"टूजी स्पेक्ट्रम घोटाला": अवतरणों में अंतर

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
नया पृष्ठ: '''टूजी स्पेक्ट्रम घोटाला''' स्वतंत्र भारत का सबसे बड़ा वित्तीय घोट...
 
{{को विलय}} जोड़े (TW)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
{{को विलय|२जी स्पेक्ट्रम घोटाला|discuss=वार्ता:२जी स्पेक्ट्रम घोटाला#टूजी स्पेक्ट्रम घोटाला के साथ प्रस्तावित विलय|date=मई 2015}}
'''टूजी स्पेक्ट्रम घोटाला''' स्वतंत्र भारत का सबसे बड़ा वित्तीय घोटाला है। भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट के मुताबिक, यह घोटाला एक लाख छिहत्तर हजार करोड़ रुपये का है। इस घोटाले में विपक्ष के भारी विवाद के बाद संचार मंत्री ए राजा को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। साथ सुप्रीमकोर्ट ने इस मामले में प्रधानमंत्री की चुप्पी पर भी सवाल उठाया। टूजी स्पेक्ट्रम आवंटन को लेकर संचार मंत्री की नियुक्ति के लिए हुई लॉबिग के संबंध में नीरा राडिया, पत्रकारों, नेताओं और उद्योगपतियों की बातचीत के बाद सरकार कठघरे में है।
'''टूजी स्पेक्ट्रम घोटाला''' स्वतंत्र भारत का सबसे बड़ा वित्तीय घोटाला है। भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट के मुताबिक, यह घोटाला एक लाख छिहत्तर हजार करोड़ रुपये का है। इस घोटाले में विपक्ष के भारी विवाद के बाद संचार मंत्री ए राजा को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। साथ सुप्रीमकोर्ट ने इस मामले में प्रधानमंत्री की चुप्पी पर भी सवाल उठाया। टूजी स्पेक्ट्रम आवंटन को लेकर संचार मंत्री की नियुक्ति के लिए हुई लॉबिग के संबंध में नीरा राडिया, पत्रकारों, नेताओं और उद्योगपतियों की बातचीत के बाद सरकार कठघरे में है।

12:31, 25 मई 2015 का अवतरण

टूजी स्पेक्ट्रम घोटाला स्वतंत्र भारत का सबसे बड़ा वित्तीय घोटाला है। भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट के मुताबिक, यह घोटाला एक लाख छिहत्तर हजार करोड़ रुपये का है। इस घोटाले में विपक्ष के भारी विवाद के बाद संचार मंत्री ए राजा को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। साथ सुप्रीमकोर्ट ने इस मामले में प्रधानमंत्री की चुप्पी पर भी सवाल उठाया। टूजी स्पेक्ट्रम आवंटन को लेकर संचार मंत्री की नियुक्ति के लिए हुई लॉबिग के संबंध में नीरा राडिया, पत्रकारों, नेताओं और उद्योगपतियों की बातचीत के बाद सरकार कठघरे में है।