सदस्य:Dhruv Kumar Azad/प्रयोगपृष्ठ

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भीम आर्मी भारत एकता मिशन के संस्थापक भीमपुत्र विजय कुमार आजाद जी है।

भीम आर्मी भारत एकता मिशन
संस्थापक विजय कुमार आजाद एवं अन्य साथियों ने किया।
स्थापना हुई उत्तर प्रदेश

भीम आर्मी भारत एकता मिशन भारत में एक बहुजन सामाजिक संगठन है। भीम आर्मी की लड़ाई धन-संपत्ति या शक्ति के लिए नहीं बल्कि स्वतंत्रता के लिए है मानवीय गरिमा में सुधार के लिए हैं।

देश का प्रत्येक व्यक्ति अपने अधिकारों की रक्षा की उम्मीद संविधान से कर सकता है। भारतीय संविधान का प्रस्तावना यह पुष्टि करती है की भारत अपने सभी नागरिकों की रक्षा करेगा। भारतीय संविधान लोगों को न्यायधीक सामाजिक आर्थिक तथा राजनैतिक आजादी की विचारधारा अभिव्यक्ति की विश्वास तथा पूजा आराधना स्थितियों और अवसरों की समानता का अधिकार प्रदान करता है। सामान्य गारंटी के अतिरिक्त राज्य नागरिकों के बीच धर्म जाति नस्ल आदि के आधार पर भेदभाव नहीं करेगा। संविधान अस्यपृश्यता को किसी भी रूप में मान्यता नहीं प्रदान करता है। एक सामाज आनेको सामाजिक व्यवस्था या तंत्र तथा संस्थाओं को जन्म देता है ताकि यह सुचारू रूप से कार्य कर सकें ऐसी व्यवस्था है सांस्कृतिक के विकास तथा एक दूसरे के प्रति मानवीय व्यवहार को प्रभावित करता है। सामाजिक आर्थिक राजनैतिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में विभिन्न क्रियाकलापों के दौरान अनेकों संस्थाएं अस्तित्व में आई संस्था को विशेष कार्य के संपादन के उद्देश्य से विकसित किया गया। सामाजिक एवं आर्थिक व्यवस्था में कई प्रकार के विवादित वर्ग सभी समाज में देखने को मिले कुछ वर्ग जो आर्थिक रूप से ज्यादा संपन्न हैं तथा इस प्रकार के वर्ग अन्य वर्गों पर अपना नियंत्रण रखते हैं वह लोग जो आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं उन्हें वर्तमान निर्धारित परिस्थितियों में अच्छा जीवन जीने का अधिकार नहीं होता गरीब परिवार इस स्थिति में नहीं है कि वह अपने बच्चों के लिए उचित शिक्षा एवं अन्य प्रकार की मूलभूत व्यवस्था कर सके तथा उन्हें स्वतंत्र रूप से विकास के सभी अवसरों को उपलब्ध करवा सके। हमारे देश की वर्तमान सामाजिक व्यवस्था ने लोगों को अलग-अलग जातियों में विवादित कर रखा है कुछ जातियां आर्थिक और सामाजिक रुप से संपन्न हैं तथा ये अन्य जातियों पर अपना प्रभुत्व कायम रखती है कई देशों की सामाजिक व्यवस्था महिलाओं के खिलाफ भेदभाव करती है धर्म भी एक दूसरे के साथ निहित स्वार्थ एवं भेदभाव के आचरण को बढ़ावा देने में मदद करता है। राजनैतिक व्यवस्था ने भी शासक वर्ग पैदा किया है सरकार की विभिन्न संस्थाएं जिन्हें कानूनों को क्रियावंतित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है आपने अवांछित क्रियाकलापों के द्वारा कानूनों का उल्लंघन करते नजर आते हैं। इस तरह की स्थितियों में एक व्यक्ति अपने बोलने के अधिकार संगठित होने के अधिकार कार्य करने के अधिकार और यहां तक की अपना जीवन जीने की स्वतंत्रता के अधिकार को भी खो देता है व्यक्ति के साथ नस्ल आर्थिक स्थिति धर्म भाषा आदि के आधार पर भेदभाव देखने को मिलता है एक व्यक्ति को गैरकानूनी तरीके से थाने में रोका एवं प्रताड़ित एवं परेशान किया जाता है यहां मानवाधिकार का उल्लंघन के अन्य दूसरे ऐसे उदाहरण भी देखने को मिल सकते हैं ।आर्थिक सामाजिक राजनैतिक या धार्मिक भिन्नताओं ने लोगों के समूह के बीच दूरियां एवं संघर्ष पैदा कर रखी है। पूरा इतिहास मानवाधिकार के प्रती चिंतित है एक सामान्य व्यक्ति दूसरे के सोशल को देखकर दुखी होता है कई महान हस्तियां संतों एवं विचार कोने मानवाधिकार के उल्लंघन के खिलाफ समय-समय पर आवाज भी उठाई है इनमें से अनेकों द्वारा एस अन्याय को समाप्त करने के लिए भी काम किया गया है। देश की परिस्थितियों को देखते हुए भीमपुत्र विजय कुमार आजाद जी एवं उनके सहयोगियों के द्वारा 23 अप्रैल 2015 को भीम आर्मी भारत एकता मिशन की स्थापना की यह संगठन ट्रस्ट के आधार पर पंजीकृत हैं इसका रजिस्ट्रेशन नंबर 030 है। और संकल्प लिया कि इस संगठन के माध्यम से समाज में जो भेदभाव है जो दूरियां बढ़ रही है उस खाई को यह संगठन भरने का कार्य करेगी इस देश में पूर्ण रूप से संविधान को लागू करने सहयोग करेगी एवं मानवाधिकार का हनन ना हो देश की जनता अपने अधिकारों से वंचित ना हो उन्होंने कुछ लोगों को इस संगठन का कार्यभार भी सौंपा पर वह लोग संगठन के विपरीत कार्य करने लगे जिसके कारण भीम आर्मी भारत एकता मिशन के संस्थापक सह मुख्य ट्रस्टी विजय कुमार आजाद जी ने उन लोगों को संगठन से 7 जुन 2019 को निष्कासित किया एवं 12 जून 2019 को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी सूचना भारत की जनता को दीया। इस संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश कुमार दिवाकर, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष लोकेश बाबू आजाद , राष्ट्रीय कोर्डिनेटर बिरेंद्र पासवान , राष्ट्रीय संगठन मंत्री अमरेश आनंद, राष्ट्रीय खेल मंत्री मो.इरशाद राष्ट्रीय मुख्य सचिव एवं मैनपुरी जिलाध्यक्ष मोनू कुमार आजाद,राष्ट्रीय मुख्य सचिव एवं औरेया जिलाध्यक्ष प्रबल प्रताप सिंह राव है, मध्य प्रदेश राज्य में भीम आर्मी को मजबूती से चला रहे मध्य प्रदेश महासचिव प्रमोद कुमार आजाद जी हैं इनके नेतृत्व में ही संपूर्ण मध्यप्रदेश में संगठन का विस्तार किया जा रहा है उत्तर प्रदेश राज्य में उत्तर प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद अफसर अली प्रदेश उपाध्यक्ष विजय कुमार गौतम प्रदेश सचिव संजय कुमार आजाद और आमोद भारती प्रदेश महासचिव प्रदीप भीमराव बौद्ध बौद्धचार्य प्रदेश प्रभारी आदित्य कुमार आजाद प्रदेश कोषाध्यक्ष आशीष कुमार आजाद प्रदेश कॉर्डिनेटर अजीत जाटव प्रदेश प्रवक्ता राजवंशी अनुराग सिंघानिया प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एवं अन्य लोगों के आने से लोगों ने मानवता की इस बहुमूल्य लड़ाई की इस अनोखेपन को महसूस करना प्रारंभ कर दिया है यह सिद्धांत की मानव स्वतंत्रता पैदा करना और उनकी आवश्यकताएं व्यक्ति का आध्यात्मिक पक्ष को समाज के बीच में रखना अपने मौलिक अधिकारों को समझना और अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाना मानव प्रजाति का वास्तविक उन्नति तब तक नहीं हो सकती जब तक वह स्वतंत्रता और अध्यात्म के उच्च क्रम को प्राप्त नहीं कर लेता है। डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी का जो सपना था इस देश में समानता लाना उस उद्देश्य पर यह संगठन पूर्ण रूप से अब कार्य कर रही है और इसके सभी सदस्य पूर्ण रूप से अपने हक और अधिकारों के लिए देश में समानता लाने के लिए कार्य कर रहे हैं बिना भेदभाव के।[1] यह [[यह संगठन भारत के प्रत्येक राज्यों में सक्रिय है][2] ,[3] जिसमें उनकी भागीदारी के लिए रावण को बाद में उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स ने गिरफ्तार कर लिया।[4]

