सदस्य:Taqi28

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मोहम्मद ताकी
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नाम मोहम्मद ताकी
जन्मनाम मोहम्मद ताकी
लिंग पुरुष
जन्म तिथि २८/०६/२०००
जन्म स्थान बेंगलूरु
देश  भारत
शिक्षा तथा पेशा
महाविद्यालय क्राइस्ट यूनिवर्सिटी
विश्वविद्यालय क्राइस्ट यूनिवर्सिटी
उच्च माध्यामिक विद्यालय टुनब्रिज हाई स्कूल

परिचय[संपादित करें]

मेरा नाम मोहम्मद ताकी है। मैं क्राइस्ट यूनिवर्सिटी में पढ़ रहा हूं। मै १ बीकॉम सि का छात्र हु। मेरा हिंदी शिक्षक का नाम जॉर्ज जोसेफ है।मेरी कक्षा के शिक्षक का नाम अरुणा मैम है।मेरी माता का नाम फरहाना बेगम है और मेरे पिता का नाम मोहम्मद यूसुफ है। मैं हमेशा उन्हें बिना शर्त प्यार करता था। मेरा ताकत मेरे नाना हैं जो अब नहीं हैं लेकिन वह हमेशा मेरे दिल में रहता है। वह मेरी भूमिका है। मैं अपने सारे कार्य तय कार्यक्रम के अनुसार ही करता हूँ। मैं अपने किसी भी कार्य को नहीं टालता चाहे वो घर पर हो या स्कूल में। मैं अपने माता-पिता का बहुत सम्मान करता हूँ। मैं अपने और अपने परिवार के प्रति सारी जिम्मेदारियों को अच्छे से समझता हूँ।मैं शांति नगर में अपने माता-पिता और दादा दादी के साथ रहता हूं। मेरे दादा एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी हैं। मेरी दादी एक सेवानिवृत्त स्कूल शिक्षक है। मेरे दादा दादी बहुत धार्मिक हैं। वे हर रोज पास के मंदिर में जाते हैं। मैं अपने परिवार से प्यार करता हूं और मेरे परिवार में हर कोई मुझे बहुत प्यार करता है। मैं हमेशा अपनी प्यारी बातों और चुटकलों से अपने दोस्तों और सहपाठियों को खुश रखने की कोशिश करता हूँ। मैं हमेशा उन्हें सलाह देने के लिये तैयार रहता ह।मैं बहुत सहानुभूतिपूर्ण लड़का हूँ और अपने कालोनी या रास्ते के बूढ़े लोगों और बच्चों को मदद करने की कोशिश करता हूँ। मेरे बहुत से दोस्त है पर मेरा सबसे अच्छा दोस्त खेतेस्वर, समान, गज़ला, सबा और मिस्बा है, जौ कि हर मुसीबत में मेरी सहायता करता है। मुझे कविता लिखना और पुस्तक पढ़ना बहुत अच्छा लगता है और साथ ही लोगों की करना भी अच्छा लगता है। मैं घायल पक्षियों और पशुओं की भी मरहम पट्टी भी करता है।मेरे अकादमिक में मैंने हमेशा अच्छे मार्क और ग्रेड प्राप्त किये। ।मेरी माँ भी उच्च शिक्षित है, लेकिन वह एक गृहिणी है। मैं अपने दिल के बहुत गहराई से दोनों मेरे माता पिता से प्यार करता हूँ ।भारत का एक अच्छा नागरिक बनने के लिये मेरी माँ हमेशा मुझे नैतिकता और सदाचार के बारे में सिखाती हैं। मैं हमेशा अपने पढ़ाई के कमरे और शयन कक्ष को साफ रखता हूँ। मैं हमेशा अपने साफ-सफाई का ध्यान रखता हूँ और खाने के पहले और बाद ठीक तरह से हाथ को साबुन से धोता हूँ। मेरे माता-पिता मुझे बहुत प्यार करते हैं और मेरी हर पसंद और नापसंद का ध्यान देते हैं। जब भी मेरे माता-पिता खाली होते हैं मैं उनके साथ कैरम और लूडो खेलना पसंद करता हूँ।

शौक[संपादित करें]

