सदस्य:Monisahmed08
[[File:|250px|मम छायाचित्रः]] मम छायाचित्रः | |
नाम | मोनिस अह्मेद् |
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जन्मनाम | मोनिस् |
लिंग | पुरूश् |
जन्म तिथि | ८ सेप्तेम्बेर १९९७ |
जन्म स्थान | म्य्सोरे |
निवास स्थान | कर्नतक |
देश | भारत |
नागरिकता | भारतीयः |
जातियता | भारतीयः |
शिक्षा तथा पेशा | |
पेशा | छात्रः |
शिक्षा | बिकोम् |
महाविद्यालय | क्रुपनिधि कलेज |
विश्वविद्यालय | क्राइस्ट वर्श्विद्यालये, बेंगलुरू |
उच्च माध्यामिक विद्यालय | सैन्त अन्नेस् |
शौक, पसंद, और आस्था | |
शौक | संगीत, श्रवणम्, चित्रलेखन , |
धर्म | मुस्लिम् |
राजनीती | स्वतंत्र |
चलचित्र तथा प्रस्तुति | मनोरंजनाय |
सम्पर्क विवरण | |
ईमेल | mohamedmonis@gmail.com |
जन्म
[संपादित करें]मेरा नाम मोनिस अह्मेद है। मै बैग्लूर का रेह्ने वाला हूँ। मेरि उम्र केवल् १८ वर्श कि है। मै फिल्हाल बैग्लूर के क्राइस्ट विश्वविद्यालाइ मे अप्नी बि काम कि पधाई पढ रहा हूँ। बच्छ्पन के बारे मे बात किया जाए तो मेरा बच्छ्पन बहुत न्यारा था। मै सब का लाद्ला। बच्छ्पन का समय ऐसा होता है जैसे वो एक झट्के मे चला जाता है। मेरा लालन पोशन बडे लाड से प्यार से और दुलार से हुआ। किसी चीज़ की कमी नही थी। सब्से अहम मुझे सब्का प्यार। मेरा बछ्पन तो बहुत ही सुन्दर सप्ने कि तरह बीत गया। बछ्पन बीता जवानी का दौर आगया। मेरे गुणो के बारे मे बात किया जाये तो मै बहुत रचनात्मक हूँ। मै ईमान्दार,वफादार और शान्त किसम का बच्छा हूँ। गुणो के बारे मे बात किया जाए तो, मै किसी भी चुनौती से पीछे नही हट्ता। मै कभी भी हार नही मान्ता। चाहे वो कैसा भि कठिन क्यू न हो। मै कुछ भी कर्ने के लिये पीछे नही हठ्ता। अगर मै पेह्ले विजय भि न हुवा तो कर्ते हि रेह्ता हूं बिना हार माने। मुझे हार मान्ना पसन्द नही। कोई भि कार्य मे सफल होने के लिये मै कुछ भि कर्ने को तैयार हूँ। ज़रूरि नही है कि मै परिपूर्ण हू लेकिन मै अप्ना सर्वश्रेश्ट कर्ने की पूरि कोशिश कर्ता हूँ। मै कडी मेह्नेत मे विश्वास रख्ता हूँ। और भग्वान का भि यहि केह्ना है कि मेह्नत क बिना फल या सफल्ता नही मिल्ती। ज़ाहिर है मेह्नत के बिना कोई सफल्ता नही है। अगर सफल्ता चाहिये तो मेह्नत तो कर्ना पदेगा। पेह्ले मुझे भी मेह्नत का इनाम पता नही था। कही सारे उदाहरण और लोगो के देखे हुए अनुभवो को मद्दे नज़र रख्ते हुए मुझे भी मेह्नत पर भरोस आगया। सच्छ मे इस्का इनाम बहुत मज़ेदार होता है। जो मेह्नत कर्ते है उन्हे कामियाबि मिल्ति है।
पढाई
[संपादित करें]मै अप्ने मा-बाप के लिये समर्पित बेटा हूँ। उन्की ख्वाइश पुरी कर्ने के लिये मै कुछ भी कर्ने को तैयार हूँ। मा-बाप का सप्ना पूरा कर्ना हि मेरा लक्श्य है। उन्के सप्नो को पूरा कर्न के लिये मै कौन्सा भि रास्ता हो उसे पार कर्ने के लिये तैयार हूँ क्युन्कि रास्ते कि पर्वाह करोगे तो मन्ज़िल बुरा मान जायेगि। माँ-बाप हम्से बहुत कुछ अपेक्षा कर्ते है। हमे उन्को बस्स थोडा सा सुख देना चाहिये। वो हमारे लिये बहुत कुछ त्याग कर्ते है हमे भि उन्के लिये कुछ त्याग कर्ना चाहिये। माँ-बाप हमारे लिये भग्वान से एक तोह्फा है। हमे उस तोह्फे का पुरा खयाल रख्ना चाहिये। मै अप्ने माँ-बाप का बहुत खयाल रख्ता हूँ। उन्कि ख्वाइशो को पूरा कर्ने के लिये मै खुद को पुरा समर्पण कर्देता हूँ। ऐसा कर्ने से उन्को तथा मुझे बहुत आनन्द मिल्ता है। मेरा जन्म हि माँ-बाप क सप्ना पूरा कर्ने के लिये हुवा है क्युन्कि मै अप्ने माँ-बाप से बहुत प्यार कर्ता हूँ। मै उन्कि उम्मीद को किसि भि तराह से तूट्ने नहि दूँगा।
