"हाइपरलूप": अवतरणों में अंतर
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==विशेषताएं == |
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*यात्री एवं माल परिवहन में सालाना 15 फीसद बढ़ोतरी |
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==वर्तमान स्वरूप == |
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21:23, 3 फ़रवरी 2018 का अवतरण
हाइपरलूप ट्रेन चुंबकीय शक्ति पर आधारित तकनीक है।जिसके अंतर्गत खंभों के ऊपर (एलीवेटेड) पारदर्शी ट्यूब बिछाई जाती है। इसके भीतर बुलेट जैसी शक्ल की लंबी सिंगल बोगी हवा में तैरते हुए चलती है।[1]
गति
इसमें घर्षण नहीं होता है इसलिए इसकी गति १२०० किलोमीटर/घंटा से भी अधिक हो सकती है।[1]
विशेषताएं
- विद्युत् खर्च न्यूनतम
- घर्षण रहित संचालन[1]
- यात्री एवं माल परिवहन में सालाना 15 फीसद बढ़ोतरी
वर्तमान स्वरूप
फिलहाल यह योजना अभिकल्पना के स्तर पर है। इसे व्यावहारिक शक्ल दिया जाना बाकी है।
विविध कम्पनियां
- हाईपरलूप वन: इस तकनीक में अग्रणी कम्पनी है।[1]
- डिनक्लिक्स ग्राउंडवर्क्स कंपनी
- ऐकॉम
- लक्स हाइपरलूप नेटवर्क
- हाइपरलूप इंडिया
- इंफी-अल्फा[1]