फुटबाल खेलना मेरा सबसे ज्यादा पसंदीदा शौक है। घर पर अपना गृहकार्य पूरा करने के बाद, मैं आमतौर पर अपना अधिकतर खाली समय फुटबॉल खेलने में व्यतीत करता हूँ। मैं बचपन से ही फुटबॉल खेलने का बहुत शौकीन हूँ हालांकि, जब मैं 5 साल का था, तब मैंने इस खेल को सही ढ़ंग से खेलना सीखा। मुझे पढ़ने का भी शौक है, चाहे वो अखबार, समाचार, उपन्यास, सामान्य ज्ञान की किताब या कोई भी अन्य नवर्धक किताब हो, जो किसी अच्छे लेखक द्वारा लिखी गई हो। मैं अपने खाली समय में अधिकतर कोई भी कहानियों की किताब, समाचार पत्र, मैंगजीन और अन्य ऐसे लेज्ञाखों को पढ़ता हूँ, जिसमें मेरे प्रयोग में आने वाली जानकारी हो। मेरा शौक टीवी देखना भी है, लेकिन मेरा यह शौक मेरी पढ़ाई में कोई बाधा उत्पन्न नहीं करता। सबसे पहले, मैं अपना गृहकार्य और याद करने का कार्य पूरा करता हूँ और उसके बाद टीवी देखता हूँ। मुझे लगता है कि, मेरा यह शौक बहुत अच्छा है, क्योंकि टीवी देखने से मुझे विभिन्न क्षेत्रों के बारे में जानकारी मिलती है। मुझे आमतौर पर, समाचार और डिस्कवरी चैनल के साथ ही एनिमल प्लैनेट चैनल पर कार्यक्रम देखना पसंद है।किताबों को पढ़ने के माध्यम से कोई भी व्यक्ति अकेला और परेशान नहीं रह सकता। मेरा मानना है कि, यह आदत संसार में सोने से भी ज्यादा कीमती है। यह हमें विभिन्न क्षेत्रों में काम करने के लिए उच्च स्तर का ज्ञान, आदर्श विचार, अच्छीसोच, आदि प्रदान करता है। जो किताबें पढ़ने के शौकीन होते हैं, उनके लिए अच्छी और रुचिपूर्ण किताबें अच्छे मित्र की तरह होती है। जिसके पास यह आदत नहीं है, चाहे उसके कितनी भी अधिक सांसारिक वस्तुएं और धन क्यों न हो, फिर भी वहज्ञान की सच्ची दौलत के अभाव में गरीब होता है।किताब पढ़ने की आदत या शौक को,किसी के भी द्वारा युवा अवस्था में भी प्रयास करने के द्वारा प्राप्त किया जा सकता है।

सपना और लक्ष्य[संपादित करें]

हर कोई सफल और समृद्ध होना चाहता है। मैं भी अपने क्षेत्र में सफल होने का सपना देखता हूं। मैं अपने देश के लिए कुछ करने का सपना देख रहा हूं। हमारे देश में गरीबी, निरक्षरता और जातिवाद आदि इतनी सारी समस्याएं हैं। हमारा देश एक बार अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए विख्यात था जिसे बाद में बहुत लूटा गया। देश में अपराध की दर समय-समय पर बढ़ रही है और इसी तरह के अन्य मुद्दे भी हैं। हम में से हर एक को हमारे देश के विकास के प्रति हमारा योगदान करना चाहिए। मैं हर किसी को शिक्षा देने का समर्थक हूँ जिससे सभी को सीख मिल सके और इसीलिए मैं पिछले दो सालों से मेरी नौकरानी के बच्चे को पढ़ा रहा हूँ। मैं गरीबों और जरूरतमंदों को सशक्त बनाने के लिए गैर-सरकारी संगठन में शामिल होने का लक्ष्य रखता हूं। मैं अपने देश से गरीबी और सामाजिक असमानता को खत्म करने का सपना देखता हूं और इस दिशा में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूँगा। यदि हम सभी एक साथ खड़े हो जाएँ तो हम निश्चित रूप से इन बुराइयों से अपने देश को मुक्त करने में सक्षम होंगे।यह निश्चय ही देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण बात है। यह मेरे लिए सौभाग्य की बात होगी कि मैं अपने देश और देशवासियों के लिए अपना योगदान कर सकूँगा,इस दिशा में मैं कुछ सार्थक कदम जरूर उठाना चाहूँगा । मेरे लक्ष्य में देश और समाज की सेवा का भाव निहित है, मुझे विश्वास है कि मेरे इस जीवन के लक्ष्य में गुरुजनों, सहपाठियों व माता-पिता सभी का सहयोग प्राप्त होगा । ईश्वर मेरे इस नेक कार्य व मेरे लक्ष्य प्राप्ति के मार्ग में मेरी सहायता करेंगे इसका मुझे पूर्ण विश्वास है । मैं खुद भी अपने लक्ष्य की प्राप्ति में कोई कसर नहीं छोड़ूँगा ।