समाजशास्त्रीय सिद्धान्त
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समाजविज्ञान के सम्बन्ध में समाजशास्त्रीय सिद्धान्त (sociological theoriy) से आशय समाज से सम्बन्धित तथ्यों की व्याख्या करने वाले सिद्धान्त हैं।[1]
सन्दर्भ[संपादित करें]
- ↑ मेसियोनिज़ और गर्बर, जॉन जे॰ और लिंडा एम॰ (2010). Sociology 7th Canadian Edition [समाजशास्त्र सातवाँ कनाडाई संस्करण] (अंग्रेज़ी में). उपरी सैडल नदी, न्यू जर्सी, संयुक्त राज्य अमरीका: पियर्सन एजुकेशन, इंक. पृ॰ 14. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-13-700161-3.