हड़जोड़
हड़जोड़ या 'अस्थिसंधानक' (वानस्पतिक नाम : Cissus quadrangularis) अंगूर परिवार का बहुवर्षी पादप है। ऐसा विश्वास किया जाता है कि यह लता हड्डियों को जोड़ती है।
परिचय
[संपादित करें]इसको अस्थि श्रृंखला के नाम से जाना जाता है। यह छह इंच के खंडाकार चतुष्कोणीय तनेवाली लता होती है। हर खंड से एक अलग पौधा पनप सकता है। चतुष्कोणीय तने में हृदय के आकार वाली पत्तियां होती है। छोटे फूल लगते हैं। पत्तियां छोटी-छोटी होती है और लाल रंग के मटर के दाने के बराबर फल लगते हैं। यह बरसात में फूलती है और जाड़े में फल आते हैं।
दक्षिण भारत और श्रीलंका में इसके तने को साग के रूप में प्रयोग करते हैं।
औषधीय उपयोग
[संपादित करें]आयुर्वेद विशेषज्ञों के अनुसार हड़जोड़ में सोडियम, पोटैशियम और कैल्शियम कार्बोनेट भरपूर पाया जाता है। हड़जोड़ में कैल्शियम कार्बोनेट और फास्फेट होता है जो हड्डियों को मजबूत बनाता है। आयुर्वेद में टूटी हड्डी जोड़ने में इसे रामबाण माना गया है। इसके अलावा कफ, वातनाशक होने के कारण बवासीर, वातरक्त, कृमिरोग, नाक से खून और कान बहने पर इसके स्वरस का प्रयोग होता है। मुख्य रूप से इसके तने का ही प्रयोग किया जाता है। 10 से 20 मिलीलीटर स्वरस की मात्रा निर्धारित है।[1]
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "सड़कों पर पसरा औषधालय". मूल से 8 जुलाई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 जुलाई 2015.
बाहरी कडियाँ
[संपादित करें]- Did you know how an Indian remedy to heal bone fractures works
- आयुर्वेद की उपेक्षा को दुर्भाग्यपूर्ण मानते हरिप्रसाद
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