सदस्य:SIRAT E MUSTAQEM/प्रयोगपृष्ठ

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*हिन्दुस्तान के पहले सहबिए रसूल*

*हजरत बाबा रतन लाल हिंदी*

*इनकी उम्र 700 बरस हुई है*

*जब लोगो ने बाबा रतन लाल हिंदी से उनके *इस्लाम क़ुबूल करने की वजह पूछी तो उन्होंने बताया कि मै शाम से तिजारत करते* *करते अरब के मक्का शहर में पहुंचा गया वहा जाकर मैंने देखा कुछ बच्चे अपनी* *बकरिया चरा रहे थे कि वहा कुछ छोटी नदिया थी और एक बड़ी नदी थी फिर वो सब बच्चे नदी पार कर* *गए तभी मैंने देखा कि एक बहुत  ही खूबसूरत बच्चा नदी पार करना चाहता था लेकिन छोटा होने की वजह से वो नदी पार नहीं कर पा रहा था तभी मैंने उस बच्चे को अपने कंधे पे बैठा कर नदी पार करा दी तब उस बच्चे ने 7 बार मुझे ये दुआ दी अल्लाह तुम्हारी उम्र दराज करे*

*फिर मै हिन्दुस्तान चला आया उसके बाद मैंने* *देखा कि एक रात आसमान साफ था और चांद अपनी पूरी रोशनी से चमक रहा था और अचानक देखते ही देखते चांद के दो टुकड़ों में बंट गया और कुछ देर बाद फिर जुड़ गया तभी मै सोचने लगा ऐसा कैसे हुआ*

*फिर कुछ दिन बाद अरब के कुछ तिजारती हिन्दुस्तान आए तो मैंने उनके मुंह से सुना की* *अरब के एक मोहम्मद नाम का शक्श आया है जिसने नबी होने का* *ऐलान क्या है और जब लोगो ने उससे मोजज़ा* *तलब क्या तो उसने एक ऊंचे टीले पे खड़ा* *होकर उंगली के इशारे से चांद को दो हिस्सों में बांट दिया*

*फिर मै उनसे मिलने की तलब में मक्का* *गया वहा जाकर  पता चला कि वो मदीना हिजरत कर गए और* *फिर मै मक्का से मदीना पहुंचा तो पता चला कि वो अपने सहाबा के साथ मस्जिद ए नबवी में तशरीफ़ फरमा है*

*तब मै मस्जिद में गया और उनसे मिला और उनसे मिल कर जब* *मैंने कहा मुझे कोई मोजज़ा दिखाए तो उन्होंने फरमाया की रतन लाल वो मोजज़ा कम था जब तुमने हमें कंधे पे बिठा कर नदी* *पार कराई तो मैंने तुम्हे 7 बार उम्र दराज की दुआ दी थी*

*तब मै उनके क़दमों में गिर गया और कलमा पड़ कर इस्लाम क़ुबूल कर लिया*!

*हजरत बाबा रतन लाल हिंदी सहबिये रसूल*

*इनका मजार पंजाब की भटिंडा में है*!

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