
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अमेरिका-कनाडा मुक्त व्यापार समझौता और नाफ़्टा - आर्थिक एकीकरण के युग का सूत्राधार
[संपादित करें]१९८९ के कनाडा-अमेरिका मुक्त व्यापार समझौते और उत्तरवर्ती इसके उत्तर अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौते में बदलने के कारण इन देशों के बीच के व्यापार में अभूतपूर्व वृद्धि हुई और अमेरिका-कनाडा का आपसी व्यापार तीन गुणा बढ़ा। २००६ में कनाडा के ८५% निर्यात अमेरिका को हुए।
क्षेत्रिय विविधता
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व्यापार देश समूह
[संपादित करें]एशिया-प्रशान्त आर्थिक सहयोग (एपेक)
[संपादित करें]एशिया-प्रशान्त आर्थिक सहयोग (एपेक) प्रशान्त क्षेत्र के देशों का समूह है जो इन देशों के आर्थिक और राजनैतिक सम्बन्धों की प्रगाढ़ता को सुदृढ़ करने का मंच है। एपेक के निर्धारित लक्ष्यों में प्रमुख हैं प्रशुल्क को शून्य और पाँच के बीच रखकर एशिया-प्रशांत के विकसित देशों के लिए २०१० तक और विकासशील देशों के लिए २०२० तक मुक्त और खुला व्यापार और निवेश।
इस संगठन में चार महाद्वीपों से सदस्य देश हैं, जिनमें उत्तर अमेरिका से तीन सदस्य हैं: कनाडा, मेक्सिको और अमेरिका।
कैरिबियाई समुदाय
[संपादित करें]कैरिबियाई समुदाय (कैरिकॉम) का गठन इस उद्देश्य के साथ किया गया था " सामुदायिक संस्थानों और समूहों के साथ भागीदारी करके गतिशील नेतृत्व और सेवा प्रदान करना, जिससे एक व्यवहार्य, अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता-मुलक और ऐसे समुदाय का निर्माण हो सके जिसमें सभी का जीवन स्तर पहले की तुलना में बेहतर हो"।
- १ जनवरी, २००६ तक छः सदस्यः (बारबडोस, बेलिज़, गुयाना, जमैका, सूरीनाम और त्रिनिदाद और टोबेगो) अनाधिकारिक रूप से कैरिबियाई (कैरिकॉम) एकल बाज़ार और अर्थव्यवस्था का निर्माण।
- ३० जनवरी, २००६ को जमैका में आधिकारिक रूप से प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर करने के बाद, छः अन्य देशों (एंटीगुआ और बारबुडा, डॉमिनिका, ग्रेनेडा, संत किट्स और नेविस, संत लुसिया और संत विंसेन्ट और ग्रेनाडाइन्स) ने समूह के साथ २००६ की दूसरी तिमाही से जुड़ने की इच्छा प्रकट की। मॉन्टसिराट, एक ब्रिटिश अधिशासी है जिसका निवेदन अभी ब्रिटेन के पास लंबित है। हैती और बहामास का फिलहाल समूह से जुड़ने का इरादा नहीं है।
मध्य अमेरिका मुक्त व्यापार समझौता
[संपादित करें]मध्य अमेरिका मुक्त व्यापार समझौता (काफ़्टा), संयुक्त राज्य अमेरिका और मध्य अमेरिकी देशों कोस्टा रिका, गुआटेमाला, एल सल्वाडोर और निकारागुआ के बीच हुआ एक समझौता है। इस समझौते का उद्देश्य इसके सदस्य राष्ट्रों के बीच मुक्त व्यापार को बढ़ावा देना है। कनाडा और मेक्सिको की सदस्यता विचाराधीन है।
उत्तर अमेरिका मुक्त व्यापार समझौता
[संपादित करें]उत्तर अमेरिका मुक्त व्यापार समझौता (नाफ़्टा) कनाडा, मेक्सिको और अमेरिका के बीच हुआ एक समझौता है जिसका उद्देश्य सदस्यों के बीच सामानों (माल) प्रशुल्क समाप्त करना है।
