"मणिबेन पटेल": अवतरणों में अंतर
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'''मणिबेन वल्लभभाई पटेल''' ({{lang-gu|મણિબેન પટેલ}}, {{lang-en|Maniben Patel}}, {{lang-en|Maniben Patel}}) ने [[भारत|भारत की]] स्वतन्त्रा के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन समार्पित कर दिया । परन्तु स्वतन्त्र [[भारत|भारत में]] अपने वृद्धावस्थाकाल में उनके पास धन, मान, आवश्यकवस्तुओं का अभाव था । [[भारत|भारत की]] स्वन्त्रता के लिए जितने आन्दोलन [[सरदार वल्लभभाई पटेल|लोहपुरुष]] ने किए हैं, उन सब में से अधिकतम आन्दोलनों में मणिबेन का महद्योगदान रहा है । सत्याग्रहों में कठोरपरिश्रम के पश्चात् कारागार में भी उन्होंने कारावास की कठोरपीडा सही हैं । राष्ट्रसेवाय के लिए समर्पित वो महिला अविवाहिता रह कर आजीवन [[भारत]] के हित के लिए चिन्तन करती रही । |
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[[श्रेणी:क्रान्तिकारी महिलाएँ]] |
18:55, 19 फ़रवरी 2015 का अवतरण
मणिबेन वल्लभभाई पटेल Maniben Patel | |
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मणिबेन का एक शान्त चित्र | |
जन्म |
३/४/१९०३ बोरसद-गाँव, खेडा जिला (स्वातन्त्र्य से प्राक्), आणन्द जिला (अभी), गुजरातराज्य |
मौत |
१३/१/१९६५ कमरमसद-गाँव, आणन्द जिला, गुजरातराज्य |
प्रसिद्धि का कारण | भारत के विभीषण |
मणिबेन वल्लभभाई पटेल (गुजराती: મણિબેન પટેલ, अंग्रेज़ी: Maniben Patel, अंग्रेज़ी: Maniben Patel) ने भारत की स्वतन्त्रा के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन समार्पित कर दिया । परन्तु स्वतन्त्र भारत में अपने वृद्धावस्थाकाल में उनके पास धन, मान, आवश्यकवस्तुओं का अभाव था । भारत की स्वन्त्रता के लिए जितने आन्दोलन लोहपुरुष ने किए हैं, उन सब में से अधिकतम आन्दोलनों में मणिबेन का महद्योगदान रहा है । सत्याग्रहों में कठोरपरिश्रम के पश्चात् कारागार में भी उन्होंने कारावास की कठोरपीडा सही हैं । राष्ट्रसेवाय के लिए समर्पित वो महिला अविवाहिता रह कर आजीवन भारत के हित के लिए चिन्तन करती रही ।