सदस्य:Nadim Anjum Seikh/प्रयोगपृष्ठ
डॉ सैली राईड, अंतरिक्ष में उड़ान भरने वाली पहली अमेरिकी महिला थी। उन्होने 'सैली राईड साइंस' कंपनी की स्थपना, डॉ टॉम ओ'षौघनेस्सी (राष्ट्र्पति और सीईओ), डॉ करेन फ्लेम्मार (वरिष्ठ विज्ञान सलाहकार), और दो समान विचारधारा वाले दोस्तो के साथ २००१ में, युवा लोगों को स्टेम में प्रेरित करने और स्टेम साक्षता को बढ़ावा देने के लिए की थी। उनका लक्ष्य यह है कि वे अधिक छात्रो को विशेष रुप से लड़कियों और निछलेवार्ग के लोगो को, अपने स्कूल के साथ साथ स्टेम के साथ भी जुड़े रहने के लिए प्रेरित करना। सैली ने अपने मृत्यु तक कंपनी के सीईओ के रुप मे कार्य किया। अग्नाशय कैंसर के साथ एक १७ महीने की लड़ाई के बाद, २३ जुलाई, २०१२ को उनकी मृत्यु हो गई। १९७७ में जब सैली भौतिको में स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से अपनी पीएच डी खत्म कर रही थी तब उसने नासा अखबार में प्रकशित एक विज्ञापन पर अपना उत्तर दिया, जो अंतरिक्ष यात्री उम्मिदवारो कि मांग कर रही थी। १८ जुन १९८३ में राईड अंतरिक्ष शटल चैलेंजर पर सवार होकर सबसे कम उम्र में अंतरिक्ष भ्रमण करनेवाली पहली अमरीकी महिला बनी। सैली की ऐतिहासिक उड़ान ने उनको महिलाओं द्वारा बाधाओं को तोड़ने की क्षमता का प्रतिक तथा, पीढ़ियों के साहसी युवा लड़कियों के लिए एक नायक बना दिया। वे १९८४ में फिर से चैलेंजर पर उड़ान भरी और उसके बाद अपने देश के दोनो ही अंतरिक्ष शटल आपदाओं (१९८६ में चैलेंजर का विस्फोट और २००३ में कोलंबिया शटल का दो बारा प्रवेश करते हुए टुट जाना) को जांच करनेवाली केवल एकमात्र व्याक्ति रही। नासा से सेवानिवृत्त होने के बाद वे भौतिक विज्ञान के प्रोफेसर बन गए और उसके साथ साथ डॉ टॉम से मिलकर बच्चों के लिए विज्ञान की पुस्तकों लिखने लगे जिससे वह एक पुरस्कार विजेता लेखक के रूप में प्रसिद्ध हुए। सैली ने अपना उच्च प्रोफ़ाईल एक कारण के लिए इस्तेमाल किया, एक कारण जिसका वह आवेशपूर्ण रूप से परवाह करती थी-विज्ञान के लिए छात्रो के मन में उत्साह जगाकर उन्हे प्रोत्साहित करना और स्टेम में अपना भबिष्य बनाने के लिए रोचक करना (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियारिंग, और गणित)। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए ही उन्होने सैली राईड साइंस संस्था का स्थपना किया था।
प्रारंभिक जीवन
[संपादित करें]सैली की जन्म २६ मई १९५१ में एनचिनो, कैलिफोर्निया में हुआ था और वही पर ही उनका बचपन बीता था। बचपन से ही सैली विज्ञान की ओर आकर्षित थी। अपने हितो की तरफ प्रोत्साहित होने के लिए सैली जी ने अपने माता-पिता को श्रेय दिया। सैली एक रसायन शास्त्र सेट और एक दुरबीन के साथ खेलती हुई बड़ी हुई थी। उन्हे खेलकुद मे भी रुची था। उनको वेस्टलेक स्कूल में पढ़ने के लिए एक टेनिस टुर्नामेटं से छात्रवृत्ति मिली थी।
लक्ष्य की प्राप्ती
[संपादित करें]१९७७ में जब सैली भौतिको में स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से अपनी पीएच डी खत्म कर रही थी तब उसने नासा अखबार में प्रकशित एक विज्ञापन पर अपना उत्तर दिया, जो अंतरिक्ष यात्री उम्मिदवारो कि मांग कर रही थी। तब तक अधिकतर अंतरिक्षचारीयों सेना के विमानचालक थे, और उनमे सारे पुरुष थे। लेकिन उसके बाद जब नासा वैज्ञानिकों और इंजीनियरों के खोज में था तब महिलाओं को भी लागू करने की इजाजत दी गई थी। सैली ने तुरंत ८००० आन्य लोगों के साथ अपना आवेदन भेज दिया। और उस समूह में से, ३५ नए अंतरिक्ष यात्रीयों ६ महिलाओं सहित, यात्री कोर में शामिल होने के लिए चुने गए थे। नासा ने १९७८ में सैली को एक अंतरिक्ष यात्री उम्मीदवार के रूप में चुना था।
