नमस्कार ! मेरा नाम डा० लाल रत्नाकर हॅ। मै उ०प्र० के जौनपुर जनपद के एक गाँव बिशुनपुर (पुलगुज़र) जो सई नदी के किनारे पर जौनपुर इलाहाबाद मार्ग पर स्थित है डॉ॰रमापति यादव व श्रीमती मत्ती यादव के बड़े पुत्र के रूप में दिनांक -१२ अगस्त १९५७ को उत्पन्न हुआ |
शिक्षा- मेरी प्राथमिक शिक्षा प्राइमरी पाठशाला मसीदा में हुयी। हाई स्कूल व इंटर मीडिएट जौनपुर से तथा स्नातक गोरखपुर विश्वविद्यालय से किया। स्नातकोत्तर कानपुर विश्वविद्यालय से तथा शोध बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी से प्रो.आनंद कृष्ण के निर्देशन में किया। सम्प्रति एम.एम.एच. कालेज गाजियाबाद के चित्रकला विभाग में एसो. प्रोफेसर के पद पर कार्यरत|
कला एवं साहित्य- कला अध्यापन के साथ निरंतर कला साधना व उसका प्रदर्शन लगभग देश की समस्त प्रतिष्ठित कला दीर्घाओं में, तमाम कला संग्रहको के यहाँ चित्र, मूलतः ग्रामीण महिलाओ के विविध आयामों का चित्रण, गाजियाबाद में कलाधाम | प्रेमचंद, शरतचंद्र, रवीन्द्र नाथ टैगोर तथा राजेंद्र यादव के साहित्य का अध्ययन, कला पर लेखन कविता एवं आजकल हाइकु का लेखन वेब-साईट -www.ratnakarsart.com व अनेक अन्य लिंक पर मेरा संकलन-
http://fineartamerica.com/
profiles/lal-ratnakar.html,
http://www.indianartcollectors.com/art-work.php?aid=844,
http://goaartgallery.com/dr_lal_ratnakar.htm,
http://ratnakarsart.blogspot.com/2008_09_01_archive.html
एवं अन्य बहुत सारे|
सामाजिक एवं राजनॅतिक सहभागिता-सामाजिक न्याय तथा समाजवादी आन्दोलन से जुडाव, आर्य समाज तथा स्वामी दयानंद, स्वामी विवेकानन्द, शिरडी के साई प्रेरित करते है सद्कर्मों के लिए |