वियोजन

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आयनिक लवण को जल में घोलने पर वह वियोजित हो जाता है

रसायन विज्ञान एवं जैवरसायन में वियोजन (Dissociation) उस प्रक्रिया को कहते हैं जिसमें अणु (या आयनिक यौगिक, जैसे लवण आदि) टूटकर छोटे कणों (जैसे परमाणु, आयन या मूलक के रूप में) के रूप में बदल जाते हैं। यह क्रिया प्रायः उत्क्रमणीय होती है। उदाहरण के लिये जब अम्ल को जल में घोलते हैं तो हाइड्रोजन परमाणु एवं विद्युतऋणात्मक परमाणु के बीच स्थित सहसंयोजी बन्ध टूत जाता है जिससे प्रोटॉन (H+) एवं ऋणात्मक आयन बनता है।

वियोजन, पुनर्योजन (recombination) की उल्टी प्रक्रिया है।