आलिफ़ लैला
Jump to navigation
Jump to search
![]() | इस लेख में सन्दर्भ या स्रोत नहीं दिया गया है। कृपया विश्वसनीय सन्दर्भ या स्रोत जोड़कर इस लेख में सुधार करें। स्रोतहीन सामग्री ज्ञानकोश के उपयुक्त नहीं है। इसे हटाया जा सकता है। |

शहरयाद और शहरयार, चित्र: फर्डिनेंड केलर, 1880
आलिफ लैला या (अंग्रेजी:अरेबियन नाइट्स) की कथाएं मूलतः फारसी भाषा में 'आलिफ लैला' शीर्षक से रची गयी थी। यह संसार की महानतम् रचनाओं में से एक है, विशेषकर बाल-साहित्य के क्षेत्र में। अधिकतर रचनाएं प्राचीन भारत, ईरान तथा अरब देशओं की पौराणिक कथाओं का संग्रह है। कहानियाँ अति कल्पनाशील, तिलस्मी तथा जादुई घटनाओं से भरी हुई हैं।
आलिफ लैला की प्रमुख कहानियों में - सिंदबाद की सात समुद्री यात्राएं, आलादीन और जादुई चिराग, अली बाबा और चालीस चोर, बोलने वाली चिड़ियाँ, ख़जूर की गुठला, मुरगे की सीख, परी का कोप, सुराही का जिन्न आदि प्रसिद्ध हैं।
बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
- हिंदी बालसाहित्य : परंपरा एवं आधुनिक संदर्भ (ओमप्रकाश कश्यप)
- Interview with Claudia Ott: A New Chapter in the History of Arab Literature
- 1001 Nights
- Journal of the 1001 Nights – An online blog resource for new and developing news, scholarship and info on the 1001 (aka The Arabian) Nights and their many manifestations.
- Craft and Malice of Women, or The Tale of the King, His Son, His Concubine and the Seven Wazirs