हेरासिम स्तेपनोविच लेबिदोव
Jump to navigation
Jump to search
हेरासिम स्तेपनोविच लेबिदोव (रूसी: Герасим Степанович Лебедев १७४९-१८१७) एक रूसी भाषाविद थे। वे सन् १७८५ से सन् १८०० ईस्वी की अवधि में भारत में रहे। भारत में रहकर इन्होंने हिन्दी सीखी तथा हिन्दी का व्याकरण तैयार किया। इनका व्याकरण अपेक्षाकृत अधिक प्रमाणिक है। सन् १८०१ ईस्वी में इन्होंने यह व्याकरण अपने व्यय से लंदन में प्रकाशित कराया। व्याकरण ग्रन्थ का नाम है - ‘ग्रामर ऑफ द प्योर एण्ड मिक्स्ड ईस्ट इंडियन डाइलेक्ट्स'।
![]() | यह लेख एक आधार है। जानकारी जोड़कर इसे बढ़ाने में विकिपीडिया की मदद करें। |