"मणिबेन पटेल": अवतरणों में अंतर

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
क्रान्तिकारीओं के बारे में लिखना शुरु....
 
पंक्ति 12: पंक्ति 12:
}}
}}
'''मणिबेन वल्लभभाई पटेल''' ({{lang-gu|મણિબેન પટેલ}}, {{lang-en|Maniben Patel}}, {{lang-en|Maniben Patel}}) ने [[भारत|भारत की]] स्वतन्त्रा के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन समार्पित कर दिया । परन्तु स्वतन्त्र [[भारत|भारत में]] अपने वृद्धावस्थाकाल में उनके पास धन, मान, आवश्यकवस्तुओं का अभाव था । [[भारत|भारत की]] स्वन्त्रता के लिए जितने आन्दोलन [[सरदार वल्लभभाई पटेल|लोहपुरुष]] ने किए हैं, उन सब में से अधिकतम आन्दोलनों में मणिबेन का महद्योगदान रहा है । सत्याग्रहों में कठोरपरिश्रम के पश्चात् कारागार में भी उन्होंने कारावास की कठोरपीडा सही हैं । राष्ट्रसेवाय के लिए समर्पित वो महिला अविवाहिता रह कर आजीवन [[भारत]] के हित के लिए चिन्तन करती रही ।
'''मणिबेन वल्लभभाई पटेल''' ({{lang-gu|મણિબેન પટેલ}}, {{lang-en|Maniben Patel}}, {{lang-en|Maniben Patel}}) ने [[भारत|भारत की]] स्वतन्त्रा के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन समार्पित कर दिया । परन्तु स्वतन्त्र [[भारत|भारत में]] अपने वृद्धावस्थाकाल में उनके पास धन, मान, आवश्यकवस्तुओं का अभाव था । [[भारत|भारत की]] स्वन्त्रता के लिए जितने आन्दोलन [[सरदार वल्लभभाई पटेल|लोहपुरुष]] ने किए हैं, उन सब में से अधिकतम आन्दोलनों में मणिबेन का महद्योगदान रहा है । सत्याग्रहों में कठोरपरिश्रम के पश्चात् कारागार में भी उन्होंने कारावास की कठोरपीडा सही हैं । राष्ट्रसेवाय के लिए समर्पित वो महिला अविवाहिता रह कर आजीवन [[भारत]] के हित के लिए चिन्तन करती रही ।

[[श्रेणी:क्रान्तिकारी महिलाएँ]]

18:55, 19 फ़रवरी 2015 का अवतरण

मणिबेन वल्लभभाई पटेल
Maniben Patel

मणिबेन का एक शान्त चित्र
जन्म ३/४/१९०३
बोरसद-गाँव, खेडा जिला (स्वातन्त्र्य से प्राक्),
आणन्द जिला (अभी), गुजरातराज्य
मौत १३/१/१९६५
कमरमसद-गाँव, आणन्द जिला, गुजरातराज्य
प्रसिद्धि का कारण भारत के विभीषण

मणिबेन वल्लभभाई पटेल (गुजराती: મણિબેન પટેલ, अंग्रेज़ी: Maniben Patel, अंग्रेज़ी: Maniben Patel) ने भारत की स्वतन्त्रा के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन समार्पित कर दिया । परन्तु स्वतन्त्र भारत में अपने वृद्धावस्थाकाल में उनके पास धन, मान, आवश्यकवस्तुओं का अभाव था । भारत की स्वन्त्रता के लिए जितने आन्दोलन लोहपुरुष ने किए हैं, उन सब में से अधिकतम आन्दोलनों में मणिबेन का महद्योगदान रहा है । सत्याग्रहों में कठोरपरिश्रम के पश्चात् कारागार में भी उन्होंने कारावास की कठोरपीडा सही हैं । राष्ट्रसेवाय के लिए समर्पित वो महिला अविवाहिता रह कर आजीवन भारत के हित के लिए चिन्तन करती रही ।