सदस्य वार्ता:Umeshpdyadav

पृष्ठ की सामग्री दूसरी भाषाओं में उपलब्ध नहीं है।
मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से

आजादी क्या है?[संपादित करें]

१५ अगस्त २०१०

आजादी क्या है?[संपादित करें]

आजादी एक जश्न है. ख़ुशी है,उल्लास है, एक सुखद एहसास है. पुराना इतिहास है. पर बहुत ही खास है. फिर भी एक प्रश्न है? आजादी क्या जश्न है?

बेड़ियाँ कट गयी हथकड़ियाँ टूट गयीं कारागार रिक्त हुए कैदी सब मुक्त हुए अन्याय थम गया. अत्याचार रुक गया. धरित्री पवित्र हुई प्राणी सब तृप्त हुए आजादी के जश्न में भारत में जश्न हुआ पर तभी एक प्रश्न हुआ आजादी क्या जश्न है?


खेतों में, खलिहानों में. नीले आसमानों में बागों में, बगीचों में. गलियों और गलीचों में, सब जगह बस एक बात थी, आजादी का परचम स्वतंत्रता का प्रतीक, तिरंगा लहराया लाल किला पर फहराया नीला रंग गहराया उन्मुक्त गगन में दूर दूर तक पंछी सब चहचहाये चेहरे पर आशा की प्रसन्नता की, आस्था की, विश्वास की, उल्लास की झलक नजर आयी. मुश्कुराए चेहरे पर भी एक प्रश्न है . आजादी क्या जश्न है?

लगा की अब हम स्वतंत्र हो गए भय से, भूख से, आतंक से, दुःख से, भ्रस्टाचार और शोषण से, बच्चों के कुपोषण से, हिंसा से,नफरत से, अशिक्षा से, कुरीति से, देवियों की दुर्गति से, दुष्टों की प्रगति से, हम स्वतंत्र हो गए. पर यह क्या ? वास्तव में हमें जश्ने आजादी मिली. पर यह एक भ्रम था. एक प्रश्न था. आजादी क्या जश्न है?

यह जश्न हमें कैसे मिली. क्या हमने सोचा कभी. मांगो की सिंदूर, बहनों के भाई , माओं की कोख, पिताओं के प्यार, दोस्तों के यार, उन शहीदों के, यातनाओं, प्रताडनाओं के बाद की उनके लाल लहू से, मिली यह आजादी, हमारे लिए एक बहुत ही शानदार धमाकेदार बहुप्रतीक्षित, आज तक का सबसे बड़ा जश्न, जश्ने आजादी थी, पर एक प्रश्न है? आजादी क्या जश्न है?

जश्न है पर तभी, जब हम इन शहीदों के शहीदी के कारणों को क्या चाहते थे वो, उनका बलिदान क्यों था, क्यों वे मर मिटे इस देश के खातिर परवाह नहीं की घर की परिवार की नौकरी और संसार की आखिर क्यों ? एक प्रश्न है? आजादी क्या जश्न है?

उनने अपना सब कुछ खोया. और हमें आजादी दिया. किसलिए? भय और भूख वाला, आतंक और दुःख वाला, भ्रस्टाचार और शोषण वाला, बच्चों के कुपोषण वाला, हिंसा वाला,नफरत वाला, अशिक्षा और कुरीति वाला, देवियों की दुर्गति वाला, दुष्टों की प्रगति वाला, धर्म जाति में बटा हुआ दुश्मनों से डरा हुआ, एक निरीह राष्ट्र , एक असहाय राष्ट्र, एक दिन और अति दुर्बल राष्ट्र,के लिए उनका बलिदान नहीं , फिर बलिदान क्यों? एक प्रश्न है? आजादी क्या जश्न है?

