"विश्व हिन्दी दिवस": अवतरणों में अंतर
पंक्ति 4: | पंक्ति 4: | ||
==इतिहास== |
==इतिहास== |
||
[[भारत]] के पूर्व प्रधानमन्त्री [[मनमोहन सिंह]] ने 10 जनवरी 2006 को प्रति वर्ष विश्व हिन्दी दिवस के रूप मनाये जाने की घोषणा की थी। उसके बाद से भारतीय विदेश मंत्रालय ने विदेश में 10 जनवरी 2006 को पहली बार विश्व हिन्दी दिवस मनाया था। |
[[भारत]] के पूर्व प्रधानमन्त्री [[मनमोहन सिंह]] ने 10 जनवरी 2006 को प्रति वर्ष विश्व हिन्दी दिवस के रूप मनाये जाने की घोषणा की थी। उसके बाद से भारतीय विदेश मंत्रालय ने विदेश में 10 जनवरी 2006 को पहली बार विश्व हिन्दी दिवस मनाया था। |
||
* [http://www.rkalert.com/hindi-diwas-par-slogans-or-nibndh-naare/ हिन्दी दिवस पर स्लोगन और नारे Hindi Divas Itihas History ] |
|||
== यह भी देखें == |
== यह भी देखें == |
13:22, 13 सितंबर 2016 का अवतरण
विश्व हिन्दी दिवस प्रति वर्ष 10 जनवरी को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य विश्व में हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिये जागरूकता पैदा करना तथा हिन्दी को अन्तराष्ट्रीय भाषा के रूप में पेश करना है। विदेशों में भारत के दूतावास इस दिन को विशेष रूप से मनाते हैं। सभी सरकारी कार्यालयों में विभिन्न विषयों पर हिन्दी में व्याख्यान आयोजित किये जाते हैं। विश्व में हिन्दी का विकास करने और इसे प्रचारित - प्रसारित करने के उद्देश्य से विश्व हिन्दी सम्मेलनो की शुरुआत की गई और प्रथम विश्व हिन्दी सम्मेलन 10 जनवरी 1975 को नागपुर में आयोजित हुआ था इसी लिए इस दिन को विश्व हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है।[1]
इतिहास
भारत के पूर्व प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह ने 10 जनवरी 2006 को प्रति वर्ष विश्व हिन्दी दिवस के रूप मनाये जाने की घोषणा की थी। उसके बाद से भारतीय विदेश मंत्रालय ने विदेश में 10 जनवरी 2006 को पहली बार विश्व हिन्दी दिवस मनाया था।
यह भी देखें
- हिन्दी दिवस पर स्लोगन और नारे Hindi Divas Itihas History
- हिन्दी दिवस
- विश्व हिन्दी सम्मेलन
- विश्व हिन्दी सचिवालय
- विदेशों से प्रकाशित हिन्दी की पत्र-पत्रिकायें
सन्दर्भ
- ↑ "10 जनवरी : आज विश्व हिन्दी दिवस है..." वेबदुनिया. अभिगमन तिथि 8 जनवरी 2016.
बाहरी कड़ियाँ
- हिन्दी दिवस पर स्लोगन और नारे ( Hindi Divas Itihas History)
- हिन्दी का प्रवासी साहित्य - डा कमलकिशोर गोयनका (इ-विश्वा में)
- विश्व में हिन्दी की लोकप्रियता (मधुमती)
- हिंदी, संयुक्त राष्ट्रसंघ की भाषा बन कर रहेगी
- हिन्दी का अन्तर्राष्ट्रीय स्वरूप (साहित्य वैभव)
- विश्व हिंदी दिवस (मिडिया क्लब)