साम्यवाद-रोध
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साम्यवाद-रोध (anti-communism) से आशय साम्यवाद का राजनीतिक और वैचारिक विरोध करने से है। रूस में 1917 अक्टूबर की क्रांति के बाद संगठित साम्यवाद-विरोध विकसित हुआ जो शीतयुद्ध के समय विश्व स्तर पर पहुंच गया। अनेक प्रकार के आन्दोलन और विचारधाराओं में सम्यवाद-विरोधी तत्त्व पाये जाते रहे हैं, जैसे रूढ़िवाद (कॉन्जर्वेटिज्म), फासीवाद, उदारवाद, राष्ट्रवाद, सामाजिक लोकतंत्र, उदारवाद और वामपंथ। अनेक मजहबी समूहों के दर्शनों में साम्यवाद-विरोधी सुनाई पड़ते हैं। साम्यवाद का विरोध करने के लिये प्रसिद्ध कुछ ऐसे लोग भी हैं जो अपने को 'पूर्व साम्यवादी' कहते हैं। कम्युनिस्ट शासन का विरोध करने वाले आंदोलनों में साम्यवाद-रोध सबसे प्रमुख रहा है।