2023 उत्तरखण्ड सुरंग उद्धार
दिखावट
तिथि |
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समय | 05:30 IST |
स्थान | सिल्क्यारा बेंड-बरकोट सुरंग, उत्तरकाशी, उत्तरखण्ड, भारत |
निर्देशांक | 30°45′26.9″N 78°15′48.8″E / 30.757472°N 78.263556°Eनिर्देशांक: 30°45′26.9″N 78°15′48.8″E / 30.757472°N 78.263556°E |
कारण | सुरंग ध्वंसन |
परिणाम | फंसे सभी 41 श्रमिकों का उद्धार |
12 नवम्बर 2023 को, भारत के उत्तरखण्ड के उत्तरकाशी जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग १३४ को जोड़ने हेतु निर्मित सिल्कयारा बेंड-बारकोट सुरंग का एक भाग निर्माणाधीन होने के दौरान धंस गया । ध्वंसन की घटना भारतीय समयानुसार लगभग 05:30 बजे हुई और 41 श्रमिक सुरंग के भीतर फंस गए। [1] [2]
उद्धार क्रिया तुरन्त शुरू किया गया, जिसमें कई सरकारी कर्तृत्वें शामिल थीं, जिनमें राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल, उत्तरखण्ड पुलिस, भारतीय अभियन्ता दल और सीमा सड़क संगठन के प्रोजेक्ट शिवालिक शामिल थे। [3] [4] [5] [6]
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ Sebastian, Meryl (14 November 2023). "Uttarakhand tunnel collapse: Rescuers race to save 41 workers trapped in India tunnel". BBC News (अंग्रेज़ी में). मूल से 14 November 2023 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 November 2023.
- ↑ "Uttarakhand Tunnel Collapse Update: How Will The Trapped Workers Be Rescued?". NBC Right Now (अंग्रेज़ी में). India times. 14 November 2023. मूल से 14 November 2023 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 November 2023.
- ↑ "How Border Roads Organisation Aided The Himalayan Rescue Op". NDTV.com. मूल से 29 November 2023 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2023-11-28.
- ↑ "Rescuers dig to reach 41 workers trapped in collapsed road tunnel in north India". AP News (अंग्रेज़ी में). 13 November 2023. मूल से 13 November 2023 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 November 2023.
- ↑ "40 Indian workers to spend third night trapped in collapsed tunnel as rescue slows". The Independent (अंग्रेज़ी में). 14 November 2023. मूल से 14 November 2023 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 November 2023.
- ↑ "Uttarakhand tunnel rescue ops: Indian Army's engineer regiment called in for manual drilling". DNA India (अंग्रेज़ी में). मूल से 27 November 2023 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 November 2023.