सदस्य वार्ता:Hinduparivar
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प्रस्तावना
Hinduparivar जी इस समय आप विकिमीडिया फाउण्डेशन की परियोजना हिन्दी विकिपीडिया पर हैं। हिन्दी विकिपीडिया एक मुक्त ज्ञानकोष है, जो ज्ञान को बाँटने एवं उसका प्रसार करने में विश्वास रखने वाले दुनिया भर के योगदानकर्ताओं द्वारा लिखा जाता है। इस समय इस परियोजना में 8,11,057 पंजीकृत सदस्य हैं। हमें खुशी है कि आप भी इनमें से एक हैं। विकिपीडिया से सम्बन्धित कई प्रश्नों के उत्तर आप को अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों में मिल जायेंगे। हमें आशा है आप इस परियोजना में नियमित रूप से शामिल होकर हिन्दी भाषा में ज्ञान को संरक्षित करने में सहायक होंगें। धन्यवाद।
विकिनीतियाँ, नियम एवं सावधानियाँ
विकिपीडिया के सारे नीति-नियमों का सार इसके पाँच स्तंभों में है। इसके अलावा कुछ मुख्य ध्यान रखने हेतु बिन्दु निम्नलिखित हैं:
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विकिपीडिया में कैसे योगदान करें?
विकिपीडिया में योगदान देने के कई तरीके हैं। आप किसी भी विषय पर लेख बनाना शुरू कर सकते हैं। यदि उस विषय पर पहले से लेख बना हुआ है, तो आप उस में कुछ और जानकारी जोड़ सकते हैं। आप पूर्व बने हुए लेखों की भाषा सुधार सकते हैं। आप उसके प्रस्तुतीकरण को अधिक स्पष्ट और ज्ञानकोश के अनुरूप बना सकते हैं। आप उसमें साँचे, संदर्भ, श्रेणियाँ, चित्र आदि जोड़ सकते हैं। योगदान से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण कड़ियाँ निम्नलिखित हैं:
अन्य रोचक कड़ियाँ
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(यदि आपको किसी भी तरह की सहायता चाहिए तो विकिपीडिया:चौपाल पर चर्चा करें। आशा है कि आपको विकिपीडिया पर आनंद आएगा और आप विकिपीडिया के सक्रिय सदस्य बने रहेंगे!) |
-- नया सदस्य सन्देश (वार्ता) 15:19, 14 सितंबर 2014 (UTC)
जो खुदकी मदद करता है, ईश्वर उसीकी सहायता करता है[संपादित करें]
जो खुदकी मदद करता है, ईश्वर उसीकी सहायता करता है | अपने धर्म की महत्ता, धर्मगुरुओं की महत्ता नहीं जानोगे, तो आनेवाले समय में अपनी पहचान खो दोगे | इसमें धर्म की हानी नहीं, तुम्हारी आध्यात्मिक हानी है , क्युं की धर्म की रक्षा, संस्थापना किसी भी हालत में होकर रहेगी; परंतु तुम धर्म की राहसे भटक जाओगे तो तुम्हारी हालत जरुर धोबी के कुत्ते की तरह होगी | धोबी का कुत्ता न घर का न घाट का | ऐसी कुत्ते की मौत मरने से अच्छा आजसे ही अपनी संस्कृति, धर्म और अध्यात्म की पहचान करा लो, सत्संग करो, संतों को आश्रय दो और उनका आध्यात्मिक बल ग्रहण करो जो देने के लिए वे प्रस्तुत है | स्वयं अपनी मदद करो, फिर देखो ईश्वर कितनी देर तुमसे दूर रह पाते है |