उनने फिरंगियों को भी. अपने दमखम पर, सात समुन्दर पार किया था , बड़े बड़े चक्रव्यूह तोड़कर आजादी को हमें दिया था. पर क्या हम उनको आश्वस्त कर सकते है ? उनको क्या यह कह सकते है कि आपके सपनों का भारत है यह. आपके बलिदान के पूर्व कि आपकी अंतिम इच्छा है यह . भय से, भूख से, आतंक से, दुःख से, भ्रस्टाचार और शोषण से, बच्चों के कुपोषण से, हिंसा से,नफरत से, अशिक्षा से, कुरीति से, देवियों की दुर्गति से, दुष्टों की प्रगति से, स्वतंत्र भारत है यह. मुक्त भारत है यह. अगर नहीं तो, एक प्रश्न है? आजादी क्या जश्न है?


आओ आज संकल्प करें हम. उन शहीदों के सपनों का भारत

मिलकर इसे  बनायेंगे.

अब इस भारत भू पर उनके संकल्प ही बस जी पाएंगे. फिर वह प्रश्न ? प्रश्न ना होगा उसका समुचित उत्तर होगा मिलजुल कर इस देश के खातिर मर मिट जाने कि कसमे हम सब खायेंगे. जश्ने आजादी तभी मनेगा जब भारत को श्रेष्ट बनायेंगे .

आनंद विवेक के thought पर आधारित

नमस्कार, आपके द्वारा बनाए पृष्ठ गायत्री चेतना केंद्र,तिसरी, गिरिडीह, झारखण्ड को विकिपीडिया पर पृष्ठ हटाने की नीति के मापदंड ल2 के अंतर्गत शीघ्र हटाने के लिये नामांकित किया गया है।

ल2 • साफ़ प्रचार

इसमें वे सभी पृष्ठ आते हैं जिनमें केवल प्रचार है, चाहे वह किसी व्यक्ति-विशेष का हो, किसी समूह का, किसी प्रोडक्ट का, अथवा किसी कंपनी का। इसमें प्रचार वाले केवल वही लेख आते हैं जिन्हें ज्ञानकोष के अनुरूप बनाने के लिये शुरू से दोबारा लिखना पड़ेगा।

यदि आप इस विषय पर लेख बनाना चाहते हैं तो पहले कृपया जाँच लें कि विषय उल्लेखनीय है या नहीं। यदि आपको लगता है कि इस नीति के अनुसार विषय उल्लेखनीय है तो कृपया लेख में उपयुक्त रूप से स्रोत देकर उल्लेखनीयता स्पष्ट करें। इसके अतिरिक्त याद रखें कि विकिपीडिया पर लेख ज्ञानकोष की शैली में लिखे जाने चाहियें।

यदि यह पृष्ठ अभी हटाया नहीं गया है तो आप पृष्ठ में सुधार कर सकते हैं ताकि वह विकिपीडिया की नीतियों पर खरा उतरे। यदि आपको लगता है कि यह पृष्ठ इस मापदंड के अंतर्गत नहीं आता है तो आप पृष्ठ पर जाकर नामांकन टैग पर दिये हुए बटन पर क्लिक कर के इस नामांकन के विरोध का कारण बता सकते हैं। कृपया ध्यान रखें कि शीघ्र हटाने के नामांकन के पश्चात यदि पृष्ठ नीति अनुसार शीघ्र हटाने योग्य पाया जाता है तो उसे कभी भी हटाया जा सकता है।

--माला चौबेवार्ता 10:56, 29 जून 2021 (UTC)[उत्तर दें]

नमस्कार, आपके द्वारा बनाए पृष्ठ गायत्री शक्तिपीठ गिरिडीह को विकिपीडिया पर पृष्ठ हटाने की नीति के मापदंड ल2 के अंतर्गत शीघ्र हटाने के लिये नामांकित किया गया है।

ल2 • साफ़ प्रचार

इसमें वे सभी पृष्ठ आते हैं जिनमें केवल प्रचार है, चाहे वह किसी व्यक्ति-विशेष का हो, किसी समूह का, किसी प्रोडक्ट का, अथवा किसी कंपनी का। इसमें प्रचार वाले केवल वही लेख आते हैं जिन्हें ज्ञानकोष के अनुरूप बनाने के लिये शुरू से दोबारा लिखना पड़ेगा।