यद्यपी अभी यह केवल एक समझौता है, लेकिन कई सुझाव इस संबंध में दिए गए हैं कि यूरोपीय संघ की तर्ज पर ही उत्तर अमेरिकी संघ या उत्तर अमेरिकी मुद्रा संघ को मूर्तरूप दिया जाए। लेकिन अभी यह नहीं कहा जा सकता की कालांतर में ऐसा कोई संघ इस महाद्वीप पर जन्म लेगा।
मुद्राएँ
[संपादित करें]निम्नलिखित सूची उत्तर अमेरिका की मुद्राओं की है, विनिमय दर अमेरिकी डॉलर और यूरो दोनों में दी गई है। १२ अप्रैल २००८ की दर
आर्थिक क्षेत्र
[संपादित करें]कृषि
[संपादित करें]कृषि क्षेत्र मध्य और कैरिबियाई देशों में महत्वपूर्ण है। पश्चिमी कनाडा में, सास्काट्चीवन, अल्बर्टा, ब्रिटिश कोलंबिया और मानिटोबा में गेंहूँ और अन्य बहुत से कृषि उत्पाद उगाए जाते हैं। अमेरिका में भी बहुत से राज्यों में, मुख्यतः मध्य महाद्वीपीय अमेरिका में कृषि संबंधित उत्पाद उगाए जाते हैं। मेक्सिकों में बहुत से उष्णदेशीय फलों और सब्ज़ियों और खाद्य पशुओं का उत्पादन किया जाता है।
निर्माण
[संपादित करें]उत्तर अमेरिका का निर्माण क्षेत्र विकसित और यह क्षेत्र बढ़ा है। प्रारंभ में यूरोप के देश निर्माण के बड़े केन्द्र थे। ५० के दशक के आरंभ में अमेरिका, कनाडा के साथ विश्व का सबसे बड़ा निर्माण केन्द्र था और मेक्सिको इनके पीछे था। वर्तमान में उत्तर अमेरिका के देश आर्थिक रूप से बहुत सुदृड़ और समृद्ध हैं।
सेवाक्षेत्र
[संपादित करें]कनाडा, अमेरिका और कैरिबियाई क्षेत्र में सेवाक्षेत्र में सर्वाधिक लोग कार्यरत हैं। बहुत से लोग बैंको और दुकानो में काम करते हैं। कनाडा में तो ७०% से भी अधिक लोग सेवाक्षेत्र में कार्यरत हैं। यही स्थिति अमेरिका में भी है। अबुत से अमेरिकी और कनाडियाई लोग खान-पान और कपड़ों पर बहुत पैसा खर्च करते हैं।
निवेश और बैंकिंग
[संपादित करें]अमेरिका का बैंकिंग और निवेश क्षेत्र उत्तर अमेरिका में सबसे अधिक विकसित है। कनाडा और मेक्सिको तेज़ी से इस दिशा में बढ़ रहे हैं। छोटी अर्थव्यवस्थाएं जैसे गुआटेमाला, कोस्टा रिका, हौण्डुरस और पनामा भी धीरे लेकिन इस दिशा में प्रगति कर रहे हैं।
वैश्विक व्यापार सम्बन्ध
[संपादित करें]
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]- उत्तर अमेरिका
- दक्षिण अमेरिका की अर्थव्यवस्था
- एशिया की अर्थव्यवस्था
- यूरोप की अर्थव्यवस्था
- अफ़्रीका की अर्थव्यवस्था
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ १९२० के दशक का व्यापार और अर्थव्यवस्था Archived 2008-05-17 at the वेबैक मशीन(अंग्रेज़ी)
- ↑ अमेरिकी अर्थव्यवस्था की रूप-रेखा Archived 2007-03-14 at the वेबैक मशीन (अंग्रेज़ी)
- ↑ १९२९-१९३३ की महामन्दी के दौरान कनाडा की अर्थव्यवस्था Archived 2009-02-09 at the वेबैक मशीन - कनाडा सरकार (फ़्रान्सीसी)
- ↑ अमेरिकी श्रम विभाग - न्यू डील का संक्षिप्त इतिहास और द्वितीय विश्व युद्ध Archived 2009-05-11 at the वेबैक मशीन (अंग्रेज़ी)
- ↑ बेरोज़गारी बीमा अधिनियम (१९४१) Archived 2009-06-09 at the वेबैक मशीन - कनाडा सरकार (फ़्रान्सीसी)
बाहरी कड़ियाँ
[संपादित करें]- (अंग्रेज़ी) उत्तर अमेरिकी अर्थव्यवस्था - इकनॉमी वाच
- (अंग्रेज़ी) उत्तर अमेरिका की अर्थव्यवस्था - सन् १५०० से पूर्व - बच्चों के लिए