सदस्य:Advika.goenka/सारामोरटर

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सारा मोरटर का चित्र
उनका प्रतिष्ठित किताब


भूमिका[संपादित करें]

सारा वेंटवरथ मोरटर का जन्म १७५९ अमेरिका में हुआ था । वे एक अमेरिकी कवयित्री थी और अपने रचनाकाल मे काफ़ी प्रसिद्ध थी। उनका जन्म बौसटन के खुदरा व्यापारी के घर में हुआ था । वह अपने भावुक एंव विवरणात्मक कविताओं के लिए जानी जाती है जिसमें वे नए राष्ट्र की कल्पना करती हैं और साथ ही साथ अंतजार्तीय संबंध के ऊपर विशिष्ट चर्चा की है। उनके कविताओं मे स्वतंत्रता की विशेषताएँ और नारी अधिकारवाद झलकता है।

व्यक्तिगत ज़िंदगी[संपादित करें]

सारा मोटरन के पिता का नाम जेम्स अपथौर्प था । सारा के ग्यारह भाई-बहन थे। उनकी शिक्षा बहुत विस्त्रित तौर से हुआ और बचपन से ही छंद लिखना आरंभ कर दिया । उनकी शादी पेरेज़ मोरटन से छोटी उम्र में हो गई थी। उनकी शादी २४ फरवऱी १७८१ को त्रिनिटी गिरजाघर में हुई। उनके पाँच बच्चे थे , जिनके नाम साराह , आना लुसियाना , फ़्रांसिस वेंटवरथ , चार्ल्स वॉरड और शेर्लोट मोरटन थे। मोरटन परिवार प्रसिद्ध समाजिक सर्किल का भाग थे। उनका घर शिष्ट सम्मत वाक्रय का केंद्र बन गया , जिससे सारा को लिखने का प्रोत्साहन मिला। १७८८ तक सारा ने परंपरागत गृहिणी कि भूमिका निभाई , अपने लेखों को घर तक सीमित रखा।

परिवार की बदनामी[संपादित करें]

१७७९ में बोसटन के समाचार पत्र में सारा के परिवार के कांड के बारे मे प्रचार किया था जिसके वज़ह से बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था। इससे दो साल पहले , सारा की छोटी बहन " फेनी" उनके साथ रहने आई थी परंतु फैनी और सारा के पति के बीच के चक्कर के बारे मे सारा को पता चल गया था । यह बात कई दिन तक छुपी ना रहे सकी क्योंकि फैनी ने एक बच्ची को १७८७ मे जन्म दिया था। फैनी ने अपनी डायरी मे दुख को व्यक्त किया था और अपने परिवार तथा बहन के लिए नोट छोड़ गई । उसने १७८८ मे ज़हर पीकर जान दे दी थी।

साहित्यिक योगदान[संपादित करें]

पारिवारिक तनाव के कारण , सारा का स्वास्थ्य बिगड़ गया। उसने हाला कि अपने प्रकाशित कामों मे इस धोके के बारे में प्रत्यक्ष नहीं दिया हैं परंतु उनकी कविताओं मे अंतर्निहित है और भावनात्मक दर्द आवर्तक विषय रहा है। उनकी नवशास्त्रीय कविताएँ के अलावा , जिसमें वीर दोहे और गाथाएँ शामिल हैं । सारा ने कई भजन की भी रचना की हैं। उनकी कविताओं का विषय निजी एंव सार्वजनिक हैं और साथ ही साथ देश भक्ति की विशेषताएँ झलकती हैं। उन्होंने सत्रीयो को मूल अमेरिकी के प्रति निश्चय राय देते हुए दर्शाया हैं। सारा मानती थी कि समाजिक व्यवस्था को बढ़ावा राजनीतिक आज़ादी से ही मिल सकती हैं और यह आज़ादी न्याय और दया की भावना से हासिल किया जा सकता है। वह अपनी कविताँए अत्यधिक भावनाओं के साथ लिखती थी परंतु उनके प्राकृतवादिक लेखों मे भी वास्तविकता दिखाई देती है।

प्रमुख कार्य[संपादित करें]

उनकी कुछ प्रसिद्ध किताबें निम्नलिखित है: पावर ऑफ़ सिमपथि

उआबी

माय माईड एंड थॉट्स