सदस्य:Usasangamesh/व्याध-पतंग

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व्याध-पतंग

व्याध-पतंग एक कीट है जो ओडोनाटा के नीचे अते है। मक्खि और मैं बहुत अंतर है मक्खियों मेन दो पंके है और व्याध-पतंग में चार होते है डामसलफ्लई और व्याध-पतंग एक जैसे दिकते है पर उन दोनो मे एक अंतर है, जब डामसलफ्ल बैटते है उनके दोनो पंको एक के उपर एक रकते है और व्याध-पतंग बैटते तो उनके पंको फैलकर बैटते है। व्याद-पतंग की एक आँख में तकरीबन ३0,000 लेंस होते हैं।रहती है ताकि वह आसानी से मच्छरों और छोटी मक्खियों का शिकार कर सके। एक मधुमक्खी १ किलो शहद बनाने के लिएलगभग 20 लाख फूलों का उपयोग करती है।कई खोजो से पता चला है कि मच्छर उन लोगों की तरफ ज्यादा आर्कषित होते है।जिन्होंने अभी-अभी केले खाए होते हैं। चीटींयां अपने वजन से 30 गुना ज्यादा दबाब लगा सकती हैं और ५0 गुना ज्यादा वजन उठा सकती हैं। ग्रामीण इलाकों के एक वर्ग मील के क्षेत्र में जितने कीड़े पाए जाते हैं उनकी गिणती धरती पर मौजुद सभी मनुष्यों से ज्यादा है। अमरीका में सापों, मकड़ीयों और बिच्छुओ से ज्यादा, लोग धमुड़ीयों द्वारा मारे जाते हैं। गिरगिट एक ही समय में अपनी दोनो आँखों को अलग-अलग दिशायों में घुमा सकते हैं। एक गिरगिट की जीभ उसके शरीर की कुल लंम्बाई से दुगनी लम्बी होती है। एक मेढ़क बिना अपनी आँखे बंद किए कोई ।भी चीज निगल नही सकता मेढ़क पानी नही पी सकते. वह अपनी चमड़ी के द्वारा ही पानी लेते है। पतंगे का खून सफेद रंग का होता है। तितलीयों की लगभग १,00,000 प्रतजातीया है एक बंबर मक्खी १ सैकेड में १६0 बार अपना पंख हिला सकती है। संसार की खाद्य फसलों के पराग कण कीड़ो द्वारा झाड़े जाते है। पिस्सु अपनी चाल अंतरिक्ष यानो से गुना ज्यादा तेजी से बढ़ा सकते है मधु-मक्खियों की प्रजातीयों में से केवल प्रजातीया ही शहद बनाने का काम करती है। कुछ तितलियां चलने की बजाय अपने अगले पैरों का उपयोग अपनी आँखे साफ करने के लिए करती हैं। एक व्याद-पतंग का जीवन काल बस चोबीस घंटों तक का होता है हर साल कीड़े धरती की 33% खाद्य फसल खा जाते हैं। हमारे बालों में जो जुंएँ रहती हैं उनका रंग वही होता है जो हमारे बालों का होता है।दक्षिणी अमेरिका की मक्खी को दुनिया की सबसे बड़ी मक्खी माना जाता है एक नव जन्मा कॉकरोच अपने माता-पिता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल सकता है। मक्खियों की एक प्रजाती है जिसकी उड़ने की रफ्तार किलोमीटर प्रति घंटा तक होती है मच्छर खट्टे नेबुयों से दूर रहते हैं क्युकि इनसे उनके पैरों में जलन होने लगती है।एक दीमकों के छत्ते की रानी हर रोज हजार तक अंडे देती हैं एक टिड्डी(झीगुर) सिर्फ लात मार के खून चूस सकती है चीटीयाँ कभी सोती नही मधुमक्खी के कान नहीं होते। इसकी कमी को उसके शक्तिशाली एंटिना स्पर्श से पूरा करते है बिच्छू की लगभग २000 जातियाँ होती हैं जो न्यूजीलैंड व अंटार्कटिक छोड़कर विश्व के सभी भागो में पाई जाती हैं। अब तक कॉकरोच का सबसे पुराना मिला पथराट करोड़ साल पुराना है घरेलु चीटिंयां सात साल तक और रानी चींटी साल तक जी सकती है आधा किलो शहद बनाने के लिए मधु-मक्खियों द्वारा तय की गई दूरी, धरती के दो बार चक्कर लगाने जितनी होती है। अगर धरती पर मौजुद सभी कीड़ो को सारे मनुष्यों में बराबर-बराबर बाटां जाए,तो हर एक के हिस्से में करोड़ से ज्यादा कीड़े आए सबसे बड़ी चीटींयां ब्राजील में पाई जाती हैं. पर फिर भी इनकी लंम्बाई मिलीमीटर ही होती है वैज्ञानिकों के पास धमुड़ियों, मधु-मक्खियों और चीटीयों की प्रजातीयों बहुत सारी व्याद पतंग नदियों के पास जे निकालते है कुछ लोग इनकी आवाज को सुनकर तापमान के ठंडे जा गर्म होने का अंदाजा लगा लेते हैंशहद के छत्तों में केवल एक रानी मक्खी ही अंडेदेती है हर मच्छर के ४७% दाँत होते हैं- मगर वहआपको अपने डंक से ही काटता है नर मधुमक्खी सिर्फ रानी मक्खी के साथस हवास के इलावा अपने जीवन में और कुछ भी नही करता १९९0 में तेजानिया(एक देश है) की लगभग आबादी मलेरिये से प्रभावित हुई थी जो कि मच्छरों द्वारा फैलाया गया था।एक प्रकार के कीड़े होते हैं आती है तो यह बड़े झुड़ों में इकट्ठी होकर हमला करने के लिए निकलती हैं।