मेरा नाम राहुल कुमार मिश्रा है। मैं 18साल का हूँ।वर्तमान में मैं अपने परिवार के साथ बेंगलुरु में एक किराए पर घर में रह रहा हूं।वर्तमान में मैं विज्ञान से अपना स्नातक कर रहा हूं। मैं बहुत समयनिष्ठ हूँ और सही समय पर पूरे दिन के सभी कार्य को करना पसंद करता हूँ। मैं अच्छा और स्वस्थ भोजन खाना पसंद करता हूँ। मुझे नृत्य करना, किताबें पढ़ना, बैडमिंटन खेलना और अपने खाली समय में खानाबनाना पसंद है। मैं कभी अपनी कक्षा से गायब नहीं होता और सभी कक्षाओं में शामिल होता हूँ।[संपादित करें]
मेरे परिवार में पांच सदस्य हैं।मेरी माँ, पिता, बड़ी बहन, छोटा भाई और मैं।मेरा पिता इंडियनआर्मी में काम करता है।मेरी मां एक गृहिणी है।मेरा सिस्टर ग्रेडिंग कर रहा है और मेरा भाई आठवी वर्ग में है।मेरा परिवार बहुत अनोखा है। मेरे परिवार के सभी सदस्य खुलेदिमाग के हैं। हर क्षेत्र में अच्छा करने के लिये वो मुझे हमेशा प्रेरित करते हैं। प्रोत्साहित करने के बजाय वो कभी मुझे पीछे नहीं खींचते हैं। इस परिवार में जन्म लेकर मैं बहुत खुश हूँ।मैं हमेशा दूसरेलोगोंसेखुशी और हँसते हुए चेहरे के साथ बात करती हूँ। [संपादित करें]
मैं नियमित तौर पर अपना गृहकार्य करती हूँ और भोर के 4 बजे से लेकर रात के 10 बजे तक अच्छे से पढ़ाई करती हूँ। मैं हमेशा अपने पढ़ाई पर ध्यान देती हूँ और अपने दोस्तों को भी पढ़ाई अच्छे से करने के लिये प्रोत्साहित करती हूँ।मुझे पिकनिक बहुत पसंद है और मैं अपने सर्दी और गर्मी की छुट्टियों में यात्रा पर जाती हूँ। मैं अपने स्कूल की बहुत अच्छी विद्यार्थी हूँ। मैं स्कूल के सभी पाठ्ययेत्तर क्रियाकलापों में भाग लेती हूँ और अच्छा प्रदर्शन करती हूँ। मैं पढ़ाई और खेल क्रियाओं में बहुत अच्छी हूँ।मैं बहुत अच्छे समाज में रहता हूँ जहाँ सामाजिक मुद्दों के बारे में आम लोगों के बीच जागरुकता बढ़ाने के लिये समय दर समय कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। ऐसे कार्यक्रमों में भाग लेने के लिये मेरे पिता हमेशा मुझे अपने साथ ले जाते हैं। भारत का एक अच्छा नागरिक बनने के लिये मेरी माँ हमेशा मुझे नैतिकता और सदाचार के बारे में सिखाती हैं। मैं हमेशा अपने पढ़ाई के कमरे और शयनकक्ष को साफ रखता हूँ। मैं हमेशा अपने साफ-सफाई का ध्यान रखता हूँ और खाने के पहले और बाद ठीक तरह से हाथ को साबुन से धोता हूँ।[संपादित करें]
मेरे माता-पिता मुझे बहुत प्यार करते हैं और मेरी हर पसंद और नापसंद का ध्यान देते हैं। जब भी मेरे माता-पिता खाली होते हैं मैं उनके साथ कैरम और लूडो खेलना पसंद करता हूँ। मैं एक गणितका प्राध्यापक बनना चाहता हूं।इसके लिए मैं बहुत तंग तैयार कर रहा हूँ।मेरा पसंदीदा विषय मैथमेटिक्स और हिंदी है।अगर कोई भी इस विषय में अच्छा नहीं है तो मैं उनकी मदद करता हूं।मैं दूसरों की मदद करना पसंद करता हूं।मैं भगवान द्वारा दी गई जिंदगी से खुश हूं।मैं अपने जीवन में और अधिक सफलताप्राप्त करना चाहता हूं।[संपादित करें]