अनेग्जीमेण्डर
अनेग्जीमेण्डर | |
---|---|
![]() | |
जन्म |
610 BCE |
मृत्यु |
547 BCE,[1] 556 BCE, 546 BCE ![]() |
व्यवसाय |
दार्शनिक,[1] खगोल विज्ञानी, गणितज्ञ, भौतिक विज्ञानी, लेखक ![]() |
यह थेल्स का शिष्य था। उसने सर्वप्रथम एक बेबीलोनियन यन्त्र नोमोन बनाया बनाया जो सूर्य घड़ी का कार्य करता था। अनेग्जीमेण्डर ईसा से 610-546 वर्ष पूर्व युनानी विद्वान था। इसने ब्रह्माण्डविज्ञान को विकसित किया। इसने ब्रह्माण्ड उत्पत्ति का सिद्धांत और नक्षत्रों का उल्लेख किया।
मिलेसस निवासी यह बिद्द्वान थेल्स का शिष्य था तथा उतराधिकारी था ।उन्हिने पृथ्वी की उत्पति ,आकार तथा आकृति में विचार रखे ,उन्हिने पृथ्वी की उतपत्ति अदृश्य पदार्थो से मानी जो उसर्ण और शीतोष्ण दोनों गुड वाले थे ।अदृश्य पदार्थी में भीतरी भाग में ठण्डा होने से तो ढाल की आकृति में पृथ्वी बनी तथा बाहरी उषण भाग केंद्रित भाग से अलग हो गया जो काली धुंद के रूप में वायुमंडल बना ।इन्होने बाताया की पृथ्वी ब्रह्माण्ड के मध्य ठोस रूप में है तथा चपटी ना होकर गोलाकार है ।
उन्होंने पृथ्वी के लम्बाई को चौड़ाई से तीन गुणा अधिक बताया उन्होंने एक मानचित्र भी बनाया ।जिसके मद्य यूनान तथा विश्व के चारो ओर महासागर नदी से घिरा हुआ बताया ।
इन्होने अनेक जिव उत्पत्ति तथा प्रकाश सम्बंधित लेख लिखे तथा पृथ्वी तल से समस्त जीवधारियो को उत्पत्ति जीवो के विकास के फलस्वरूप मानी ।उन्हिने सर्वप्रथम एक बेविलोनियाँ यन्त्र नोमोन बताया जो सूर्य घडी का कार्य करता है amit patel
सन्दर्भ[संपादित करें]
बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
![]() | यह भूगोल से सम्बंधित लेख एक आधार है। जानकारी जोड़कर इसे बढ़ाने में विकिपीडिया की मदद करें। |