- मैं चरित्र से रचनात्मक हूँ। मैं अनूठा हूँ। मैं व्यक्तित्व खतरों की विविधता है जो अच्छा है बुरा है और तट्स्थ है। मेरी पहली अच्छा लक्षण मेरी रचनात्मकता है। जरूरत के रूप में मैं इसे दबाने के लिए सक्षम हूँ। मेरी रचनात्मकता के मूल विभिन्न स्रोतों से आता है। मेरी रचनात्मकता के मूल विभिन्न स्रोतों से आता है। एक छोटे स्रोत किताबें पढ़ने से भी था। मै इन विचारो का विभिन्न लाभ उठाता हूँ। मैं अपनी खुद की रचनात्मकता रखने के लिए व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार हूँ। येह मेरि पेह्लि व्यक्तित्व गुण है।
- मेरी दूसरी अच्छा लक्षण खुले उदारता है। नई चीजों को प्रस्तुत करते समय। येह एक है जो मै इस्पर नियन्त्रन नही रख सक्ता क्युन्कि येह मेरि खुले उदार्ता का सकीट प्रकार है। मै मेरी माँ से खुले उदार्ता सिखी जो आदत से ही खुली उदार्त है। मै जाहिल और पक्षपातपूर्ण लोगो कि तरह बन्ना नही चाह्ता। वो लोग समाज के लिये पक्षपातपूर्ण है जो मै नही बन्ना चाह्ता। हर व्यक्ति को एक अलग शैली है और सबसे अच्छा गुण है । मैं कई अच्छे गुण है , लेकिन तीन मेरे सबसे अच्छे होने के रूप में बाहर खड़े: साहस, जिज्ञासा , और उत्साह । मैं कई अच्छे गुण है , लेकिन तीन मेरे सबसे अच्छे होने के रूप में बाहर खड़े: साहस, जिज्ञासा , और उत्साह ।
शौक
[संपादित करें]- मैं घायल हो गया है तो मैं अपना साहस दिखाया है। मैं एक दोस्त के बारह वर्ष का था और मैं मछली पकड़ रहे थे जब । मेरे दोस्त मेरी लाइन पर कदम रखा, और हुक मेरी उंगली के माध्यम से पूरी तरह से चला गया जब मैं अपने हुक पर चारा डाल रहा था। मैं रोना , या और अधिक कठोर बेहोश हो , या कुछ भी नहीं किया। मैं हटा दिया हुक पाने के लिए डॉक्टर के कार्यालय में मुझे लेने के लिए मेरी माँ से पूछा। शल्य चिकित्सा के दौरान मेरी हिम्मत पदभार संभाल लिया है , और मैं बस वहाँ बैठे थे और हुक को हटाने की दर्दनाक प्रक्रिया को देखा। कई लोगों का रोना और वास्तव में भयभीत हो सकता है, लेकिन यह साहस के साथ मेरे पास कुछ भी नहीं था होता ।
- अप्ने माँ-बाप से अनुभव प्राप्त कर्ने से मुझे अप्ने जुनून क आभास हुवा। मुझे ये पता चला कि मै दूस्रो से अद्वितीय हू। अप्ने राह पर छल सक्ता हूँ। वैसे तो मेरे प्रेरणास्रोत श्री मोहन्दास करम्चन्द गान्दि है,जो अहिम्सा और मेह्नत पर विश्वास रख्ते है। मै उन्के कदम पर चल रहा हूँ। इसिलिये शयद मै अप्ने जीवन मे कामियाब हो रहा हूँ।
- हर कोई अपने सबसे अच्छा गुण है। इन गुणों को अपने व्यक्तित्व को बनाने के लिए एक साथ मिला लें। मैं अपने व्यक्तित्व साहस , उत्साह, और जिज्ञासा की मेरी तीन सबसे अच्छे गुणों के साथ एकदम सही है।
- यह ज़्यादा कुछ मेरे बारेमे है॥॥