सर-ए-संग
सर-ए-संग Sar-i Sang / سر سنگ | |
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सर-ए-संग की खान से निकला एक लाजवर्द का टुकड़ा (संगमरमर में धंसा हुआ) | |
प्रांत | बदख़्शान |
निर्देशांक | 36°N 70°E / 36°N 70°E |
जनसंख्या | |
Area | |
Time zone | UTC+4:30 Kabul |
सर-ए-संग (फ़ारसी: سر سنگ, अंग्रेज़ी: Sar-i Sang) उत्तरी अफ़ग़ानिस्तान के बदख़्शान प्रान्त के कूरान व मुन्जान ज़िले (کوران و منجان) में कोकचा नदी की घाटी में स्थित एक बस्ती है। यह अपनी लाजवर्द (लैपिस लैज़्यूली) की खान के लिए मशहूर है जहाँ से हज़ारों सालों से यह मूल्यवान पत्थर निकाला जा रहा है। प्राचीन दुनिया में साइबेरिया की छोटी-मोटी दो-एक खानों को छोड़कर यह विश्व का एकमात्र लाजवर्द का स्रोत होता था। सर-ए-संग का लाजवर्द दुनिया का सब से उत्तम कोटि का लाजवर्द माना जाता है। २००० ईसापूर्व में अपने चरम पर सिन्धु घाटी सभ्यता ने भी यहाँ के शोरतुगई इलाक़े के पास एक व्यापारिक बस्ती बनाई थी जिसके ज़रिये लाजवर्द भारतीय उपमहाद्वीप के अलावा प्राचीन मिस्र और मेसोपोटामिया की सभ्यताओं तक भी पहुँचाया जाता था।[1][2]
नाम का अर्थ
[संपादित करें]'सर-ए-संग' का मतलब फ़ारसी में 'पत्थर का स्थान' होता है। संग का अर्थ 'पत्थर' होता है और यह अवस्ताई भाषा के मूल "असन" शब्द से आया है।[3] क्योंकि संस्कृत ओर फ़ारसी दोनों हिन्द-ईरानी भाषा परिवार की बहने हैं इसलिए ठीक यही सजातीय शब्द संस्कृत में भी "अश्न" रूप में मिलता है ओर ऋग्वेद में प्रयोगित है। इसका अर्थ भी "पत्थर" है।[4]
लाजवर्द की खान
[संपादित करें]कुछ इतिहासकारों के अनुसार सर-ए-संग की लाजवर्द की खान ७,००० सालों से सक्रीय है। यहाँ एक पुरानी सुरंग है जो अब छोड़ सी गई है और दो नई सुरंगें हैं।[5] यहाँ के लाजवर्द से बने ज़ेवर प्राचीन मिस्र, सुमेर, कॉकस क्षेत्र और दूर पश्चिमी अफ़्रीका के मॉरीतानिया तक भी मिले हैं।[6] प्राचीन मिस्र के फ़िरौन तूतानख़ामून के मक़बरे और ईराक़ में सुमेर सभ्यता के ऊर ख़ज़ाने में भी यहाँ का लाजवर्द मिला है।[7]
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ Ancient Mesopotamian Materials and Industries: the Archaeological Evidence Archived 2013-10-05 at the वेबैक मशीन, Peter Roger Moorey, Eisenbrauns, pp. 86-87, 1999, ISBN 978-1-57506-042-2
- ↑ The Ancient Indus Valley: New Perspectives, Jane McIntosh, pp. 167-168, ABC-CLIO, 2008, ISBN 978-1-57607-907-2, ... The importance to the Harappans of resources from the north is indicated by the fact that, rather than merely sending traders to the region, they established an Indus trading outpost at Shortugai, at the confluence of the Kokcha and Amu Darya Rivers in Afghanistan, to facilitate their procurement of local resources. As well as lapis lazulim these resources included tin and gold ...
- ↑ Indo-Scythian Studies: Being Khotanese Texts, Volume 7 Archived 2014-09-30 at the वेबैक मशीन, H. W. Bailey, Cambridge University Press, 2009, ISBN 978-0-521-11873-6, ... Avesta has asanga- 'stone' ... N Pers. sand ... Avestan also has asan- 'stone' ...
- ↑ A Sanskrit-English dictionary: etymological and philologically arranged with special reference to cognate Indo-European languages Archived 2013-06-21 at the वेबैक मशीन, Monier Monier-Williams, Ernst Leumann, Carl Cappeller, Asian Educational Services, 1999, ISBN 978-81-206-0369-1, ... अश्न 2. asna, as m. (cf asan), a stone, RV. viii ...
- ↑ Afghanistan: Lonely Planet guidebooks Archived 2016-04-24 at the वेबैक मशीन, Paul Clammer, Lonely Planet, 2007, ISBN 978-1-74059-642-8, ... It's thought that the mines of Sar-e Sang have been worked for over 7000 years, the most important source of lapis lazuli in the world ...
- ↑ Gemstones of Afghanistan, Gary W. Bowersox, Bonita E. Chamberlin, pp. 52, GeoVision, Inc., 1995, ISBN 978-0-945005-19-3, ... Necklaces of lapis have been discovered in neolithic tombs of Mauritania and the Caucasus ...
- ↑ Warwick Ball, 2008, 'The Monuments of Afghanistan: History, Archaeology and Architecture': 261, London.
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