भीम आर्मी भारत एकता मिशन के कार्यकर्ताओं ने नई दिल्ली के जंतर-मन्तर में दो बड़ी रैलियों का आयोजन किया, जहाँ हजारों बहुजन प्रदर्शनकारी अत्याचारों का विरोध करने के लिए एकत्रित हुए, जो कहते हैं कि वे सामना करना चाहते हैं और रावण की रिहाई की मांग की थी। भीम आर्मी भारत एकता मिशन में प्रदेश अध्यक्ष पद पर रहते हुए बीरेंद्र पासवान ने झारखण्ड धनबाद में लॉकडाउन के दौरान झारखंड सरकार को कुछ बसें मुहैया कराई ताकि प्रवासी मजदूरों को लाया जा सके और बीरेंद्र पासवान के अथक प्रयासों के द्वारा मध्य प्रदेश में फंसे 43 प्रवासी मजदूर झारखंड के धनबाद में लाए गए जिसमें कुछ मजदूर बिहार के भी थे। इन कार्यों को देखते हुए राष्ट्रीय कमेटी ने बीरेंद्र पासवान को राष्ट्रीय कोर्डिनेटर का कार्यभार सौंपा [5]

  1. "What is the Bhim Army?". The Indian Express (अंग्रेज़ी में). 2018-05-18. मूल से 12 मई 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2019-08-19.
  2. Ali, Mohammad (2017-06-28). "Bhim Army, soldiers on a literacy mission". The Hindu (अंग्रेज़ी में). आइ॰एस॰एस॰एन॰ 0971-751X. अभिगमन तिथि 2019-08-19.
  3. Kulkarni, Dhaval (2017-06-29). "After UP, Bhim Army set to rock Maharashtra". DNA India (अंग्रेज़ी में). मूल से 19 अगस्त 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2019-08-19.
  4. "Bhim army chief arrested: Family threatens govt, Congress calls him 'victim'". The Indian Express (अंग्रेज़ी में). 2017-06-09. मूल से 19 अगस्त 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2019-08-19.
  5. We The People: The Curse Of Caste?, मूल से 19 अगस्त 2019 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि 2019-08-19