विक्टर ह्यूगो
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विक्टर-मैरी ह्यूगो, विकोम्ते ह्यूगो (Victor-Marie Hugo, vicomte Hugo[1] ; 26 फ़रवरी 1802 – 22 मई 1885) फ़्रांस के रुमानी लेखक और राजनेता थे। अपने साठ वर्ष से भी लम्बे लेखन जीवन में उन्होंने विभिन्न विधाओं और शैलियों में लिखा।
उनकी कुछ प्रसिद्ध पुस्तकों में उपन्यास 'नोत्रे-देम दी पेरिस (1831) और ले मिजेर्बल्स (1862) हैं। उन्होंने 16 वर्ष की आयु में ही राष्ट्रीय कविता लिखकर ख्याति के अंकुर संजो लिए। 25 वर्ष के होते-होते ह्यूगो युवा लेखक के रूप में फ्रांस भर में विख्यात हो गए। उनकी ख्याति उनकी आयु के साथ बढती ही गई और 1885 में जब उनकी मृत्यु हुई तो वे 83 वर्ष के थे; मगर उनकी अर्थी के पीछे इतना जनसमूह था कि फ्रांस में उस शताब्दी में किसी की अर्थी के पीछे इतनी भीड़ न थी।[2] यह उनकी शताब्दियों तक चलनेवाली ख्याति का एक प्रमाण था।
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "HUGO Marie-Victor, vicomte Hugo". सीनात (in फ़्रेंच). 2024-04-17. Retrieved 2024-04-17.
- ↑ बेहरेंट, मेगन (मई 2013). "The enduring relevance of Victor Hugo". इंटरनेशनल सोशलिस्ट रिव्यू (in अंग्रेज़ी) (89). Retrieved 26 अगस्त 2024.
बाहरी कड़ियाँ
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