दक्कन उद्भेदन
दिखावट
दक्कन उद्भेदन अथवा दकन ट्रैप भारत के पश्चिमी हिस्से में एक प्रदेश है जहाँ की भूवैज्ञानिक संरचना क्रीटाशियस युग के ज्वालामुखी उद्भेदन के दौरान बनी बेसाल्ट चट्टानेें है और इस इलाके में बेसाल्ट के ऊपर बनी काली रेगुर मिट्टी पायी जाती है। जिसमे कपास की खेती अच्छी होती है इसलिए इसे 'कपास मिट्टी' भी कहते है , चूंकि यह लावा से बनी है इसलिए इसे 'लावा मिट्टी' कहते है। यह 17°–24° उत्तर तथा 73°–74° पूर्व के मध्य स्थित है। जोकि मख्य रूप से महाराष्ट्र, मध्य्रदेश, गुजरात में फैला है(75-80%)। यह विश्व के कुछ सबसे बड़े ज्वालामुखी निर्मित स्थलरूपों में से एक है।
यह लेख एक आधार है। जानकारी जोड़कर इसे बढ़ाने में विकिपीडिया की मदद करें। |