"आकाश": अवतरणों में अंतर
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09:25, 6 अगस्त 2012 का अवतरण
किसी भी खगोलीय पिण्ड (जैसे धरती) के वाह्य अन्तरिक्ष का वह भाग जो उस पिण्ड के सतह से दिखाई देता है, वही आकाश (sky) है। अनेक कारणों से इसे परिभाषित करना कठिन है। दिन के प्रकाश में पृथ्वी का आकाश गहरे-नीले रंग के सतह जैसा प्रतीत होता है जो हवा के कणों द्वारा प्रकाश के प्रकीर्णन के परिणामस्वरूप घटित होता है। जबकि रात्रि में हमे धरती का आकाश तारों से भरा हुआ काले रंग का सतह जैसा जान पड़ता है।
रंग
आसमान का रंग उसके नही होते है। सुर्य से आने वाले प्रकाश जब आकाश में उपस्थित धुल इत्यादि से मिलता है तो वह फैल जाता है। नीला रंग का तरगधेर्य के कारण अन्य रंगो कि अपेक्षा अधिक फैलता है।
अन्य नाम
- नभ
- आसमान
- अम्बर
- व्योम
- निलाम्बर
- गगन