सदस्य:Acharmeghna/यूरी ब्रोंफेनब्रेनर

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से

यूरी ब्रान्फेनब्रेनर (२९ अप्रैल, १९१७ - २५ सितबर, २००५) रूसी-अमरीकी विकास मनोवैज्ञानिक थे जो अपनी 'ईकोलाजिकल सिस्टम्स थियरी' के लिए बहुत प्रसिद्ध हैं। उनके वैज्ञानिक योगदान एवं सहायता के कारण, अमेरिका में 'हेड स्टार्ट प्रोग्राम' सफल हुआ। उनका जन्म माॅस्को में हुआ था। उन्होने अपने जीवन का प्रमुख अंश अमेरीका मे ही बिताया।

ईकोलाजिकल सिस्टम्स थियरी

उनके पिताजी डॉ॰ एलेग्जेंडर ब्रोफेनब्रेनर न्यू याॅर्क स्टेट इन्स्टिट्यूशन में नैदानिक ​​रोगविज्ञानी थे। इन्होने हि उन्के कैरियर के चुनाव को प्रभावित किया। यूरी अपनी मनोविज्ञान एवं संगीत की स्नातक डिग्री कोर्नेल विश्वविद्यालय से हासिल की, जिसके बाद उन्होने हार्वर्ड से एम॰ए॰ भी हासिल किया। फिर उन्हे मिछिगन विश्वविद्यालय से अपनी पीएचडी मिला।

ब्रोंफेंंनब्रेनर ने अमेरिकी सेना की मेडिकल कोर में सेवा की। इसके बाद, १९४८ मे उन्हे कोर्नेल विश्वविद्यालय मे प्रोफेसर बनाया गया।[1]

ब्रान्फेनब्रेनर विकास मनोविज्ञान के क्शेत्र मे विभाजन से असंतुष्ट थे जिसके कारण उन्होने अपनी ईकोलाजिकल सिस्टम्स थियरी का विकास किया। इस सिद्धांत को यूरी ने अपनी प्रसिद्ध पुस्तक "द इकोलॉजी ऑफ़ ह्यूमन डेवलपमेंट" के द्वारा परिचय करवाया। इस सिद्धांत मे बालक कई संदर्भ के स्तरों के बीच मे है। यह स्तर परसपर अपने बीच मे बातचीत करते हुए बालक के विकास पर प्रभाव डालते हैं। जैसे १)माइक्रोसिस्टम - इसमे सम्मिलित है बालक का परिवार, पड़ोस, स्कूल , और साथियाँ। इनके साथ बच्चे का प्रत्यक्ष संपर्क रहता है। यह इकोलाॅजिकल सिस्टम्स थियरी का सबसे प्रभावपूर्ण स्तर है। २)मेसोसिस्टम - जब दो मैक्रोसिस्टम्स के बीच परस्पर क्रिया हो, तब वह् मेसोसिस्टम कहलाता है। ३)एक्सओसिस्टम - यह एक ऐसा स्तर है जिस पर बालक सक्रिय भागीदार नही होता है, जिसके बावजूद उसका उस पर प्रभाव पडता है। ४)मैक्रोसिस्टम - इस स्तर पर सांस्कृतिक वातावरण का प्रभाव बालक पर देखा जाता है। ५)क्रोनोसिस्टम - इसमे बालक के जीवन के ऐतिहासिक संदर्भ पर ध्यान देना पडता है। [2]

यह थियरी बच्चों की स्कूली शिक्षा के कठिनाइओं का सामना करने मे बहुत सफल मालूम हुआ। अब कोई भी केवल माँ-बाप को या बच्चे के असामर्थ्य पर आरोप नही लगा सकता क्योंकी बालक के जीवन मे कई और कारकों के कारण यह समस्याएँ हो सकती हैं। ब्रोंफेनब्रेनर ने इस समस्या को "प्रोक्सिमल प्रक्रियाएँ" बुलाया है।[3]

इनका एक और महत्त्व योगदान है "हेड स्टार्ट प्रोग्राम" जो कम आय वाले परिवारों को शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण पाने मे सहायता करती है।

यूरी का मानना था कि बाल विकास मनोविज्ञान का पठन् तभी महत्त्व का होता है जब इस क्शेत्र मे अनुसंधान संस्थागत नीति से प्रेरित होकर किया जाये।[4]

यूरी ब्रोंफेनब्रेनर को अपने योगदान और निष्ठा के लिये कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया जैसे अमेरिकन साइकोलॉजिकल सोसाइटी द्वारा जेम्स मकीन कैटल पुरस्कार और लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार। उन्की पत्नी का नाम है लीस ब्रोंफेनब्रेनर, जिनके साथ उन्के ६ बच्चे हैंं।

वे अपने अंतिम दिनों मे कहने लगे कि जो गुण इनसानों को इनसान बनाता है, वह इस ज़माने मे धीरे-धीरे नष्ट होता जा रहा है। ईमानदारी, जिम्मेदारी, ईमानदारी और दया जैसे श्रेष्ट आदर्श हम बच्चों से छीन रहे हैं। आने वाले पीडियों की योग्यता और चरित्र क प्रश्न उठाते हैं। इन सब चीज़ो का असर हम अम्रीकी युवा मे बढती हुई अलगाव की भावना , उदासीनता, विद्रोह, अपराध और हिंसा के रूप मे पाते हैं।[5]

उनका मरण २५ सितंबर २००५ को हुआ, डायबिटीज के कारण।

  1. http://study.com/academy/lesson/urie-bronfenbrenner-biography-theory-quiz.html
  2. http://www.famouspsychologists.org/urie-bronfenbrenner/
  3. http://www.education.com/reference/article/bronfenbrenner-urie-1917-2005/
  4. http://www.education.com/reference/article/bronfenbrenner-urie-1917-2005/
  5. http://www.newworldencyclopedia.org/entry/Urie_Bronfenbrenner