वार्ता:गोराई गाँव, इगलास (अलीगढ़)

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गोरई की अलग पहचान है[संपादित करें]

गोरई गाँव एक छोटा सा कस्बा है । मान्यता है कि भगवान कृष्ण यहां गाय चराते थे । ये एक बहुत बड़ा टीला था । गांव ।। जब गाय खो गई तो अपने दोस्तों को को टीले पर चढ कर । गाय को बताया कि गो रही गाय । जब से आज तक गोरई नाम पड़ा । और एक यहाँ शिव मंदिर हैं । एक खेत मैं शिव लीग । निकले जिससे खून और दूध निकला किसान जब खेत मैं हल चला रहा था । खून तो देख कर गांव बाले घबरा गए और हाथ जोड़ कर। खड़े हो गये ।। तो दुध निकले लगा । यहाँ के लोग दिल बाले होते हैं ।सेवा भाव बहुत है यहाँ के लोगो मैं । 9760889760 विकास शर्मा गोरई । Google पर जाए । गोरई की जनकारी पाये।