अज़ान फकीर
अज़ान फकीर ( Arabic اذان فقیر ), जन्म शाह मीरान , जिन्हें अजान पीर, हजरत शाह मीरान और शाह मिलन (संभवतः मिरान से ) के नाम से भी मशहुर हैं, एक सूफी सैयद, [1] कवि, मुस्लिम उपदेशक और १७वीं शताब्दी के संत थे। [2] वह बगदाद से आए थे। या कुछ पारिवारिक स्रोतों के अनुरुप, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बदायूं से भारत के उत्तर-पूर्वी भाग के असम में सिबसागर क्षेत्र में बसने के लिए आए, जहाँ उन्होंने ब्रह्मपुत्र घाटी के लोगों को एकजुट करने में सहायती की [3] और इसलाम को सम के क्षेत्र में सुदृढ़ और स्थिर करने की कोशिश की. अज़ान उनको इस लिये कहा जाता है कि वह अज़ान देते थे. [4] वह लगभग १६३० में इराक से असम आए, यानी श्रीमंत शंकरदेवी के जन्म के लगभग २०० साल बाद
एक मत के अनुसार [उद्धरण चाहिए] उनका नाम "हजरत शाह सैयद मैनुद्दीन" था। वह विशेष रूप से अपने ज़िक्र और ज़री के लिए जाने जाते हैं, दो प्रकार के भक्ति गीत, जो स्थानीय संगीत परंपराओं से आकर्षित हैं और असम के 16 वीं शताब्दी के संत-विद्वान श्रीमंत शंकरदेव के बोर्गेट्स के साथ समानताएं रखते हैं। इसके अलावा, दिवंगत प्रसिद्ध लेखक और साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता सैयद अब्दुल मलिक के मतानुसार अज़ान फ़कीर कुरान, हदीस और इस्लामी दर्शन पर गहरी महारत रखने वाले उपदेशक थे।
अज़ान फकीर बगदाद में ख्वाजा निजामुद्दीन औलिया के शागिर्द थे। वह अपने भाई शाह नवी के साथ असम आये थे। उन्होंने उच्च सामाजिक कद की एक अहोम महिला से विवाह किया और आधुनिक शिवसागर शहर के पास गोरगांव में बस गए।
पीर के रूप में उन्होंने ज़िक्र (एक प्रकार का आध्यात्मिक गीत) की रचना की। मूल रूप से वह अरबी भाषी थे, लेकिन उन्होंने अपने द्वारा अपनाई गई भूमि की भाषा में पूरी तरह से महारत हासिल कर ली, जिससे उनके गीतों की तुलना उनके वैष्णव समकालीनों से की जा सके।
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ Committee, Brahmaputra Beckons Publication (1982). The Brahmaputra Beckons. Brahmaputra Beckons Publication Committee. पृ॰ 39. ASIN B0000CQAKG. अभिगमन तिथि 2008-09-05.
- ↑ Sarma, Satyendranath (1989). A Socio-economic & Cultural History of Medieval Assam, 1200 A.D.-1800 A.D. Pratima Devi. पृ॰ 230. अभिगमन तिथि 2008-09-05.
- ↑ B. Datta-Ray, B. (1978). Social and Economic Profile of North-east India. B. R. Pub. Corp. पृ॰ 343. अभिगमन तिथि 2008-09-05.
- ↑ Tamizi, Mohammad Yahya (1992). Sufi Movements in Eastern India. Idarah-i Adabiyat-i Delli. पृ॰ 96. अभिगमन तिथि 2008-09-05.