सुरुज बाई खांडे

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सुरुज बाई खांडे (१२ जून १९४९ - १० मार्च, २०१८), छत्तीसगढ़ की विख्यात भरथरी गायिका थीं। वे अहिल्या बाई सम्मान से सम्मानित थीं।

सूरूज बाई खांडे का जन्म बिलासपुर जिले के एक ग्रामीण परिवार में हुआ था। उन्होने सात साल की उम्र से भरथरी गाने की शुरुआत अपने नाना स्वर्गीय राम साय घितलहरे के मार्गदर्शन में किया था। उन्होने रूस, दुसाम्बे, अमला के अलावा लगभग 18 देशों में अपनी कला की प्रस्तुति दी थी। इसके साथ ही देश में भोपाल, दिल्ली, इंदौर, सिरपुर, ओडिशा, महाराष्ट्र जैसे लगभग सभी राज्य में अपनी कला का प्रदर्शन कर चुकीं थी।

सूरूज बाई को लोक कलाकार के तौर पर एसईसीएल में चतुर्थ कर्मचारी वर्ग में नौकरी दी गई थी। लेकिन कुछ वर्ष पूर्व मोटर साइकिल से दुर्घटना होने के कारण नौकरी करना संभव नहीं रहा था, इसलिए उन्हें नौ साल पहले ही सेवानिवृत्ति ले ली थी।

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