"ऐंटिवायरस सॉफ़्टवेयर": अवतरणों में अंतर
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'''ऐंटिवायरस सॉफ़्टवेयर''' ({{lang-en|Antivirus software}}) का प्रयोग [[मालवेयर]] को ढुंढने, उसकी रोकथाम व नष्ट करने के लिए होता है जिनमें कम्पयुटर वायरस, कम्प्युटर वर्म, ट्रोजन हॉर्सेस, स्पायवेयर ओर एडवेयर शामिल |
'''ऐंटिवायरस सॉफ़्टवेयर''' ({{lang-en|Antivirus software}}) का प्रयोग [[मालवेयर]] को ढुंढने, उसकी रोकथाम व नष्ट करने के लिए होता है जिनमें कम्पयुटर वायरस, कम्प्युटर वर्म, ट्रोजन हॉर्सेस, स्पायवेयर ओर एडवेयर शामिल है। |
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इन सॉफ्टवेयरों में कइं प्रकार की तकनीकों का प्रयोग किया जाता |
इन सॉफ्टवेयरों में कइं प्रकार की तकनीकों का प्रयोग किया जाता है। हस्ताक्षर पर आधारित शोध में पहले से ज्ञात डेटा के प्रकारों को एक्जिक्युटेबल कोड में ढूँढा जाता है, हालांकि यह संभव है कम्प्युटर किसी नए वायरस से प्रभावित हो जाए जिसके हस्ताक्षर अब तक ज्ञात न हो. ऐसी जिरो-डे रुकावटों को दूर करने के लिए ह्युरिस्टिक्स तकनीक का प्रयोग किया जाता है। ऐसी ही एक ह्युरिस्टिक्स तकनीक, जनेरिक हस्ताक्षर, में नए वायरसों को पुराने वायरसों के कोड से मिलाकर देखा जाता है ताकी छोटे कोड में बदलावों को पकडा जा सके. कुछ ऐंटिवायरस सॉफ़्टवेयर एक फाइल क्या करेगी यह देखने के लिए उसे सैंड-बॉक्स मोड में चला कर देखते है ताकी भविष्य में अने वाली रुकावटों व समस्याओं का सामना किया जा सके. |
03:39, 13 सितंबर 2014 का अवतरण
ऐंटिवायरस सॉफ़्टवेयर (अंग्रेज़ी: Antivirus software) का प्रयोग मालवेयर को ढुंढने, उसकी रोकथाम व नष्ट करने के लिए होता है जिनमें कम्पयुटर वायरस, कम्प्युटर वर्म, ट्रोजन हॉर्सेस, स्पायवेयर ओर एडवेयर शामिल है।
इन सॉफ्टवेयरों में कइं प्रकार की तकनीकों का प्रयोग किया जाता है। हस्ताक्षर पर आधारित शोध में पहले से ज्ञात डेटा के प्रकारों को एक्जिक्युटेबल कोड में ढूँढा जाता है, हालांकि यह संभव है कम्प्युटर किसी नए वायरस से प्रभावित हो जाए जिसके हस्ताक्षर अब तक ज्ञात न हो. ऐसी जिरो-डे रुकावटों को दूर करने के लिए ह्युरिस्टिक्स तकनीक का प्रयोग किया जाता है। ऐसी ही एक ह्युरिस्टिक्स तकनीक, जनेरिक हस्ताक्षर, में नए वायरसों को पुराने वायरसों के कोड से मिलाकर देखा जाता है ताकी छोटे कोड में बदलावों को पकडा जा सके. कुछ ऐंटिवायरस सॉफ़्टवेयर एक फाइल क्या करेगी यह देखने के लिए उसे सैंड-बॉक्स मोड में चला कर देखते है ताकी भविष्य में अने वाली रुकावटों व समस्याओं का सामना किया जा सके.