अंतरिक्षचारी प्रशिक्षण
[संपादित करें]सैली की प्रशिक्षण में पैराशूट जंपिगं, पानी अस्तित्व, भारहीनता, रेदियो संचार, और नेविगेशन आदि जैसे प्रथाओं शामिल थे। वह उड़ान प्रशिक्षण की इतना आनंद लेने लगी थी की उड़ान उनका एक शौक बन गया था। अंतरिक्ष शटल कोलंबिया के दुसरे और तिसरे उड़ानो के दौरान वह संचार अधिकारी के रूप में जमीन पर रहकर मिशन नियंत्रण से शटल कर्मीदल तक संदेश प्रसारण का काम किया था। वह उस मण्डली की हिस्सा थी जिसने रोबोट भुजा का विकासित उपग्रहों को तैनात और पुन:प्राप्त किया था जो शट्ल कर्मचारियों द्वारा इस्तेमाल किया जाता है।[1]
अंतरिक्ष मिशन
[संपादित करें]अगस्त १९७९ में, एक सालभर की प्रशिक्षण और मूल्यांकन की अवधि के बाद,सैली एक अंतरिक्ष यान उड़ान के चालक दल पर अंतरिक्ष यात्री के रूप में काम के लिए पात्र बन गई। उनको मिशन एसटीएस ७ शटल चैलेंजर सवार के लिए एक मिशन के विशेषज्ञ के रूप में नियुक्त किया गया था। जुन १८, १९८३ में जब केन्नेडी स्पेस सेंटर, फ्लोरिडा से चैलेंजर ने उड़ान भरा था तब सैली अंतरिक्ष में पहली अमेरिकी महिला के रूप में इतिहास रची थी। चैलेंजर मे सैली के साथ कप्तान रॉबर्ट एल क्रिप्पेन, अंतरिक्ष यान के कमांडर कैप्टन फ्रेडरिक एच हॉक और साथी मिशन विशेषज्ञों कर्नल जॉन एम फैबियन और डॉ नॉर्मन ई थागार्ड भी सवार थे। यह यान चैलेंजर का द्वतीय उड़ान एवं एक पांच व्यक्ति चालक दल के साथ पहला मिशन था। १४७ घंटो तक यह मिशन चली और फिर चैलेंजर २४ जून को, एडवर्ड्स एयर फोर्स बेस, कैलिफोर्निया में उतारा गया था। सैली की दूसरी उड़ान १३ वीं शटल उड़ान, एसटीएस ४१-जी था जो ५ अक्टूबर, १९८४ में कैनेडी अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित हुआ था। इस मिशन में सात लोगो के कार्मीदल गए थे जो कि आज के दिन तक सबसे बड़ा कर्मीदल के रूप में प्रसिद्ध है। इस ८ दिनो के मिशन के दौरान कर्मीदल ने पृथ्वी विकिरण बजट सैटेलाइट तैनात किया और पृथ्वी के उपर कुछ वैज्ञानिक टिप्पणियों का संचालन किया। १९७ घंटे का उड़ान के बाद १३ अक्टूबर को चैलेंजर कैनेडी अंतरिक्ष केंद्र पर उतरा। जून १९८५ में, सैली को ६१-एम की चालक दल सौंपा गया था, लेकिन चैलेंजर उड़ान भरने के बाद शीघ्र ही विस्फोट हो गया जिससे पुरे कर्मीदल की हत्या हो गई और उस मिशन प्रशीक्षण को रोक दिया गया। इस त्रासदी की जांच में सैली ने राष्ट्रपति आयोग पर कार्य किया। जांच पूरी होने के बाद उनको नासा के मुख्यालय, रणनीतिक योजना के लिए प्रशासक के विशेष सहायक के रूप में चुना गया था। वहां उन्होने " नेतृत्व और अंतरिक्ष में अमेरिका के भविष्य" शीर्षक से एक प्रभावशाली रिपोर्ट लिखी और फिर नासा के कार्यालय के पहले निर्देशक बने।
अंतरिक्ष से परे
[संपादित करें]सैली १९८७ मे नासा से सेवानिवृत्त हो गई थी। 1989 में, सैली कैलिफोर्निया के सैन डिएगो के विश्वविद्यालय में एक भौतिकी प्रोफेसर और निदेशक के रूप में और कैलिफोर्निया अंतरिक्ष संस्थान में निर्देशक के रूप में शामिल हो गए थे। सैली का जीवन और काम अन्य मरणोपरांत सम्मान के साथ स्वीकार किया गया । इसके अलावा २०१३ में, स्टैनफोर्ड स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग द्वारा सैली को हीरो की उपाधी प्रदान किया गया था। २०१४ में युमेन इन एभिएसन ने सैली को अंतरराष्ट्रीय अग्रणी हॉल ऑफ फेम मंत्रिमंडल में शामिल किया था।[2]