हार्सिली हिल्स
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हार्सिली हिल्स - Horsley Hills హార్సిలీహిల్స్ - ہارسلی پہاڑ | |
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टाउन | |
उपनाम: आंध्र की ऊटी | |
निर्देशांक: 13°40′N 78°24′E / 13.66°N 78.40°Eनिर्देशांक: 13°40′N 78°24′E / 13.66°N 78.40°E | |
Country | भारत |
राज्य | आंध्र प्रदेश |
शासन | |
• प्रणाली | आंध्र प्रदेश टूरिज़म |
ऊँचाई | 1290 मी (4,230 फीट) |
Languages | |
• Official | तेलुगु उर्दू और अंग्रेज़ी |
समय मण्डल | IST (यूटीसी+5:30) |
वाहन पंजीकरण | AP03 |
हार्सिली हिल्स या हार्सिली कोन्डा आंध्र प्रदेश चित्तूर जिला शहर मदनपल्ली के करीब एक पहाडी इलाका है। इसका स्थानीय नाम "एनुगु मल्लम्मा कोंडा" है। स्थानीय कहानी के अनुसार एक लडकी मल्लम्मा थी जो हाथियों को चारा डाला करती थी। एक दिन वह अचानक गायब हो गयी। जिसके बाद लोग ने उसके नाम का मंदिर बना कर पूजा करने लगे। और उसी के नाम से एनुगु मल्लम्मा (हाथियों को पालने वाली मल्लम्मा) इस गांव का नाम हो गया। 1870 में ब्रिटिश शासन का कलेक्टर डब्ल्यू.डी. हार्सली के नाम से इस का नाम हार्सिली हिल्स पड गया।[1]
जंगल और जानवर
[संपादित करें]इस पहाडी इलाके में जंगल काफ़ी सुंदर और मनोहर हैं। यूकलिप्टस के पेड बहुत हैं। जंगली जानवर, हिरन, भालू, चीता वगैरा भी हैं। [1] पक्षियों के 133 जाती प्रजातियां पाये जाते हैं। [2][3][4] [5]
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ अ आ Government of India (1908). The Imperial Gazetteer of India. Volume XIII. Gyaraspur to Jais. Oxford University Press. पृ॰ 178.
- ↑ Subramanya, S; Prasad, J. N. (1996). "Yellowthroated Bulbuls at Horsley Hills". J. Bombay Nat. Hist. Soc. 93 (1): 55–58.
- ↑ Allen, P Roscoe (1908). "Notes on the Yellow-throated Bulbul Pycnonotus xantholaemus". J. Bombay Nat. Hist. Soc. 18 (4): 905–907.
- ↑ Ghorpade, Kumar (1998). "Lists, records and Horsley Hills ornithology". Newsletter for Birdwatchers. 38 (3): 53–54.
- ↑ Reddy, A.M; Nayaka, S; Shankar, P.C.; Reddy, S.R.; Rao, B R P (2011). "New distributional records and checklist of lichens for Andhra Pradesh, India" (PDF). Indian Forester. 137 (12): 1371–1376.