यदि आप इस विषय पर लेख बनाना चाहते हैं तो पहले कृपया जाँच लें कि विषय उल्लेखनीय है या नहीं। यदि आपको लगता है कि इस नीति के अनुसार विषय उल्लेखनीय है तो कृपया लेख में उपयुक्त रूप से स्रोत देकर उल्लेखनीयता स्पष्ट करें। इसके अतिरिक्त याद रखें कि विकिपीडिया पर लेख ज्ञानकोष की शैली में लिखे जाने चाहियें।

यदि यह पृष्ठ अभी हटाया नहीं गया है तो आप पृष्ठ में सुधार कर सकते हैं ताकि वह विकिपीडिया की नीतियों पर खरा उतरे। यदि आपको लगता है कि यह पृष्ठ इस मापदंड के अंतर्गत नहीं आता है तो आप पृष्ठ पर जाकर नामांकन टैग पर दिये हुए बटन पर क्लिक कर के इस नामांकन के विरोध का कारण बता सकते हैं। कृपया ध्यान रखें कि शीघ्र हटाने के नामांकन के पश्चात यदि पृष्ठ नीति अनुसार शीघ्र हटाने योग्य पाया जाता है तो उसे कभी भी हटाया जा सकता है।

☆★संजीव कुमार (✉✉) 07:50, 31 जनवरी 2023 (UTC)[उत्तर दें]

परम आत्मीय संजीव जी,
सप्रेम नमस्कार,
श्रीमान, मुझे आपने विकिपिडिया पर ब्लॉक कर रखा है। आपने unblock करने का आश्वासन भी दिया था, पर हो नहीं पाया था । गायत्री शक्तिपीठ गिरिडीह और गायत्री चेतना केंद्र,तिसरी, गिरिडीह, झारखण्ड में आपके अनुसार जो हटाने लायक सामग्री है उसे एडिट किया जा सकता था। पर मेरी id से नहीं हो पा रहा था । ऐसे इन दोनों पृष्ठों की सत्यता का आप अपने resource से जांच करवा सकते हैं। इसमें कुछ भी असत्य या प्रचारात्मक नहीं है। आज अखिल विश्व गायात्री परिवार, शांतिकुंज हरिद्वार पूरे विश्व में निस्वार्थ सामाजिक कार्यों के लिए कोई अनजान नाम नहीं है। व्यक्ति निर्माण, परिवार निर्माण और समाज निर्माण में गायत्री परिवार की महती भूमिका है । सप्त क्रांतियों (शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलंबन, साधना, नारी जागरण, पर्यावरण संरक्षण, व्यसन मुक्ति व कुरीति उन्मूलन के कार्यकर्म) से पूरे देश का कल्याण हुआ है। हमारी सभी कार्यक्रम आम लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए है। सबसे बड़ी बात पैसे या व्यवसाय का कोई दृष्टिकोण नहीं है । पूरे देश में 4000 से अधिक हमारे चेतना केंद्र, प्रज्ञा पीठ या शक्तिपीठ लोगों के श्रद्धा के केंद्र हैं। अधिक जानकारी के लिए आप हमारे वेबसाईट www.awgp.org का अवलोकन आप चाहें तो कर सकते हैं । इन सबके बावजूद आपको लगता है की पेज हटाया जाए तो जैसा भी आप या आपकी टीम निर्णय ले ।। वेबसाईट आपका है। हम तो बस आपसे निवेदन भर कर सकते हैं या आपके अनुसार अगर मुझे को unblock करें तो एडिट कर सकते है।
धन्यवाद
प्रणाम स्वीकार करें
आपका ही
उमेश 2409:4053:2C91:F3BC:F0DC:FFBB:5DF4:AB57 (वार्ता) 04:42, 2 फ़रवरी 2023 (UTC)[उत्तर दें]