शतरंज (1993 फ़िल्म)
शतरंज | |
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शतरंज का पोस्टर | |
निर्देशक | अज़ीज़ सेजवाल |
लेखक | कादर ख़ान (संवाद) |
पटकथा | संजीव दुग्गल |
निर्माता | अरुण एस. ठाकुर |
अभिनेता |
मिथुन चक्रवर्ती, जैकी श्रॉफ जूही चावला, दिव्या भारती, कादर ख़ान |
संगीतकार | आनंद-मिलिंद |
प्रदर्शन तिथियाँ |
17 दिसंबर, 1993 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
शतरंज 1993 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। यह अज़ीज़ सेजवाल द्वारा निर्देशित है जिसमें मिथुन चक्रवर्ती, जैकी श्रॉफ, कादर ख़ान, जूही चावला और दिव्या भारती ने अभिनय किया है। यह फिल्म दिव्या की आखिरी फिल्म है जो कि उनके निधन के आठ महीने बाद जारी हुई।[1]
संक्षेप
[संपादित करें]शतरंज तीन भाइयों धरमराज (कादर ख़ान), डिंकी (मिथुन चक्रवर्ती) और डिनो (जैकी श्रॉफ) की कहानी है। धरमराज अपने दो छोटे भाइयों के साथ एक गैराज चलाता है और वह जीवन भर कुंवारा रहा क्योंकि उसे महिलाओं से नफरत है। वह अपने भाइयों को प्यार करने और शादी करने से भी रोकता है। भाइयों के बीच तनाव तब पैदा होता है जब डिंकी और डिनो मिलते हैं और राधा (जूही चावला) और रेनू (दिव्या भारती) से प्यार करने लगते हैं। धरमराज द्वारा उन्हें रेनू और राधा से शादी करने से रोकने के बाद, भाई घर छोड़ देते हैं। उन्हें जल्द ही असली कारण का पता चल जाता है कि धरमराज महिलाओं से नफरत क्यों करता है। वे वास्तव में एक अमीर व्यापारिक साम्राज्य के असली उत्तराधिकारी हैं जिसे उनके पिता अपनी मृत्यु से पहले चलाते थे।
उनके पिता ने उनकी माँ की मृत्यु के बाद दूसरी शादी कर ली थी और उनकी सौतेली माँ (उषा नाडकर्णी) उनके साथ बुरा व्यवहार करती थी। उनका एक सौतेला भाई रॉबिन (शक्ति कपूर) भी है। यही कारण था कि धरमराज ने घर छोड़ दिया और अपने दोनों भाइयों को अपने साथ ले गया। उसने कभी शादी न करने की कसम खाई क्योंकि उसे डर था कि उसकी पत्नी भी उसके भाइयों के साथ बुरा व्यवहार करेगी। डिनो और डिंकी अपने भाई के पास घर लौटते हैं और वह धीरे-धीरे रेनू और राधा को स्वीकार करने लगता है। इस बीच, उनकी सौतेली माँ ने अपना व्यवसाय भ्रष्ट प्रजापति (किरण कुमार) के हाथों में छोड़ दिया है। वह उनके पिता का वास्तविक हत्यारा भी है। जब प्रजापति उनकी संपत्ति चुराने और उन्हें अपने अपराधों के लिए फंसाने की योजना बनाता है, तो तीनों भाई जल्द ही अपनी सौतेली माँ को बचाने के लिए रॉबिन के साथ एकजुट हो जाते हैं।
मुख्य कलाकार
[संपादित करें]- मिथुन चक्रवर्ती — डिंकी डि. वर्मा
- जूही चावला — राधा
- जैकी श्रॉफ — डिनो डि. वर्मा
- दिव्या भारती — रेनू
- कादर खान — धरमराज डि. वर्मा
- उषा नाडकर्णी — श्रीमती वर्मा
- जमुना — रोज़ी
- किरण कुमार — प्रजापति
- शक्ति कपूर — रॉबिन डि. वर्मा
- विकास आनन्द — धनीराम वर्मा
- अरुण बख़्शी — अरुण
- दीप ढिल्लों — विलियम
- दिनेश हिंगू — भूतनाथ रामसे "ओहजा मामा"
- विजू खोटे — जुआरी
- लिलीपुट — दगडू
- गुड्डी मारुति — गंगा
- सुहासिनी मुलय — उषा वर्मा
- अच्युत पोद्दार — रामू
- राजू श्रेष्ठ — राजू
- जी पी सिंह — डिसूज़ा चाचा
- एकता सोहिनी — रॉबिन की प्रेमिका
संगीत
[संपादित करें]सभी गीत समीर द्वारा लिखित; सारा संगीत आनंद-मिलिंद द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1. | "ऐ सनम इतना बता" | साधना सरगम, एस पी बालासुब्रमण्यम | 8:20 |
2. | "दिल पे तेरे प्यार" | कुमार सानु, साधना सरगम | 5:40 |
3. | "एक से बने दो" | अभिजीत, एस पी बालासुब्रमण्यम, उदित नारायण | 6:34 |
4. | "कोई नहीं दीवाना मेरे जैसा" | जॉली मुखर्जी, कुमार सानु | 6:00 |
5. | "मैंने ना जाना तूने ना जाना" | एस पी बालासुब्रमण्यम, बॉम्बे जयश्री | 5:43 |
6. | "अंत्याक्षरी (गानों का मिश्रण)" | पूर्णिमा, सुदेश भोंसले | 7:53 |
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "सुशांत ही नहीं दिव्या भारती, संजीव कुमार सहित इन सितारों की आखिरी फिल्में भी निधन के बाद हुईं रिलीज". इंडिया टीवी. 9 जुलाई 2020. अभिगमन तिथि 3 अक्टूबर 2023.